स्वतंत्रता सेनानियों की गौरव गाथा से गूंज उठा परिसर, भाव विभोर हुए परिजन। मेरी माटी, मेरा देश अभियान के तहत नगर निगम में हुआ कार्यक्रम। ध्वजारोहण, शिलापट्टी और रोंपे गए पौधे। 70 वार्डों की मिट्टी का संकलन, भेजा जाएगा दिल्ली।
स्वतंत्रता सेनानियों की गौरव गाथा से गूंज उठा परिसर, भाव विभोर हुए परिजन। मेरी माटी, मेरा देश अभियान के तहत नगर निगम में हुआ कार्यक्रम। ध्वजारोहण, शिलापट्टी और रोंपे गए पौधे। 70 वार्डों की मिट्टी का संकलन, भेजा जाएगा दिल्ली।
भूपेंद्र साहू।
ब्यूरो चीफ बिलासपुर।
मो.- 9691444583
Smart City bilaspur…
आजादी के अमृत महोत्सव के समापन के अवसर पर चलाए जा रहे राष्ट्रव्यापी अभियान मेरी माटी, मेरा देश के तहत आज नगर पालिक निगम कार्यालय में कार्यक्रम आयोजित किया गया। ध्वजारोहण के साथ विकास भवन के दृष्टी सभाकक्ष में कार्यक्रम की शुरूआत की गई। जिसके बाद शिलाफल्कम का अनावरण किया गया। शिलाफल्कम में बिलासपुर के स्वतंत्रता सेनानी और देश की खातिर अपने प्राणों की आहूति देने वाले शहीदों के नाम अंकित किए गए है।
देश के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले सेनानियों और शहीदों की स्मृति को अक्षुण बनाए रखने आयोजित इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि नगर निगम के सभापति श्री शेख नजीरूद्दीन ने उपस्थित सेनानियों के परिजन और नागरिकों को पंच प्रण का शपथ दिलाया।
इस अवसर पर सभापति शेख नजीरूद्दीन ने कहा की यह हमारी खुशनसीबी है की हम स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों के परिजनों के साथ यह महोत्सव मना रहे हैं। आज हम खुली हवा में सांस ले रहे है तो यह संभव उन महान सेनानियों के बलिदान की वजह से है। हमें इस देश को समृद्ध बनाना है, नफरत को खत्म कर भाईचारा बढ़ाना है। निगम कमिश्नर कुणाल दुदावत ने कहा की पंच प्रण की संकल्प को हम अपने दैनिक जीवन में पालन करें।
राष्ट्र की समृद्धि और विकास में हम सबकी सहभागिता आवश्यक है। आज विकास भवन में बलिदानियों की स्मृति में पौधारोपण भी किया गया।
इससे पूर्व कार्यक्रम के तहत नगर निगम क्षेत्र के सभी वार्डों मिट्टी का संकलन किया गया है,जिसे लेकर ‘अमृत कलश यात्रा’ देश की राजधानी दिल्ली पहुंचेगी। कलशों में आने वाली मिट्टी और पौधों को मिलाकर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के पास ‘अमृत वाटिका’ बनाई जाएगी।
‘अमृत वाटिका’ ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ का भी भव्य प्रतीक बनेगी। मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम के तहत ननि के सभी वार्डों में पौधारोपण भी किया गया है। कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी और शहीदों के परिजनों का सम्मान भी किया गया।
आज के कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सभापति शेख नजीरूद्दीन, कमिश्नर कुणाल दुदावत, पार्षद रविन्द्र सिंह, नीरजा द्विवेदी, शिवा मिश्रा, डाॅ. विजय दीक्षित, रमेश जोबनपुत्रा हर्ष मिश्रा, प्रतिमा तिवारी, उत्कर्ष ओत्तलवार देवरस परिवार, उर्वशी शर्मा, कल्पना पाण्डेय रीमा शुक्ला, सूरजलाल प्रधान, सुमित्रा भगत केशव प्रसाद, सुरेश पटेल, बहादुर प्रसाद, संतोष शुक्ला, शांता मिंज, हीरादेवी सिंह, राधा सिंह समेत अन्य सेनानियों के परिजन उपस्थित रहें।
परिजन हुए भावुक, स्मृतियों को किया साझा।।
कार्यक्रम में विशेष तौर पर आमंत्रित स्वतंत्रता सेनानी और शहीदों के परिजनों ने आजादी के समय की दास्तान को बताया।
इस दौरान सेनानी मथुरा प्रसाद दुबे की बेटी नीरजा द्विवेदी ने बताया की कैसे अंग्रेजों ने उनके पिता और परिवार के साथ ज्यादती की थी। उन्होंने कहा की हमारी आने वाली पीढ़ी को हम बताएं, आजादी के संघर्षों के बारे में, सेनानियों के बलिदान को ताकि उन्हें इसका मान रहे और आजादी के मूल्यों को वें बरकरार रख सकें। सेनानी वासुदेव देवरस के बेटी मंगला देवरस बताया की आजादी के लड़ाई में जो यातना हमारे परिवार ने सहा है, उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती।
आर्थिक तंगी को झेल सेनानियों ने इस देश के लिए अपना सब कुछ दिया है। इस दौरान परिजन भावुक भी हुए और हर्ष व्यक्त किया की ऐसे कार्यक्रम और भी होने चाहिए।