छत्तीसगढ़धर्म

*13 वें ज्योतिर्लिंग धाम अघोड़ मठ मड़ेली में- महाशिवरात्रि, भोग भंण्डारा पर्व- 21फरवरी 2023*

*13 वें ज्योतिर्लिंग धाम अघोड़ मठ मड़ेली में- महाशिवरात्रि, भोग भंण्डारा पर्व- 21फरवरी 2023*

 

*मड़ेली-छुरा/* महाऔघड़ेश्वर ज्योतिर्लिंग महाकौशल क्षेत्र छत्तीसगढ़ राज्य के गरियाबंद जिले में ग्राम बिहावझोला,(मड़ेली‌) । जतमाई व घटारानी मंदिर के मध्य अघोरपीठ महाऔघड़ेश्वर ज्योतिर्लिंग धाम में स्थापित तेरहवां ज्योतिर्लिंग है।जिसकी स्थापना सदगुरुदेव बाबा औघड़ नाथ जी की कृपा से बारह साल बाद 12 जुलाई 2020 को कालाष्टमी तिथि में 13वें ज्योतिर्लिंग की स्थापना की गई है।
जिसमें महाशिवरात्रि,भोग भंण्डारा उत्सव सुबह 21फरवरी 2023 दिन मंगलवार को मड़ेली, बिहावझोला स्थित अघोर पीठ , अघोरनाथ दरबार में अघोर पीठाधीश्वर बाबा श्री अघोड़ नाथ जी के आशिर्वाद मार्गदर्शन से अघोरपीठाधीश गुरुदेव बाबा श्री प्रचंडवेग नाथ जी की तपस्या साधन द्वारा स्थापित विश्व कल्याणकारी, ऐश्र्वर्य, समृद्धि दायक छत्तीसगढ़ के एकमात्र और विश्व के 13 वें महाऔघड़ेश्वर ज्योतिर्लिंग की पूजा अर्चना, पाठ, महामृत्युंजय मंत्र जाप, तथा श्रृंगार दर्शन के साथ महाशिवरात्रि पर्व एवं भोग भंण्डारा ‌कार्यक्रम की शुरुआत होगी। महोत्सव में महाशिवरात्रि,भोग भंण्डारा पर्व-को समर्पित एक से बढ़कर एक सकिर्तन, रामायण, गीत- संगीत, नित्य से ऐसा रंग जमाया जाएगा कि वहां उपस्थित भक्त जन अपने आप को नहीं रोक पाएंगे।
संस्था प्रमुख ने इस मौके पर विश्व के सभी सम्माननीय बड़े बुजुर्ग, महिलाएं, युवा साथियों एवं बच्चों का सम्मिलित होने स्वागत किया। सभी सम्माननीय अध्यात्म में विलीन होकर दर्शन का लाभ लेकर अपने और अपने परिवार की सूखसमृद्धि की कामना के लिए अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होने की अपील की है।
भगवान एक ज्योति के रूप में पृथ्वी पर प्रकट हुए हैं। विश्व की समस्या का हल निकालने के लिए  भगवान शंकर एक प्रकाश स्तंभ के रूप में अघोर पीठ ग्राम बिहावझोला मड़ेली‌ में प्रकट हुए।

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