
सबका संदेश न्यूज नई दिल्ली- देश के गृह मंत्री अमित शाह ने ‘आजतक’ से बातचीत में बैंकिंग सिस्टम को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि बैंक में डिपॉजिट 1 लाख से ज्यादा की रकम को इंश्योरेंस के दायरे में लाने पर वित्तीय विभाग गंभीरता से विचार कर रहा है.
बड़े बदलाव के संकेत
टीवी टुडे नेटवर्क के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल ने अमित शाह से कहा कि पीएमसी बैंक के मामले को देखकर यह नहीं लगता है कि अब 1 लाख रुपये से ज्यादा डिपॉजिट को भी इंश्योरेंस के दायरे में लाने पर सोचना चाहिए? इसके जवाब में अमित शाह ने कहा कि यह मामला वित्तीय विभाग के पास विचाराधीन है.
वित्तीय विभाग कर रहा है विचार
उन्होंने कहा कि डिपॉजिटर इश्योरेंस स्कीम एक्ट में डिपॉजिट की सीमा बढ़नी चाहिए और इस पर काम किया जा रहा है. अमित शाह की मानें तो पिछले कार्यकाल में भी इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी, और फिलहाल वित्तीय विभाग इस पर विचार कर रहा है. सभी स्टैक होल्डर्स से बात हो रही है.
दरअसल पीएमसी बैंक में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद से खातधारक घबराए हुए हैं. खासकर वैसे ग्राहक जिनके बैंक में एक लाख रुपये से ज्यादा की रकम जमा है. क्योंकि डिपॉजिटर इश्योरेंस स्कीम एक्ट के तहत एक लाख रुपये के कम डिपॉजिटर की राशि की गारंटी होती है. लेकिन इससे ऊपर जमा राशि की कोई बैंक गारंटी नहीं होती है।
इसी के सदर्भ में अमित शाह ने कहा कि डिपॉजिटर इश्योरेंस स्कीम एक्ट में बदलाव हुए काफी समय हो गया है. ग्राहक लगातार एक्ट में बदलाव की मांग कर रहे हैं ताकि बैंक में एक लाख रुपये से अधिक की जमा राशि भी इंश्योरेंस स्कीम के दायरे में हो. अब गृह मंत्री ने संकेत दे दिया है कि इस पर वित्तीय विभाग गंभीरत से विचार कर रहा है.
क्या है पीएमसी बैंक का मामला
दरअसल पीएमसी बैंक के डूबने की खबरें फैलते ही लोग पैसे निकालने के लिए बैंक में उमड़ पड़े थे, जिससे अफरा-तफरी मच गई थी. पंजाब एंड महाराष्ट्र को ऑपरेटिव बैंक में ग्राहकों का 11500 करोड़ रुपया जमा है. आरोप के मुताबिक पीएमसी बैंक के मैनेजमेंट ने अपने नॉन परफॉर्मिंग एसेट और लोन वितरण के बारे में आरबीआई को गलत जानकारी दी है।
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