छत्तीसगढ़

5000 पटवारी ही नहीं 35 लाख कृषक भी प्रभावित है इस हड़ताल से। आंदोलनकारियों से बात न करना सरकार की हठधर्मिता। लोकप्रिय सांसद व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव।

5000 पटवारी ही नहीं 35 लाख कृषक भी प्रभावित है इस हड़ताल से। आंदोलनकारियों से बात न करना सरकार की हठधर्मिता। लोकप्रिय सांसद व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव।

 

 

भूपेंद्र साहू।
ब्यूरो चीफ बिलासपुर।
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव बुधवार को पटवारियों की हड़ताल को समर्थन देने नया रायपुर के धरनास्थल पर पहुँचे। उनके साथ भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व विधायक शिवरतन शर्मा तथा प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा भी थीं।

इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साव ने कहा कि पिछले लगभग पखवाड़ेभर से अधिक का समय बीतने के बाद भी प्रदेश सरकार आंदोलनरत पटवारियों की न तो मांगें पूरी कर रही है और न ही उनसे चर्चा कर रही है। प्रदेश में राजस्व संबंधी कार्य प्रदेश सरकार की हठवादिता के कारण ठप पड़े हैं। प्रदेश सरकार को संवेदनशील होकर पटवारियों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए। प्रदेशभर में आंदोलनरत 5 हजार पटवारी शासकीय मशीनरी के महत्वपूर्ण स्तंभ होते हैं और उनकी अनदेखी करना अन्यायपूर्ण है। श्री साव ने पटवारियों की मांगों को जायज ठहराते हुए इस बात पर अफ़सोस जताया कि बजट में दो बार प्रावधान करने के बाद भी प्रदेश सरकार ने पटवारियों को स्टेशनरी भत्ता नहीं दिया है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साव ने कहा कि कार्यसंपादन के लिए पटवारियों को आवश्यक सामग्री व संसाधन मुहैया कराना प्रदेश सरकार की ज़िम्मेदारी है। श्री साव ने कहा कि भाजपा पटवारियों की मांगों को हर मंच पर उठाएगी और जरूरी हुआ तो विधानसभा में भी आवाज उठाई जाएगी। पटवारियों को धरना की अनुमति रायपुर शहर में नहीं दिए जाने को निर्दयतापूर्ण निर्णय बताकर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए श्री साव ने बाद में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि दो साल पहले पटवारियों को दिया गया आश्वासन भी सरकार ने पूरा नहीं किया है। पटवारियों की हड़ताल से खेती-किसानी के काम पर असर पड़ रहा है, लेकिन संवेदनहीन प्रदेश सरकार को न पटवारियों की फिक्र है और न ही परेशान हो रहे किसानों की फिक्र है।
श्री साव ने कहा कि प्रदेश सरकार तुरंत पटवारियों की मांगों पर विचार करे, पटवारी संघ के पदाधिकारियों से चर्चा करे और उनकी न्यायसंगत मांगों को पूरा करे।

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