फूड टेस्टिंग लैब का निर्माण चार माह के भीरत करने का विधायक वोरा ने दिया निर्देश कहा अधिकारी गुणवत्ता का रखे पूरा ध्यान
दुर्ग। स्टेट वेयर हाऊसिंग कार्पोरेशन के चेयरमेन अरुण वोरा ने फूड टेस्टिंग लैब का निर्माण अगले चार माह में हर हाल में पूरा करने कहा है। वोरा ने गत दिवस निर्माणाधीन फूड टेस्टिंग लैब का निरीक्षण करते हुए यहां के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने नवा रायपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को अगस्त तक कार्य पूरा करने कहा है। निरीक्षण के दौरान हृक्रष्ठ्र के ईई सुभाष आर्य, स्टेट वेयर हाऊसिंग कार्पोरेशन के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी मोहम्मद आगा हुसैन, सबइंजीनियर प्रज्ञा साहू मौजूद रहे। वोरा ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप मध्य भारत के पहले फूड टेस्टिंग लैब का निर्माण राजधानी नवा रायपुर में किया जा रहा है।
यहां 50 हजार वर्गफीट एरिया में लैब भवन का निर्माण कार्य चल रहा है। निर्माण कार्य पूरा होने पर यहां फूड टेस्टिंग लैब के लिए आवश्यक उपकरण व मशीनरी स्थापित करने के बाद फूड आइटम्स की टेस्टिंग की सुविधा शुरू की जाएगी। निरीक्षण के दौरान स्टेट वेयर हाऊसिंग कार्पोरेशन के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी के (फूड टेस्टिंग लैब) आगा हुसैन ने बताया कि भवन निर्माण और टेस्टिंग लैब के उपकरण व मशीनरी आदि की स्थापना में कुल 52 करोड़ रुपए खर्च होंगे। भवन निर्माण कार्य की लगातार मॉनिटरिंग हो रही है। निर्माण कार्य पूरा होते ही लैब के लिए आवश्यक सामग्री की खरीदी की जाएगी। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में टेस्टिंग लैब न होने से सरकारी, गैरसरकारी, एक्सपोर्ट-इंपोर्ट करने वाली संस्थाओं, डिस्ट्रीब्यूटरों को खाद्य पदार्थों की टेस्टिंग रिपोर्ट प्राप्त करने में काफी कठिनाई हो रही थी। इसे देखते हुए यहां फूड टेस्टिंग लैब स्थापित करने का निर्णय लिया गया।
लैब स्थापित होने के बाद यहां खाद्य पदार्थों की जांच अत्याधुनिक तकनीक से की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ स्टेट वेयर हाऊसिंग कार्पोरेशन के गोदामों में स्टोर किये गए चावल सहित अन्य खाद्य सामग्री के अलावा मार्केट में बिकने वाले पैकेÓड फूड आइटम, बायो फ्यूल, एथेनाल फ्यूल सहित सभी खाद्य सामग्री की क्वालिटी की जांच हो सकेगी। इससे गुणवत्ताहीन खाद्य सामग्री की बिक्री, सप्लाई आदि पर रोक लगाने में मदद मिलेगी। वोरा ने भवन निर्माण का कार्य पूर्ण गुणवत्ता के साथ निर्धारित समयसीमा के भीतर पूरा करने के निर्देश दिये हैं।