सहकारी बैंक का पूर्व अध्यक्ष गिरफ्तार। 15 करोड़ रुपए के गबन का है आरोप।।
सहकारी बैंक का पूर्व अध्यक्ष गिरफ्तार। 15 करोड़ रुपए के गबन का है आरोप।।
भूपेंद्र साहू।
ब्यूरो चीफ बिलासपुर।
मो.- 9691444583
दुर्ग। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित के पूर्व अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उनके ऊपर सहकारी बैंक का अध्यक्ष रहते हुए 15 करोड़ रुपये का घोटाला करने का आरोप है।
छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित के पूर्व अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोप है कि सहकारी बैंक का अध्यक्ष रहते उन्होंने अपने परिचितों को लाभ पहुंचाने के लिए अनुदान राशि और लोन दिलाने के नाम पर 15 करोड़ रुपये का घोटाला किया है।
प्रीतपाल बेलचंदन ने जमानत के लिए हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी, जिसे खारिज कर दिया गया है। मामला दुर्ग के सिटी कोतवाली क्षेत्र का है।
जांच में सामने आया है कि बिना पंजीयक सहकारी संस्थाएं की अनुमति के 234 प्रकरणों में करीब साढ़े तेरह करोड़ रुपयों का लोन आरोपी प्रीतपाल ने बांट दिया।
प्रीतपाल ने हाईकोर्ट में जमानत याचिका लगाई थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया। अब कोर्ट के ही आदेश पर पुलिस ने प्रीतपाल बेलचंदन की गिरफ्तारी की है। पुलिस ने आरोपी को हाईकोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के वर्तमान अध्यक्ष राजेंद्र साहू के अनुसार 15 साल के भाजपा शासन काल में प्रीतपाल बेलचंदन को बैंक का अध्यक्ष बनाया गया था। अपने लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए उन्होंने खाद और अनुदान और लोन के नाम पर करोड़ों रुपयों का घोटाला किया। 5 अगस्त 2016 से 12 जून 2019 के बीच प्रीतपाल बेलचंदन के अध्यक्ष रहते चुनिंदा किसानो को ऋण दिया गया था, लेकिन 186 प्रकरणों में एकमुश्त समझौता में छूट प्रदान कर करोड़ों रुपयों का गबन किया गया।
2008 में लड़ चुके हैं विधानसभा चुनाव
जानकारी के मुताबिक, प्रीतपाल बेलचंदन डोंगरगांव विधानसभा के भाजपा प्रभारी हैं। इसके अलावा 2008 में विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। भाजपा सरकार ने वर्ष 2014 में उन्हें जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित दुर्ग का अध्यक्ष बनाया था। आरोप है कि इस दौरान उन्होंने पद पर रहते हुए अनुदान राशि और लोन में 14.89 करोड़ रुपये का घोटाला किया था। इस मामले में 2021 में बैंक के सीईओ पंकज सोढ़ी ने शिकायत दी थी। जांच के बाद साक्ष्य सही मिलने पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली थी।