छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

भिलाई जिला भाजपा में फिर दिखी गुटबाजी

न ही खुद यात्रा निकाले और न ही सांसद के यात्रा में हुए शामिल

कई खेमों में बंटे है भिलाई भाजपा के लोग

भिलार्ई । भाजपा के भिलाई जिला संगठन ने एक बार फिर गुटबाजी दिखी। भाजपा सांसद विजय बघेल की गांधी संकल्प यात्रा से जिला संगठन के पदाधिकारियों की बनी हुई दूरी इस बात को साबित कर दिया कि यहां अभी भी जमकर गुटाबाजी है। जिला संगठन के पदाधिकारी सांसद के साथ चलने में एक तरह से परहेज कर रहे हैं। दूसरी तरफ जिला अध्यक्ष की घोषणा के बावजूद संगठन के द्वारा निकाली जाने वाली पदयात्रा का कोई अता पता नहीं रहना सुर्खियों में बन आया है।

भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर पार्टी के सभी सांसदों को 2 अक्टूबर गांधी जयंती से 31 अक्टूबर तक 150 किमी की पदयात्रा निकाला जाना है। गांधी संकल्प यात्रा के नाम से निकाली जाने वाली इस पदयात्रा में पार्टी के विधायकों व संगठन पदाधिकारियों को भी शामिल होंने की हिदायत पार्टी ने दे रखी है। दुर्ग लोकसभा के भाजपा सांसद विजय बघेल ने गांधी संकल्प यात्रा का आगाज कर डाला है। लेकिन इसमें भिलाई जिला भाजपा के पदाधिकारियों की कोई सहभागिता देखने को नहीं मिली।

खास बात यह है कि भिलाई जिला भाजपा के अध्यक्ष पूर्व विधायक सांवलाराम डाहरे ने आला नेताओं के निर्देश का हवाला देकर संगठन स्तर पर अलग से पदयात्रा निकालने की घोषणा की थी। उनकी घोषणा के तहत 15 अक्टूबर से भिलाई जिला संगठन को गांधी संकल्प यात्रा शुरू करना था। लेकिन आज दिनांक तक संगठन की पदयात्रा शुरू नहीं हो सकी है। एक तरफ जिला संगठन अपने ही पार्टी के सांसद के साथ पदयात्रा में शामिल होने से परहेज कर रहा है। वहीं दूसरी तरफ 15 अक्टूबर से संगठन स्तर पर अलग से पदयात्रा करने की जिला अध्यक्ष की घोषणा भी थोथी साबित हो गई है।

ज्ञातव्य है कि दुर्ग लोकसभा के सांसद विजय ने 12 अक्टूबर से अपनी लोकसभा स्तरीय गांधी संकलप यात्रा की शुरुवात भिलाई जिला भाजपा संगठन के दायरे में आने वाली वैशाली नगर विधानसभा से किया। इस दौरान जिला और मंडल भाजपा संगठन के पदाधिकारी नदारद रहे। सांसद की पदयात्रा में पार्टी के विधायक विद्यारतन भसीन और उनके समर्थकों की सहभागिता नजर आई। संगठन की दूरी नजर आने के बाद उठे सवाल का जवाब देते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष सांवलाराम डाहरे ने कहा था कि वे 15 अक्टूबर से अपनी टीम के साथ पदयात्रा में निकलेंगे।

यहां पर यह बताना भी लाजिमी होगा कि 13 अक्टूबर को सांसद विजय बघेल ने दुर्ग शहर विधानसभा में गांधी संकल्प यात्रा के तहत पदयात्रा किया। इस दौरान उनके साथ जिला भाजपा दुर्ग की अध्यक्ष श्रीमती उषा टावरी पूरे समय मौजूद रही। ऐसे में सवाल उभरना स्वाभाविक है कि जब दुर्ग जिला संगठन के पदाधिकारी सांसद बघेल के साथ पदयात्रा में शामिल रह सकते हैं तो भिलाई जिला भाजपा के पदाधिकारियों में ऐसी क्या मजबूरी रही होगी कि न तो वे सांसद के साथ पदयात्रा में शामिल हुए और न ही घोषणा के बावजूद उन्होंने खुद पदयात्रा शुरू किया।

चित्रकोट विधानसभा उपचुनाव में व्यस्तता के चलते सांसद विजय बघेल की पदयात्रा पर तीन विधानसभा के बाद ब्रेक लगा हुआ है। वैशाली नगर, दुर्ग शहर और दुर्ग ग्रामीण में उनकी पदयात्रा हो चुकी है। अब 20 अक्टूबर को भिलाई विधानसभा के खुर्सीपार क्षेत्र में सांसद के पदयात्रा का कार्यक्रम तय है। इसके लिए पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय और उनके समर्थक तैयारी में जुटे हुए हैं। लेकिन भिलाई जिला भाजपा संगठन की खामोशी स्वत: ही आपस की गुटबाजी को साबित कर रही है।

सत्ता रहते समय भी विकास यात्रा में भी दिखी थी यही बात

राज्य में भाजपा की सरकार रहते समय निकाली गई विकास पदयात्रा में भी गांधी संकल्प यात्रा जैसी बात भिलाई जिला संगठन में दिखी थी। तब सभी भाजपा विधायकों को अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र में संगठन के साथ मिलकर पदयात्रा निकालने का निर्देश मिला था। लेकिन भिलाई नगर और वैशाली नगर के तात्कालीन विधायक रहे प्रेमप्रकाश पांडेय व विद्यारतन भसीन को संगठन का साथ नहीं मिला था। विधायक भसीन ने इस बात की शिकायत भी प्रदेश संगठन तक पहुंचाई थी। बावजूद इसके कार्यवाही के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ। जिला और मंडल संगठन के पदाधिकारी विधानसभा चुनाव में भी पार्टी प्रत्याशी प्रेमप्रकाश पांडेय और विद्यारतन भसीन के लिए कभी वोट मांगते नजर नहीं आए और न ही संगठन की इनके पक्ष में कोई बैठक तक आयोजित की गई। यही स्थिति लोकसभा चुनाव में बनी रही। पार्टी के प्रत्याशी विजय बघेल भले ही रिकार्ड मतों से चुनावी जीत दर्ज करने में सफल रहे, लेकिन भिलाई जिला संगठन की भूमिका पूरे लोकसभा चुनाव के दौरान हाशिये में बनी रही।

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