सम्मान से बेहतर कार्य करने की मिलती है प्रेरणा – राज्यपाल श्री हरिचंदन। छत्तीसगढ़ विधानसभा में उत्कृष्टता अलंकरण समारोह और विधायकों का बिदाई समारोह आयोजित।।

सम्मान से बेहतर कार्य करने की मिलती है प्रेरणा – राज्यपाल श्री हरिचंदन। छत्तीसगढ़ विधानसभा में उत्कृष्टता अलंकरण समारोह और विधायकों का बिदाई समारोह आयोजित।।
भूपेंद्र साहू।
ब्यूरो चीफ बिलासपुर।
रायपुर- राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन आज छत्तीसगढ़ विधानसभा द्वारा आयोजित ‘‘उत्कृष्टता अलंकरण समारोह‘‘ और पंचम विधानसभा के विधायकों के लिए आयोजित बिदाई समारोह में मुख्य अतिथि बतौर शामिल हुए। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डाॅ. चरणदास महंत, मुुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उप मुख्यमंत्री टी. एस. सिहंदेव, संसदीय कार्य मंत्री रविन्द्र चौबे, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल सहित केबिनेट के अन्य मंत्रीगण उपस्थित थे।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में उत्कृष्ट विधायकों एवं उत्कृष्ट संसदीय पत्रकारों को सम्मानित करने की यह परंपरा अत्यंत सराहनीय है। इससे विधायकों एवं मीडियाकर्मियों को बेहतर कार्य करने की प्रेरणा मिलती है।
इस कार्यक्रम में सत्तापक्ष की विधायक संगीता सिन्हा और प्रतिपक्ष की विधायक रंजना दिपेन्द्र साहू को वर्ष 2022 का उत्कृष्ठ विधायक सम्मान और विधायक धर्मजीत सिंह को पंचम विधानसभा के जागरूक विधायक सम्मान से नवाजा गया।
प्रिंट मिडिया के राहुल जैन और इलेक्ट्रानिक मिडिया के देवव्रत भगत और कैमरामेन रोहित श्रीवास्तव को उत्कृष्ट संसदीय पत्रकार का सम्मान दिया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री हरिचंदन ने अपने उद्बोधन में कहा कि एक मजबूत विधायिका जनहित, विकास और सुशासन का आधार स्तंभ है। निर्वाचित जन प्रतिनिधियों को जनता की सेवा करने का सर्वोत्तम अवसर मिलता है, उन पर राज्य और नागरिकों के हित में काम करने की भी जिम्मेदारी है। इसी प्रकार मीडिया विधायिका, कार्यपालिका और नागरिकों के बीच सेतु का काम करता है। छत्तीसगढ़ में मीडिया ने अपने विभिन्न रूपों के माध्यम से न केवल आम जनता को जागरूक, शिक्षित किया है, बल्कि राज्य के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इस अवसर पर पंचम विधानसभा के सदस्यों को बिदाई भी दी गई। राज्यपाल श्री हरिचंदन ने सभी से आग्रह किया कि अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धताओं से ऊपर उठकर सदैव जनहित एवं जनकल्याण के लिए कार्य करें। उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की कि छत्तीसगढ़ विधानसभा की गिनती देश की सर्वश्रेष्ठ विधानसभाओं में होती है। विधानसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जो सामंजस्य और सम्मान का भाव है, वो निश्चित तौर पर प्रशंसनीय है।
राज्यपाल ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में आधुनिक सूचना प्रौद्योगिकी की मदद से कामकाज संचालन को अभिनव पहल बताया और कहा कि पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग जैसे गंभीर मुद्दो पर और ज्यादा कार्य करने की जरूरत है।
राज्यपाल ने प्रधानमंत्री टी.बी. मुक्त भारत अभियान के तहत सभी से यह अपील कि जनभागीदारी से वर्ष 2025 तक छत्तीसगढ़ से टीबी को खत्म करने के लक्ष्य पर काम करें।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने संबोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा के विगत पांच साल का कार्यकाल बहुत चुनौती पूर्ण रहा। लेकिन सत्तापक्ष और विपक्ष ने मिलकर छत्तीसगढ़ के विकास के लिए काम किया। इस विधानसभा ने विकास के नए कीर्तिमान स्थापित किए है। कोविड महामारी के दौरान भी विधानसभा की कार्यवाही कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए जारी रही।
विगत 23 वर्ष के कार्यकाल मे छत्त्सीगढ़ विधानसभा में अनेक स्वस्थ परंपराओं व नियमों को स्थापित किया है।
कार्यक्रम को विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. चरणदास महंत, नेता प्रतिपक्ष श्री चंदेल ने भी संबोधित किया।
आभार प्रदर्शन संसदीय कार्यमंत्री रविन्द्र चौबे द्वारा किया गया। राज्यपाल श्री हरिचंदन ने मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्रियो को स्मृति चिन्ह भेंट किया। राज्यपाल को भी विधानसभा द्वारा सम्मानित किया गया। पंडित उमादत्त शर्मा द्वारा संकलित एवं श्री झाबरमल्ल शर्मा द्वारा संपादित ‘‘भारतीय देश भक्तों की कारावास कहानी‘‘ पुस्तक का विमोचन राज्यपाल ने किया।
इस अवसर पर विधानसभा उपाध्यक्ष संतराम नेताम, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक वर्तमान एवं पूर्व विधायक गण, विधायकगण, राज्यपाल के सचिव अमृत खलखो, विधानसभा के सचिव दिनेश शर्मा जनप्रतिनिधिगण एवं आमंत्रित अतिथिगण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।