संकटकाल में भी संयंत्र प्रबंधन ने कार्मिक हितों को रखा सर्वोपरि

कार्मिकों के वेतन-भत्तों के नियमित भुगतान के लिए जरूरी है, उत्पादन
भिलाई। हिन्दुस्तान स्टील एम्पलाइज यूनियन (सीटू) द्वारा सिंटरिंग प्लांट-3 के तीन कर्मचारियों के स्थानांतरण के विरोध में इस्पात भवन के सामने शान्तिपूर्वक प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन में लगभग 50 से अधिक लोग शामिल हुए।
लॉकडाउन में प्रदर्शन से नियमों की घोर अनदेखी
ज्ञातव्य हो कि वर्तमान में जिले में कोविड से बचाव हेतु लॉकडाउन लगाया गया है। साथ ही प्रशासन द्वारा पूरे भिलाई क्षेत्र में धारा 144 लगाई गई है। जिससे अवांछनीय भीड़ एकत्रित न हो लेकिन विडम्बना यह है कि शासन-प्रशासन द्वारा प्रतिबंध के बावजूद हिन्दुस्तान स्टील एम्पलाइज यूनियन (सीटू) एवं अन्य यूनियनों द्वारा कोविड के गाइड लाइन्स की पूर्णत: अनदेखी करते हुए इस्पात भवन के सामने एकत्र होकर प्रदर्शन किया, जो कि नियमत: दण्डनीय अपराध है। इस तरह का प्रदर्शन सरकार के कोविड नियंत्रण की मुहिम को पलिता लगा सकता है। भीड़ के कारण इन प्रदर्शनकारियों के संक्रमित होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे प्रदर्शनों से संयंत्र कार्मिकों के लिए और भी खतरा उत्पन्न हो सकता है।
ज्ञात हो कि संयंत्र प्रबंधन ने कोविड काल में संयंत्र कर्मियों के हित को सर्वोपरि रखा है। आज संयंत्र प्रबंधन के लिए कार्मिकों के नियमित वेतन-भत्तों के निरंतर भुगतान के लिए अर्थ उपार्जन पहली शर्त है। जिससे कार्मिकों के आर्थिक व सामाजिक हितों की रक्षा की जा सके। इसलिए संयंत्र प्रबंधन ने कोविड से पूरी सुरक्षा के साथ उत्पादन जारी रखने का निर्णय लिया है। यूनियन नेताओं द्वारा उत्पादन को ठप्प करने की साजिश को आज कार्मिक पूरी तरह समझ चुका है। यही वजह है कि वह इस तरह के गैर-जिम्मेदाराना प्रदर्शन से स्वयं को अलग कर लिया है।
सेल ने संकट में भी कार्मिक हितों को रखा सर्वोपरि
आज आए दिन यह समाचार आ रहा है कि कोरोना के चलते देश-विदेश की कम्पनियों की आर्थिक स्थिति बिगडऩे के कारण अपने कार्मिकों के वेतन-भत्तों में भारी कमी करने के साथ ही कई कार्मिकों को नौकरियों से भी निकाला जा चुका है। सेल प्रबंधन द्वारा इस संकटकाल में भी अपने कार्मिकों के हितों का ध्यान रखते हुए न वेतन-भत्तों में कोई कमी की गई है और न ही किसी को नौकरी से निकाला गया है। इस विकट घड़ी में भी कार्मिकों के हितों का संरक्षण कर सेल एक श्रेष्ठ कम्पनी के रूप अपनी ब्रांड वैल्यू निर्मित की है।
संक्रमण से बचाव के साथ उत्पादन भी है, जरूरी
कार्मिकों के हित में कोरोना से बचाव के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं इसके साथ ही उत्पादन जारी रखकर कार्मिकों के वेतन-भत्तों की व्यवस्था की जा रही है। इस प्रकार सेल-बीएसपी प्रबंधन द्वारा कोरोना के संकटकाल में भी कार्मिकों के स्वास्थ्य रक्षा के साथ ही उन्हें आर्थिक संकट से बचाने के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। यह याद रहे कि भिलाई इस्पात संयंत्र एक एकीकृत इस्पात संयंत्र है, जिसमें एक शॉप के उत्पादन से दूसरे शॉप का उत्पादन जुड़ा हुआ है। अत: किसी भी शॉप को बंद करने से इसका प्रभाव पूरे संयंत्र के उत्पादन पर पड़ेगा। इस बात को संयंत्र कार्मिक बखूबी समझ चुके हैं। यही वजह है कि वह किसी के बरगलाने या बहकाने या भड़काने में नहीं आना चाहता। आज संयंत्र के अधिकांश कार्मिक कोविड के बचाव के साथ-साथ उत्पादन को जारी रखने में अपना निरंतर योगदान दे रहा है।