छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

फोटो शंकरा एवं समर्थन टू शंकरा

शंकरा विद्यालय के शिक्षकों और स्टाफ का दूसरे दिन भी हड़ताल जारी

हड़ताली शिक्षक व स्टाफ मिले महापौर और विधायक से

देवेन्द्र यादव ने कलेक्टर और शिक्षा अधिकारी से कहा मामला जल्द सुलझाएं

शंकरा विद्यालय प्रबंधन ने स्कूल में बिठवाया पुलिस,

भिलाई। शंकरा एज्यूकेशन सोसायटी द्वारा संचालित शंकरा विद्यालय सेक्टर दस के शिक्षकों एवं अन्य स्टाफ द्वारा पे रिवीजन, सीएल, सहित आठ सूत्रीय मांगों को लेकर कल से किये जा रहे धरना के आज दूसरे दिन भी जारी रहने के कारण आज भी स्कूल नही लगा और छात्र पढाई से वंचित रहे। आज दूसरे दिन भी यहां के शिक्षकों, ड्रायवरों एवं अन्य स्टाफ द्वारा स्कूल के बाहर धरना दिया। शंकरा विद्यालय प्रबंधन के कहने पर धरना स्थल पर आज पुलिस बिठा दिया गया। एक  सब इंस्पेक्टर एवं एक प्रधान आरक्षक की डयूटी विद्यालय के गेट पर लगा दी गई है। वहीं कोतवाली थानाप्रभारी राजेश बागडे नें धरना दे रहे शिक्षकों और स्टाफ से सख्त लहजे में पूछने लगे कि यहां धरना देने का प्रमीशन कहा है।

धरनारत लोगों का आज स्कूल प्रबंधन द्वारा बिना सूचना दिये 16 लोगों को नौकरी से निकाल दिये जाने के कारण भी धरनाकर्ताओं में और आक्रोश बढ गया है। धरना दे रहे शिक्षकों का कहना है कि प्रबंधन हमारी मांगों को इस प्रकार की कार्यवाही कर दबाने और हमें डराने का कार्य कर रही है।

धरनारत लोग मिले  देवेन्द्र यादव से, बताई अपनी समस्या तो विधायक ने की पहल

आज सभी शिक्षक गुरमीत सिंह और सुनील सिंह के नेतृत्व में सौ से अधिक की संख्या में शिक्षक और स्टाफ विधायक एवं महापौर देवेन्द्र यादव से उनके सेक्टर 5 स्थित निवास में मिलकर अपनी समस्याओं और प्रबंधन के अपमानजनक  स्थित उपत्पन्न करने एवं दमनात्मक रवैय्या के बारे में बताया। इस दौरान विधायक देवेन्द्र यादव ने बड़े ही गंभीरता से इनकी शिकायत सुनी और इस संबंध में उन्होंने तुरंत कलेक्टर अंकित आनंद और जिला शिक्षा अधिकारी प्रवास सिंह बघेल से इनकी पूरी समस्याओंं को हल कराने और प्रबंधन के साथ मध्यस्थता कराने की पर जोर दिया। विधायक श्री यादव ने कहा कि इस पूरे मामले में उनका पूरा समर्थन रहेगा और पूरे मामले का बातचीत कर हल निकाला जायेगा और जिन 16 शिक्षकों को सस्पेंड किया गया है, कलेक्टर तुरंत उनकी बहाली करावाये। उन्होंने हड़ताली शिक्षकों से कहा कि वह इसी तरह की एकता बनाये रखे क्योंकि प्रबंधन आपकी एकता को तोडऩे एवं आप को लालच देने का कार्य करेगी, और आपको डराने और नौकरी से निकालने की बात करेगी लेकिन आपलोगों को डरने की जरूरत नही है। स्कूल प्रबंधन को सीबीएसई से जो मान्यता मिली है, उसके सभी नियमों का पालन प्रबंधन को करना होगा चाहे वह वेतन का या अवकाश या किसी भी प्रकार का मामला हो उन्हें पूरा नियम का पालन करना होगा। देवेन्द्र के इस आश्वासन से धरनाकर्ताओं के चेहरे पर थोड़ी खुशी की लहर दिखी  कि स्थानीय विधायक हमारे साथ है।

इस दौरान हड़ताली शिक्षकों ने विधायक देवेन्द्र यादव को एक ज्ञापन सौँपकर कहा है कि शंकरा विद्यालय के 111 कर्मचारियों ने 16 अक्टूबर से अपने कार्य दिवस के समय अपने काम का बहिष्कार किया। शंकरा एज्यूकेशन सोसायटी को लिखित सूचना 27 सितंबर और 3 अक्टॅूबर को दी गई थी लेकिन  हमारे पे रिविजन, वेतनमान में बढोत्तरी किये जाने के मामले के लिए 3 दिन के अंतराल में बात किया जाना था लेकिन श्री शंकरा एज्यूकेशन सोसायटी हमारे निवेदन को दरकिनार करते हुए हम सभी को नजरअंदाज किया तब जाकर हमने 12 अक्टूबर को प्रशासन को सूचना दी और सूत्रीय मांगों को लेकर हमें हड़ताल जैसे कदम उठाने पर बाध्य होना पड़ा। सोसायटी में भ्रष्टाचार में लिप्त  जो लोग अपराधी प्रवृत्ति के लोग विद्यालय में पदाधिकारी बनकर बैठे हैं वह तत्काल अपने पद से इस्तीफा दें। हमसे जल्द बात करें, लेकिन सोसायटी के सचिव एस स्वामीनाथन सिर्फ अपनी मनमानी और तानाशाही चलाकर सभी लोगों पर भय और दहशत का माहौल बनाये हुए है, जिन 16 लोगों को अवैध और अनुचित तरीके से सस्पेंड किया है, शासन प्रशासन ऐसे मामले में मध्यस्थता कर हमारी समस्याओं का निराकरण कराते हुए सस्पेंड सभी लोगों की बहाली कराये ताकि शंकरा विद्यालय में पूर्व जैसे सभी के लिए अनुकूल माहौल बने ताकि यहां अध्ययनरत सभी 4 हजार बच्चों का भविष्य सुरक्षित रहे। श्री शंकरा विद्यालय एक आदर्श विद्यालय के रूप में प्रतिष्ठित हो सके।

शिक्षक व स्टाफ काम पर वापस लौटे तो होगी सकारात्मक चर्चा-अध्यक्ष रामचन्द्रन

शंकरा एज्यूकेशन सोसायटी के अध्यक्ष आर टी रामचंद्रन ने हमारे प्रतिनिधि से चर्चा करते हुए कहा कि स्कूल के शिक्षकों द्वारा की जा रही हडताल से हमें भी दुख है कि 25 से 30 वर्ष से सेवा करने वाले शिक्षकों जो कि हमारे परिवार के ही सदस्य है, और उनका शैक्षणिक कार्य में बेहतर एक अनुभव है, हम उनमें से 5 से 10 लोगों से चर्चा करना चाहते है, लेकिन वे सभी भीड़ में आना चाहते है, इसलिए उनसे हमारी चर्चा नही हो पा रही है। साथ ही सातवां वेतनमान की मांग यदि वह कर रहे है तो उसे हम नही दे पायेेेंगे, वह सिर्फ डीपीएस भिलाई, केन्द्रीय विद्यालय एवं बीएसपी स्कूलों में ही लागू है, जबकि एमजीएम, केपीएस सहित अन्य प्राईवेट स्कूल भी नही दे रहे हैं, हमारा हड़ताली शिक्षकों से अनुरोध है कि वह काम पर लौटे तभी हम सकारात्मक चर्चा इनके पक्ष में कर पायेंगे। वैसे भी स्कूल के पास उतना पैसा अभी नही है, पे रिवीजन पर चर्चा होगी, सीएल पर चर्चा होगी। डीए में हमने बढोत्तरी की है, सीनियर शिक्षकों के वेतनमान में भी हमने बढोत्तरी की है। एक प्रश्र कि दो दिन से स्कूल में पढाई नही हो रही है, छात्रों और पालक इसके परेशान है के जवाब देते हुए कहा कि कल से हर हाल में स्कूल की पढाई शुरू हो, प्रबंधन पूरी कोशिश कर रहा है। पीटीए कमेटी को भी ऐसे मामले में सामने आना चाहिए। थोडा़ हम तैयार होगें थोड़ा हड़ताल स्टाफ तैयार हो, हड़ताल खत्म कर काम पर लौटे, वे हमारे दुश्मन नही है। सीनियर शिक्षकों जो 25 से 30 सालों से हमारे यहां कार्यरत है, उनका स्कूल को आगे बढाने में बड़ा योगदान है। मैं यही कहूंगा कि हडताल मत करे और काम पर वापस आये।

इन्होंने दिया हड़तालियों को समर्थन

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सीजू एंथोनी ने इस संबध में सोसायटी के अध्यक्ष आर टी रामचंद्रन, जिला शिक्षा अधिकारी प्रवास सिंह बघेल से मोबाईल पर चर्चा कर इन हडताली शिक्षकों की मध्यस्थता करने व इनकी समस्या हल करने की बात कही। और धरना स्थल पर पहुंच कर श्री एंथोनी ने हड़तालियों को अपना समर्थन दिया। वहीं प्राईवेट एज्यूकेशनल इंस्टीटयूशन, एम्पलाईज यूनियन के अध्यक्ष बी एल महापात्रा ने भी पहुंचकर शंकरा के हड़तालियों के बीच पहुंचकर अपने संक्षिप्त उदबोधन में कहा कि आप लोग अपनी जायज मांग को लेकर सत्य की राह पर चलकर ये लडाई लड रहे है, एकजुटता बनाये रखे, मेरा पूरा समर्थन है।

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