मुख्यमंत्री शहरी स्लम हेल्थ कैम्प के ओपीडी में भारी भीड,
हर बुधवार को सस्ता सुलभ इलाज मिल रहा घर बैठे
दुर्ग। मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत हर बुधवार को विशेष स्वास्थ्य शिविर लगाए जा रहे हैं। जिसका फायदा झुग्गी क्षेत्र में रहने वाले लोगों के साथ.साथ आस.पास के लोगों को भी फायदा मिल रहा है। इस योजना गरीबी रेखा के नीचे वाले परिवारों में साथ.साथ मध्यम वर्ग को भी फायदा मिल रहा है। योजना कि शुरुआत हुए 3 हफ्ते ही हुए हैं लेकिन आम जनता का अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है क्योंकि अब अपने घर के पास अपने ही वार्ड में इलाज की सुविधा मिलने लगी है।
डॉक्टर और दवाइयां दोनों सुविधा एक ही जगह मिलने लगी है.
आज भिलाई के वार्ड क्रमांक 17 के वृंदा नगर आयोजित शिविर में इलाज के लिए पहुँची बिमला देवी और सनीचरी देवी। जो रिश्ते में समधनें हैं और नानी. दादी के साथ पहुंचा नन्हा बालक शिवा। बिमला देवी बताती हैं कि वो बहुत खुश हैं क्योंकि उनके घर के पास ही इलाज की सुविधा हो गई है। मौसम के बदलाव के कारण घर मे सबको सर्दी बुखार की समस्या हो गई है। लेकिन घर के पास ही डॉक्टर उपलब्ध हो जाने से अब कोई परेशानी नहीं है। पहले कोई बीमारी होने पर या तो बैकुंठधाम जाना पड़ता था या तो सुपेला। अब यहीं के यहीं जांच भी हो गई और दवा भी मिल गई। बिमला देवी का कहना है कि सरकार का ये फैसला बहुत बढिया है अब उन्हें इलाज के लिए दूर नहीं जाना पडेगा। इसी तरह गुलापा लाऊत्रे और गीता दुबे भी अपने बच्चों को लेकर यहां आई जहां पर जांच के बाद उनको दवाई दी गई। पास में ही वार्ड कार्यालय भी है जहां अपनी दूसरी समस्या भी रख सकते हैं। शिविर में आए मेडिकल अफसर डॉ डी एन शर्मा ने बताया कि ये तीसरा हफ्ता है जब स्वास्थ्य शिविर लगाया गया है। तीन सप्ताह में 400 से अधिक वार्डवासियों को इसका फायदा मिला है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ गंभीर सिंह ने बताया कि भिलाई में 2 स्थानों दुर्ग और चरौदा में एक.एक स्थान का चयन कर विशेष स्वास्थ्य शिविर लगाए जा रहे हैं। जहां स्वास्थ्य जांच और दवाई वितरण की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। दुर्ग जिले की बात करें तो चारों शिविरों को मिलाकर अब तक लगभग 1000 लोगों को योजना का लाभ दिलाया जा चुका है।
शुगर बीपी की नि:शुल्क जांच से बच रहा इलाज का खर्च.
वार्ड 17 में आए मरीजों ने बताया कि शिविर में सामान्य स्वास्थ्य जांच की सुविधा उपलब्ध है। यहाँ शुगर और बीपी की जांच भी नि:शुल्क रूप से हो जाती है। बाहर जांच कराने पर करीब 200 का खर्च आता था। सरकार की इस योजना से जांच का और दवा का खर्च बच गया है। वार्ड वासियों का कहना है कि अब घर से अस्पताल की दूरी कम हो गई है क्योंकि अस्पताल हमारे घर के नजदीक ही आ गया है। जहां लार सामान्य बीमारियों का इलाज आसानी से उपलब्ध है। अब तो हम लोग आते जाते शुगर बीपी की जांच करवा लेते हैं।