जिला पंचायत में मनाई गई महात्मा गांधी की जयंती ,प्लास्टिक का कोई भी सामग्री उपयोग नही करने ली शपथ

दुर्ग। महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के अवसर पर कार्यालय जिला पंचायत दुर्ग में श्रीमती माया बेलचंदन, अध्यक्ष जिला पंचातय दुर्ग की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुकेश बेलचंदन, सदस्य जिला पंचायत दुर्ग, अजय कुमार मिश्रा, उपसंचालक, पंचायत, जिला पंचायत दुर्ग, जिला पंचायत के समस्त कर्मचारी एवं अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान सभी उपस्थित स्टॉफ के द्वारा प्लास्टिक प्रतिबंध करने हेतु अपने घरों का कचरा न सडक़ पर फेकेंगे और न किसी को फेकने, प्लास्टिक से बनी सिंगल यूज वस्तुओं के उपयोग के प्रतिबंध हेतु लोगों को जागरूक करने, पॉलिथिन से बने केरीबैग के स्थान पर कपड़े से बने थैले का उपयोग करने एवं अपने कार्यस्थल पर प्लॉस्टिक के बाटल के स्थान पर कांच एवं स्टील की बाटल व गिलास का उपयोग करने का संकल्प लिया गया साथ ही कुपोषण व एनीमिया के विरूद्ध लोगों में जनजागरूकता लाने एवं समझ विकसित करने के लिये सतत प्रयास एवं उनसेे जुड़े क्रियान्वित गतिविधियों में लोगों को जोडऩे का प्रयास करने हेतु शपथ लिया गया।
श्रीमती माया बेलचंदन द्वारा बताया गया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने जिस भारत का सपना देखा था उसमें सिर्फ राजनैतिक आजादी ही नहीं थी, बल्कि एक स्वच्छ एवं विकसित देश की कल्पना भी थी। अब हमारा कर्तव्य है कि गंदगी को दूर करके भारत माता की सेवा करे। इसी उद्देश्य को साकार करने के लिये सभी के द्वारा शपथ लिया गया।
श्री मुकेश बेलचंदन द्वारा एनीमिया मुक्ति के लिये सरकार द्वारा प्रदेश में संचालित अभियान अंतर्गत सरकार की ओर से हितग्राहियों को प्रदाय किये जाने वाले पौष्टिक आहार, परामर्श सेवाएं, आई.एफ.ए. गोली, कृमिनाशक दवा की जानकारी दी गई साथ ही सभी उपस्थित अधिकारी/कर्मचारियों से अपने नियमित आहार में अधिक कैलोरी, प्रोटीन, विटामिन एवं लौह तत्व युक्त खाद्य सामग्री, सब्जी भाजी को शामिल करने विचार रखे गये।
कार्यक्रम के अंत में अजय कुमार मिश्रा, उपसंचालक, पंचायत, जिला पंचायत दुर्ग द्वारा कार्यालय जिला पंचायत में रखी समस्त प्लास्टिक की बोतल, डिस्पोजल वस्तुए, पॉलिथिन को स्टॉफ के साथ एकत्र कर निगम के रिसायकल सेंटर में भेज दिया गया। सभी स्टॉफ को सक्त निर्देश देते हुए आज से प्लॉस्टिक की बोतल एवं पॉलिथिन पर प्रतिबंध लगा दिया गया। उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा श्रमदान कर कार्यालय की सफाई की गई।