चलबो गौठान, खोलबो पोल अभियान के तहत भाजपा प्रदेश मंत्री पूर्व विधायक अवधेश सिंह चन्देल के नेतृत्व बेमेतरा विधानसभा के बेरला मंडल के अंतर्गत 21 मई को देवरबीजा व सलधा 22 को माटरा,दारगांव,बिरोदा 23 को सोढ़ ,बेरला व 24 को परपोड़ा के गौठान का किया गया निरीक्षण
चलबो गौठान, खोलबो पोल अभियान के तहत भाजपा प्रदेश मंत्री पूर्व विधायक अवधेश सिंह चन्देल के नेतृत्व बेमेतरा विधानसभा के बेरला मंडल के अंतर्गत 21 मई को देवरबीजा व सलधा 22 को माटरा,दारगांव,बिरोदा 23 को सोढ़ ,बेरला व 24 को परपोड़ा के गौठान का किया गया निरीक्षण
छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री गौठान के नाम मे बड़ी बड़ी ढींगे मारते जब प्रदेश भर में गौठान में जाकर धरातल में देख रहे है तो वहाँ कुछ नजर नही आ रहा है इससे साफ साफ हो रहा है छत्तीसगढ़ गौठानो में हुए हैं करोड़ों रुपए के घोटाला, बिहार के चारा घोटाला जैसा ही यह भूपेश सरकार का गौठान घोटाला है ।
भारतीय जनता पार्टी ने पूरे छत्तीसगढ़ में चलबो गौठान, खोलबो पोल एक अभियान आरंभ किया है। जिसका उद्देश्य गौठानो की वास्तविक स्थिति को जनता के सामने लाना है। शासन की गौठानो की सूची अनुसार बेरला जनपद के अंतर्गत 64 गौठान का उल्लेख है, जहां की स्थिति का निरीक्षण करने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में गौठान पहुँच रहे और राज्य सरकार द्वारा जो बात भूपेश बघेल कहते आखिर उनका जाँच कर रहे है तो पर वहाँ पर तो सब गोलमाल है।
गौठानो के निरीक्षण में पाया गया कि इन केंद्रों में कोई गाय रखी ही नहीं गई यह बच्चो के गर्मी की छुट्टी की तरह गायो की छुट्टी कर दी गई है और जब गाय/ गोधन रखी नहीं गई तो उनके लिए चारा, पानी, छाया के लिए शेड आदि की बात ही छोड़ दीजिए।लगभग गौठान गाय माता को रखने के लिए छपरी बांध के रखे है जिससे न बरसात में न ही गर्मी में गाय माता को रखा जा सकता है आये दिन बड़ी मात्रा में गायो की मृत्यु की खबर आती है सब यह घोटाला के कारण है।वर्मी कंपोस्ट गोबर खाद तो भगवान भरोसे पड़ा है वही गोबर खाद को जो गुणवत्ताहीन है उसे किसान को लेने के लिए मजबूर किया क्यूंकि किसान बन्धु बता रहे थे यूरिया पोटाश व अन्य तब मिलेगा जब ये गुणवत्ताहीन गोबर खाद को लोगे ।पीने के पानी की व्यस्था ही नही चारा पानी दूर दूर तक नजर नही आता है कई जगह तो घेरा तक नही है।
अवधेश सिंह चन्देल ने कहा छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस भूपेश बघेल की सरकार कहती है कि पूरे प्रदेश में दस हजार से ज्यादा गौठान बनाए गए हैं, प्रत्येक गौठान के बनाने में 13 लाख रुपए से लेकर 19 लाख रुपए खर्च किए गए हैं और अब तक लगभग 13 सौ करोड़ रुपए खर्च किया गया है। संदेह होता है कि 13 सौ करोड रुपए की राशि में सैकड़ों करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार हुआ है। साथ ही भूपेश सरकार कहती है कि प्रत्येक गौठान की देखरेख एवं व्यवस्था के लिए प्रतिमाह दस हजार रुपये प्रति गौठान खर्च किया जाता है।
शासन द्वारा घोषित दस हजार गौठानो में से हजारों गौठान ऐसे होंगे जो सिर्फ शासकीय कागजों पर है, धरातल पर है ही नहीं, जैसा कि हमारे बस्तर, रायगढ़ व कई क्षेत्र में शहर के अंदर शासकीय कागजों में विद्यमान गौठान का निरीक्षण कर पाया कि वहां गौठान न कभी बने, ना है, तो ये ₹10000 प्रति माह प्रति केंद्र का पैसा कहां जाता है। कुल मिलाकर यह लगता है कि बिहार के चारा घोटाला जैसा ही यह भूपेश सरकार का गौठान घोटाला है।केंद्र की राशि का दुरुपयोग किया जा रहा जबकि राज्य की ओर गौठान के लिए बजट में राशि ही उल्लेख ही नही है।जिस प्रकार से भूपेश बघेल की कांग्रेस सरकार गाय माता के नाम मे करोड़ो का घोटाला कर रही गाय माता की आड़ में अपना जेब भरने का काम कर रही है इस चीज को छत्तीसगढ़ के हर लोग जान चुके है भ्र्ष्टाचार सरकार को पहचान चुके है शराब घोटाला 2000 करोड़,कोयला घोटाला 540 करोड़,चावल घोटाला 5100 करोड़,गौठान घोटाला 1300 करोड़ जहाँ देखो इनकी सरकार में घोटाला ही घोटाला है कांग्रेस सरकार को जनता आने वाले 2023 में मुंह तोड़ जवाब देने को तैयार है।
गौठान निरीक्षण के दौरान मंडल अध्यक्ष महामंत्री समस्त मोर्चा प्रकोष्ठ के मंडल पदाधिकारी स्थानीय पदाधिकारी जनप्रनिधिगण व ग्रामीण मौजूद थे