कोचिए के स्थान पर शासन द्वारा निर्धारित हॉट बाजार स्तरीय महिला स्व-सहायता समूहों को वनोपज बेचने तैयार हुए बैगा आदिवासी
कोचिए के स्थान पर शासन द्वारा निर्धारित हॉट बाजार स्तरीय महिला स्व-सहायता समूहों को वनोपज बेचने तैयार हुए बैगा आदिवासी
कवर्धा, 19 अप्रैल 2023। छत्त्ीसगढ़ शासन वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग मंत्रालय द्वारा 01 जुलाई 2022 से 30 जून 2023 के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना अंतर्गत 38 प्रजातियों तथा समर्थन मूल्य पर 27 प्रजातियों के वनोपज ग्रेड दर एवं मापदण्ड अनुसार वनवासियों से क्रय करने के आदेश दिए है। पश्चिम पंडरिया क्षेत्र के अधिकारियों ने ग्राम नेऊर, कांदावानी, रूखमीदादर, देवानपटपर तथा पुटपुटा के ग्रामीणों की बैठक लेकर कोचिए के स्थान पर शासन द्वारा निर्धारित हॉट बाजार स्तरीय महिला स्व-सहायता समूहों को वनोपज बेचने जागरूक किया।
वनमंडलाधिकारी श्री चूड़ामणि सिंह ने बताया कि वर्ष 2023-24 हेतु कवर्धा वनमंडल को 17 प्रजातियों की 38265.00 क्विंटल मात्रा, राशि 1119.92 लाख का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने समस्त क्षेत्रीय अमलों को उक्त लक्ष्य की जानकारी देते हुए माह मई-जून में संग्रहित हेने वाले वनोपज जैसे चार, सालबीज, लाख, महुआ डोरी, कुसुम बीज, नीम बीज, माहुल पत्ता एवं शहद का गुणवत्तायुक्त संग्रहण करने के लिए ग्राम-ग्राम जाकर वनवासियों तथा विशेष पिछड़ी जन जाति के लोगों को जागरूक करने का आदेश दिया है।
वन मंडलाधिकारी द्वारा दिए गए आदेश के परिपालन में उप प्रंबध संचालक जे.एस. चौहान के नेतृत्व में श्री आर.एल. यादव परिक्षेत्र सहायक कुकदुर, श्री सियाराम धुर्वे समिति प्रबंधक कुकदुर, श्री फूलंती भगत उप वन क्षेत्रपाल, श्री आशाराम शिव ने 18 अप्रैल को पश्चिम पंडरिया क्षेत्र के ग्राम-नेऊर, कांदावानी, रूखमीदादर, देवानपटपर तथा पुटपुटा के ग्रामीणों की बैठक लेकर जागरूक किया। बैठक में बताया गया कि हॉट बाजार स्थित महिला स्व-सहायता समूह को ही गुणवत्तायुक्त वनोपज लाकर दे जिससे उन्हें चार पर 126.00 रूपए प्रति किलोग्राम, रंगीनी लाख-275.00 रूपए प्रति किलोग्राम, कुसुमी लाख-325 रूपए प्रति किलोग्राम, शहद-225.00 रूपए प्रति किलोग्राम, माहुल पत्ता-15.00 रूपए प्रति किलोग्राम, महुआ बीज-29.00 रूपए प्रति किलोग्राम, नीम बीज-27 रूपए प्रति किलोग्राम तथा कुसुम बीज 20.70 रूपए प्रति किलोग्राम प्राप्त होगा।
बैठक में बताया गया कि समस्त वनोपज सूखा तथा साफ होना चाहिए, मिलावट रहित होना चाहिए। वनोपज परिपक्व होने के पश्चात् ही संग्रहण करना चाहिए। उन्होंने बताया कि कोचिओं को चांवल कनकी के बदले कोई वनोपज न बेचे, क्यांकि अब अदला-बदली (बार्टर) प्रथा बंद है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा ग्राम स्तर, हॉट बाजार स्तर पर 39 क्रय केन्द्र कवर्धा जिले में बनाए है। आवश्यकता होने पर क्रय केन्द्र बढ़ाए जा सकते है।
बैठक में कांदावानी के ग्रामीणों ने बताया कि चार चोरी होने के डर से तथा कच्चे चार दाने का वजन अधिक होने के कारण वे पक्के चार के साथ मिलाकर कोचिओं को बिक्री करते थे। इस वर्ष पक्के चार गुठली का ही संग्रहण करेंगें तथा कांदावानी में संग्रहण केन्द्र खोलने की मांग की। दुर्गा महिला स्व-सहायता समूह कांदावानी को संग्रहण केन्द्र स्थापना के लिए आवेदन देने का निर्णय लिया गया। ग्रामीणों ने कहा कि हम चार के अतिरिक्त महुआ बीज व कुसुम बीज भी शासन को बेचेंगे। बैगा आदिवासियों को उनके समाज प्रमुखों द्वारा महुआ फल संग्रहण के लिए जाली की मांग की गई थी। महुआ बीनने के लिए 50 नग जाली वनमंडलाधिकारी कवर्धा के निर्देश पर वितरित की गई ताकि उच्च गुणवत्ता का महुआ फल ग्रामीण एकत्र कर अधिक दर पर वनोपज बिक्री कर सके।