सूक्ष्म व लद्यु उद्योगों का संगठनों के माध्यम से होगा विकास
सूक्ष्म व लद्यु उद्योगों का संगठनों के माध्यम से होगा विकास
कवर्धा, 02 फरवरी 2023। सूक्ष्म, लद्यु व मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा देश में सूक्ष्म व लद्यु उद्यमों की उत्पादकता, प्रतिस्पर्धा व साथ ही क्षमता निर्माण और सामूहिक संगठन को बढ़ावा देने ’’क्लस्टर विकास योजना’’ अपनाया गया है। क्लस्टर का आशय विशिष्ट पहचान रखने वाले ऐसे क्षेत्र में स्थापित उद्योगों का समूह होता है, जो एक जैसे ही समरूप उत्पादों, सेवाओं का उत्पादन करते है।
जिला व्यापार एवं उद्योग विभाग के महाप्रबंधक ने बताया कि क्लस्टर विकास कार्यक्रम का उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों, संगठन, संघ के माध्यम से सूक्ष्म व लद्यु उद्योगों को एकजुट करना तथा क्लस्टर की सभी इकाईयों के लाभ के लिए प्रशिक्षण, दिशा-निर्देश, व्यापार विकास, प्रसंस्करण केन्द्र, अनुसंधान व विकस केन्द्रों आदि की व्यवस्था ‘‘सामान्य सुविधा केन्द्रों’’ के माध्यम से करना है।
उन्होंने बताया कि योजना अंतर्गत क्लस्टर में बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिए भारत सरकार द्वारा 60 प्रतिशत अनुदान तथा सामान्य सुविधा केन्द्रों की स्थापना के लिए 70 प्रतिशत अनुदान दिए जाने का प्रावधान है। वर्तमान में योजनांतर्गत विकास आयुक्त कार्यालय, भारत सरकार, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय से भारत सरकार द्वारा प्लास्टिक रिसाइकल उद्योगों के लिए ब्वउउवदए म्िनिमदज जतमंजउमदज िंबपसपजलए बवउउवद ूंपदह िंबपसपजलए ूंजमत तमबलबसपदह चसंदजेए ेपसस कमअमसवचउमदज बमदजतम एवं जमेजपदह संइ जैसी सुविधाएं डैम्.ब्क्च् ् योजना के अंतर्गत प्रदान किए जाने का निर्णय लिया गया है। विस्तृत जानकारी भारत सरकार सूक्ष्म, लद्यु व मध्यम उद्यम मंत्रालय की वेबसाईट कबउेउमण्हवअण्पद पर भी उपलब्ध है। लाभ लेने के लिए एक क्लस्टर में कार्य कर रही उत्पादक उद्योग इकाईयां आवेदन प्रक्रिया एवं अन्य जानकारी के लिए राज्य कार्यालय, सूक्ष्म, लद्यु मध्यम उद्यम संस्थान, भनपुरी, रायपुर से प्राप्त कर सकते हैं।