छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

आधी रात सिलेंडर में विस्फोट से हॉस्पिटल सेक्टर की बस्ती जलकर हुई खाक विधायक देवेन्द्र यादव और महापौर ने पहुंचकर शुरू कराया राहत कार्य

भिलाई। बीएसपी के टाउनशिप क्षेत्र के सेक्टर-9 हॉस्पिटल के पास स्थित बस्ती में आग लगने से 25 से 30 झोपडिय़ा ं जलकर खाक हो गई। पहले आग कैसे लगी इसका स्पष्ट कारण तो सामने नहीं आ पाया है लेकि लेकिन शुरुआत में एक के बाद एक कुल चार सिलेंडर में विस्फोट हुआ और तेजी से लपटे उठने लगी और बस्तियां जलकर खाक हो गई। आग की सूचना मिलने पर फायर कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक सारी झोपडिय़ां राख के ढेर में तब्दील हो चुकी थी।

इतनी बड़ी अग्निकांड के बावजूद किसी प्रकार की जनहानि नही हुई है।
शुक्रवार को अल सुबह भिलाई नगर विधायक देवेन्द्र यादव व महापौर नीरज पाल भी मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू करवाया। विधायक देवेन्द्र यादव ने आगजनी की इस दुर्घटना को दुखद बताते हुए हताहत परिवारों को हर तरह की मदद दिलाने का आश्वासन दिया। महापौर नीरज पाल ने बताया कि परीक्षा के समय बच्चों की किताबें और स्कूल ड्रेस तक जल गई है। हमारा प्रयास है कि इन परिवारों को जरुरत के सारे सामान उपलब्ध कराई जाए। लोक निर्माण विभाग प्रभारी एकांश बंछोर और वार्ड पार्षद सीजू एंथोनी ने भी मौके पर पहुंच हताहतों की सुध ली।

बताया जाता है कि ये सभी रहवासी मध्यप्रदेश के मंडला जिले से कमाने खाने के लिए भिलाई आकर यहा निवास कर रहे थे। बस्ती में रहने वाले ज्यादातर महिला और पुरुष सेक्टर 9 हॉस्पिटल में अटेंडेंट का काम करते हैं। झुग्गियों में आग जब लगी तो कई महिलाएं और पुरुष हॉस्पिटल में थे। बस्ती में बुजुर्ग और बच्चे सो रहे थे। आधीरात के बाद लगभग 2 बजे के आसपास की घटना बताई जा रही है। अग्निशमन कार्यालय को सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड को रवाना किया गया। मौके पर दमकल कर्मियों को आग बुझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। फायर फाइटरों सबसे पहले आग को फैलने से रोकने के लिए भरसक कोशिश कीए एक टीम ने ज्वलनशील पदार्थों को आग की जद से दूर किया और दूसरी टीम ने पानी की बौछारें मार कर आग पर काबू पाया।

आगजनी से दर्जनों से झुग्गियां जल गई है। जैसे आग लगी तो यहां के लोग घरों से बाहर निकल गए। इससे जनहानी तो नहीं हुई लेकिन बड़ी मात्रा में गरीब परिवारों का नुकसान हुआ है। जानकारी मिलने के बाद मौके पर विधायक देवेन्द्र यादव पहुंचे और राहत कार्य शुरू करवाया। आग पर तो काबू पा लिया गया अब नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।

झुग्गी क्षेत्र में रही निर्जला और संतोषी अहिरवार का कहना है कि वो 10 वीं बोर्ड की तैयारी कर रही हैं। आग में उनकी पूरी कापी किताब जल कर राख हो गई हैं। एग्जाम सिर पर है। वो लोग कैसे परीक्षा की तैयारी कर पाएंगे। उनके पास न तो नोट्स बचा और न ही किताबें बची हैं। बच्चियों का रो रोकर बुरा हाल है। कृष्णा अहिरवार ने बताया कि वो सेक्टर 9 हॉस्पिटल में अटेंडेंट का काम करती है। वो ड्यूटी पर गई थी। घर में उसकी 4 बेटी और एक बेटा अकेले थे घर में। देर रात 3.30 बजे के करीब बेटी ने फोन करके बताया कि मम्मी बड़ी आग लगी है। जल्दी आ जाओ। मौके पर आकर देखा कि पूरी बस्ती में आग लगी थी । मेरे घर का पूरा सामान जल गया था। आग लगने के बाद यहां करीब 4 सिलेंडर फटे हैं। बस्ती के पूरे घर जल गए हैं। पूरे गहने जल गए हैं। सोना और पैसा का पता नहीं चल रहा है।

पूर्व मंत्री पाण्डेय ने सीएम से तीन तीन लाख रूपये देने के लिए की मांग
वहीं आगजनी स्थल का दुर्ग कलेक्टर पुष्पेन्द्र मीणा ने पहुंचकर मौका मुआयना किया। उन्होंने कहा कि ये सभी लोग अवैध रूप से निवासरत है। बीएसपी की जमीन है फिर भी जिला प्रशासन इन पीडि़तों को हर संभव मदद करेगा। राहत कार्य दिये जायेंगे। चूंकि बच्चों की परीक्षा को ध्यान में रखते हुए कि उनका साल खराब ना हो इसका समूचित ध्यान रखा जायेगा। अतिरिक्त तहसीलदार श्रीमती क्षमा यदु ने कहा कि शासन स्तर पर 10 हजार रूपये ही देने का प्रावधान है, भिलाई विधानसभा क्षेत्र के पूर्व केबिनेट मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने कहा है कि आगजनी के इस मामले में प्रदेश के मुखिया को सीएम फंड से तीन तीन लाख रूपये दिया जाना चाहिए ताकि ये फिर से सही ढंग से अपना जीवन यापन कर सके। चूंकि इनका घरेलू रोजमर्रा का पूरा समान चलकर खाक हो चुका है।

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