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बीएसपी एससी,एसटी एम्पलाईज एसोसिएशन व फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील कुमार रामटेके ने गिनाई अपनी अठारह उपलब्धियां

भिलाई / रामटेके ने कहा तथा कथित लोग मेरे एसोसिएशन और फेडरेशन पर लगा रहे हैं झूठा और बेबुनियाद आरोप-सुनील रामटेके जयंती स्टेडिम अब शहीद वीर नारायण सिंह के नाम से जाना जायेगा, इसके जीर्णोद्धार का शुरू हो चुका है कार्य पूर्व सेल अध्यक्ष सोमा मंडल और बीएसपी सीईओं दास को दिया विशेष  साधुवाद
भिलाई। बीएसपी एससी,एसटी एम्पलाईज एसोसिएशन व सेल फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील कुमार रामटेके ने आयोजित एक पत्रकारवार्ता में बताया कि पिछले 25 सालों से वह समाजसेवा और एसोसिएशन, फेडरेशन के अलावा विभिन्न सामाजिक, धार्मिक व शैक्षणिक संस्थाओं के प्रांतीय व राष्ट्रीय स्तर के प्रमुख पदों पर रहते हुए उसका पूरी निष्ठापूर्वक संचालन कर रहा हूं। मैँ बीएसपी एससी,एसटी एम्पलाईज एसोसिएशन व सेल फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर रहकर एसोसिएशन व फेडरेशन द्वारा समूचे सेल राष्ट्रीय स्तर पर अनेकों एतिहासिक व रचनात्मक कार्य मेरे द्वारा किये गये। आज मैं किसी पर आरोप प्रत्यारोप लगाने नही अपने एसोसिएशन के कार्यों को गिनाने आया हूं। उन्होंने सर्वप्रथम अपनी उपलब्धियों के बारे में बताते हुए ने कहा कि जयंती स्टेडिमय के नाम से जाना जाने वाले व पहचाने जाने वाला यह स्टेडियम अब टाउनशिप में प्रथम स्वतंत्रता सेनानी शहीद वीर नारायण सिंह के नामपर जाना जा रहा है । इसमें विशेष रूप से बीएसपी के निदेशक व प्रभारी अनिर्बान दास, व पूर्व सेल चेयरमेन सोमा मंडल का विशेष योगदान है। आने वाले समय में इस स्टेडियम में करोड़ों की लागत से होने वाले कार्र्याे का शुभारंभ हो गया है। वही दूसरी उपलब्धि बताते हुए कहा कि बहुप्रतिक्षित हमारी मांग थी कि संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की विशाल आदमकद प्रतिमा टाउनशिप में लगे। सेक्टर 6 अण्डरब्रिज चौक से ए मार्केट जाने वाले बीएसपी के पूर्व पूर्व माध्यम विद्यालय इग्लिश मिडियम स्कूल कैम्पस में चौक के सामने अम्बेडकर जयंती के दिन डॉ अंबेडर की एक विशाल प्रतिमा स्थाापित किया गया जिसमें बीएसपी सीईओ के अलावा संभागायुक्त महादेव कावरे, विधायक  देवेन्द्र यादव,  महापौर नीरजपाल व कलेक्टर पुष्पेन्द्र मीणा व प्रसिद्ध आर्किटेक्ट अशोक धावले का विशेष योगदान रहा। छग के महान संत गुरूघासीदास जी के सतनाम धर्म का प्रतीक चिन्ह जैत खाम हेतु सतनाम भवन के पास भूमिपूजन तात्कालिक राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष रामजी भारती के विशेष सहयोग से किया गया। सेल की बीएसपी एक मात्र ऐसी यूनिट है जहां पर महाप्रबंधक लाईजन आफिसर से त्रैमासिक बैठक विधिवत बीएसपी के साथ  होती है। कुछ कथित लोग भ्रामक प्रचार करके झूठ बोल रहे
हैं, मेरे उपर लगाये गये आरोप निराधार है। सेल स्तर पर फेडरेशन पूरे सेल के 18 यूनिट के साथ सामंजस्य बनाकर सेल प्रबंधन के साथ  हम चल रहे हैं, जिसकी बैठके होती रहती है। 2005 में तात्कालीन इस्पात मंत्री वर्तमान में दिवंगत नेता राम विलास पासवान के भिलाई दौरे के समय भिलाई की एससी कम्युनिटी के प्रथम मुख्य महाप्रबंधक एल उमाकांत भिलाई निवास में एक प्रतिनिधि मंडल उनसे भेंट कर अपना पक्ष रखा था, सेल में बडे अधिकारियों
जैसे डीजीएम का पद 1 से बढाकर 14 डीजीएम बीएसपी ने बनाये। इसके साथ ही सेल व अन्य यूनिटों में भी इसका परिणाम अच्छा  रहा। 5 अगस्त 2005 को भी तात्कालीक राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य देवेन्द्र वादिति द्वारा सेल कार्पोरेट ऑफिस में जो सेल स्तर की बैठक बुलाई गई थी। उसमे बीएसपी के प्रतिनिधि के रूप में सुनील रामटेके ने प्रतिनिधित्व किया। सेल एससी, एसटी फेडरेशन का गठन हुआ। भिलाई सहित देश भर का दौरा सुनील रामटेके व एल उमाकांत द्वारा किया गया। 2008 में मुझे दिल्ली में राष्ट्र्रीय अध्यक्ष का दायित्व मिला। 2008 में फेडरेशन में लगातार आयोग, मंंत्रालय एवं सेल प्रबंधन से पत्र व्यवहार कर व भेंट करके जीएम एवं इडी स्तर की मांग वर्ष 2013 में सेक्टर 1 के नेहरू सांस्कृतिक भवन में एसटी एससी का विशाल महासम्मेलन कर राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग को भिलाई में आमंत्रित किया गया। ऐसे ही उन्होंने अपनी 18 उपलब्धियों को बताया। इस पत्रकारवार्ता में एल उमाकांत, आनंद रामटेके, श्री कोसरे,शोभा राज ठाकरे, प्रभाकर खोब्रागड़े, सूर्या मेहर समाज के लोग भी मौजूद थे।

तथा कथित लोग मेरे एसोसिएशन और फेडरेशन पर लगा रहे हैं झूठा आरोप-सुनील उन्होंने आगे कहा कि  मैँ न तो किसी की बातेां का खंडन करने और बात काटने नही आया हूं बल्कि अपनी बात करने आया हूं। संस्थापक अध्यक्ष बीएसपी एससी,एसटी एम्पलाईज एसोसिएशन व सेल फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मैँ हूं। सेल की 18 यूनिटों से बंधा हुआ हूं। छग आदिवासियों का गढ है, कौन कब सेवानिवृत्त होगा, इसकी चिंता लोगों को नही करनी चाहिए। कुछ लोग स्वयं मेरे रिटायरमेंंट के बाद अध्यक्ष पद  का सपना देख रहे हैं। उसका फैसला सिर्फ कार्यकारिणी सदस्य ही करेंगे। मेरे बैठकें में नही रहने से उपाध्यक्ष और कोषाध्यक्ष सारे कामों को डील कर लेते थे। चूंकि मेरा दौरा अक्सर बाहर का रहता हैं क्योंकि मै राष्ट्रीय अध्यक्ष हूं। लगातार हमारी त्रैमासिक बैठक चल रही है। 13 सालों में महासचिव आडिट नही करा पाये, बैंकों का केवाईसी नही करा पाया। मैँ अपना आधार कार्ड भी दिया, ये बहुत दुख का विषय है। वहीं एक प्रश्र का उत्तर देते हुए कहा कि मेरे नई संस्था के बारे में रजिस्ट्रार ही फैसला लेंगे। मैंने अपनी संस्था को नही डुबाया हैं, कथाकथित लोग मेरे उपर झूठा आरोप लगा रहे हैं। हमारे समर्थक आनंद
रामटेके को उनके द्वारा कुछ समय पहले मारने का भी प्रयास किया गया। एसटी,एससी की अनेक योजनाएं हैं, संस्था में हमने डीजीएम से जीएम, व ईडी तक के अफसरों को हमने बनवाया है। आने वाले समय में  डायरेक्टर स्तर के अधिकारी भी हमारे होंगे, और वेजरीविजन, पदोन्नति एवं मूलभूत सुविधाओं की लड़ाई हमारा संगठन और फेडरेशन लड़ते रहेगा।

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