कवर्धाछत्तीसगढ़

यूनिसेफ के छत्तीसगढ़ प्रमुख जाब जकारिया ने ‘कवीर’ का किया शुभारम्भ

यूनिसेफ के छत्तीसगढ़ प्रमुख जाब जकारिया ने ‘कवीर’ का किया शुभारम्भ

कबीरधाम / छत्तीसगढ़ एग्रिकान समिति संस्था द्वारा पीजी कालेज के आडिटोरियम में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि यूनिसेफ के छत्तीसगढ़ प्रमुख जाब जकारिया एवं विशिष्ट अतिथि कामनलैंड संस्था की लैंडस्केप मनेजर हरमा रेडमेकर, डीआरएस प्रो. रवि आर. सक्सेना इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय, वरिष्ट वैज्ञानिक डॉ. संकेत ठाकुर, डीन डॉ. एच. सी. नंदा कृषि महाविध्यालय कवर्धा एवं डॉ. वी.पी. त्रिपाठी कृषि विज्ञानं केंद्र कवर्धा के द्वारा कवीर किसान एवं कवीर स्वयंसेवी का कबीरधाम जिले में शुभारम्भ किया गया |
कार्यक्रम की शुरुआत सभी अतिथियों का स्वागत कवीर किसानों के द्वारा पुष्पगुच्छ, साल एवं स्मृति चिन्ह दे कर किया गया |
कार्यक्रम में हरमा रेडमेकर ने बताया कि किस प्रकार से लगातार उपजाऊ भूमि ख़त्म होते जा रही है, भू जल स्तर लगातार कम होते जा रहा है और पृथ्वी का तापमान लगातार बढ़ रहा है जो आने वाले समय में विकराल रूप लेलेगा यही कारण है कि मौसम परिवर्तित हो रहा है इसके लिए कॉमनलैंड संस्था भूमि के सुधार को लेकर पूरे विश्व में काम कर रही है और यह तभी संभव है जब चार पूंची प्रेरणा की वापसी, प्राकृतिक पूंजी की वापसी, सामाजिक पूंजी की वापसी एवं वित्तीय पूंजी की वापसी से ही होगी |
डॉ. सकेंत ठाकुर ने सह अस्तित की प्रेरणा में कहाँ कि प्राकृतिक खेती से ही मानव समाज का उथान हो सकता है |
छत्तीसगढ़ एग्रिकान समिति के सचिव चिर्फ़ यानि की सेण्टर हाई लैंड रेस्टोरेशन प्रोजेक्ट के बारे में मानस बनर्जी ने बताया कि इस कार्यक्रम में जिला प्रशासन,इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर,कामनलैंड, यूनिसेफ, और मानवीय शिक्षा शोध संस्थान का किस प्रकार से सहयोग मिलेगा इस पर जानकारी साझा किया गया |
मनीषा मोटवानी चिर्फ़ कार्यक्रम की कार्यक्रम समन्यवक ने कवीर एवं कवीर किसान के बारे में जानकारी साझा किया गया कि किस प्रकार से किसानों की आय बढ़ेगी, संसाधनों का बेहतर प्रबंधन, किसानों का हर एक गाँव में दो-दो किसानों का गन्ना, कपास, घान, दलहन एवं पानी और मिट्टी सरक्षण को लेकर बनाया जायेगा और उनको प्रशिक्षित किया जायेगा उसके बाद वो खुद प्रयोग करेगें उसके बाद गाँव के किसानों को प्रशिक्षित करेगें जो कि गाँव के विशेषज्ञ रूप में होंगे |
छत्तीसगढ़ एग्रिकान समिति के अध्यक्ष रजनीश अवस्थी ने किसान ठीहा की जानकारी देते हुए बताया कि किसान ठीहा में कवीर किसान बैठक करेगें, मिट्टी की जाँच, मौसम की जानकरी , सरकारी योजनाओं की जाकारी उपलब्ध होगी और यह ठीहा गाँव में ही होगा |
डीआरएस प्रो. रवि आर. सक्सेना ने क्रॉप डाक्टर एप की जानकरी देते हुए बताया कि यह एप किसान साथियों के लिए बहुत ही उपयोगी है |
यूनिसेफ से अभिषेक सिंह ने विहैवियर चेंज एवं स्वयंसेवी विशेषज्ञ की उपयोगिता बताते हुए कहा कि समाज में बदलाव के लिए युवा साथी एक बहुत अच्छा काम कर सकते है |
यूनिसेफ छत्तीसगढ़ के प्रमुख एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जाब जकारिया ने कहाँ कि आज एतिहासिक दिन है जहाँ कवीर एवं कवीर किसान की शुरुआत कबीरधाम में हो गई है जहाँ कवीर स्वयंसेवी पूरे जिले में बाल पोषण, महिला सशक्तिकरण, पर्यवारण. मानसिक स्वास्थ्य एवं आजीविका जैसे मुद्दों में में जिला प्रशासन का सहयोग करेगें में जिसमें छत्तीसगढ़ एग्रिकान समिति एक पुल का काम करेगी है |
धन्यवाद ज्ञापित कवीर किसान सुरेश चंद्रवंशी ने किया इस अवसर पर उन्होंने सभी अतिथियों, मीडिया के साथियों एवं कवीर किसानों, महिलाओं, कवीर स्वयंसेवीयों और छत्तीसगढ़ एग्रिकान समिति के धन्यवाद ज्ञापित किया |
इस अवसर पर,सहायक संचालक पंचायत, उद्यानकी, प्रबंधक उद्योग, इंदिरा गाँधी विश्वविद्यालय रायपुर सहायक प्राध्यापक सुभा बनर्जी एवं पदाधिकारी, इस कार्यक्रम की पाट्नर संस्था में प्रदान के प्रतिनिधि, समर्थ के प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में कवीर किसान, कवीर स्वयंसेवी, महिलाएं छत्तीसगढ़ एग्रिकान समिति कबीरधाम की टीम से नितेश चंदेल, सुरेन्द्र कुमार, भूमिका, कविता उपस्थित रहे |
कार्यक्रम का संचालन जिला समन्यवक दीपक बागरी ने किया |

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