छत्तीसगढ़

महिला एवं बाल विकास विभाग ने बालिका सुरक्षा व महिला कानून पर किये जागरूक

महिला एवं बाल विकास विभाग ने बालिका सुरक्षा व महिला कानून पर किये जागरूक
#####################”आज के दौर में सभी क्षेत्रों में बालिकाओं की शिक्षा, उनके अधिकारों की जानकारी होने पर महिलाओं व बालिका के हितों की रक्षा अवश्य ही होगी””यह बातें महिला एवं बाल विकास विभाग-कबीरधाम की परियोजना अधिकारी श्रीमती विवेका हैरिस, राष्ट्रीय सेवा योजना-दशरंगपुर के विशेष शिविर ग्राम-बिरनपुर में स्वयंसेवकों को बता रही थी। वर्ल्ड विजन इण्डिया की जिला समन्वयक श्रीमती रिंकी सैनी ने बच्चों की हेल्प लाइन “1098-चाईल्ड लाईन”के माध्यम से, बच्चों को गलत तरीके से छूने एवं बच्चों की प्रताडना से, रक्षा हेतु सहायता ली जा सकने की जानकारी दी़,
अबोध बच्चे”गुड टच-बैड टच” को समझ पाते -तब तक वे प्रताडना के शिकार हो सकते हैं,श्रीमती रिंकी सैनी ने ग्रामवासियों को “पास्को एक्ट” के मुख्य उद्देश्य को बताया गया। महिला कार्यक्रम अधिकारी दुर्गेश नंदिनी ने
बालिकाओं के लिए शिक्षा व स्वास्थ्य की केन्द्र सरकार तथा राज्य सरकार एवं यूनिसेफ की योजनाओं को बताते हुए उसका लाभ लेने के लिए स्वयंसेवकों व ग्रामीण जनों को प्रेरित की । कार्यक्रम में पर्यवेक्षक सुश्री नम्रता मिश्रा एवं श्रीमती बसंती यादव ने मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह,सुकन्या योजना, कुपोषण,एनीमिया,मुख्यमंत्री बाल संदर्भ शिविर, महिला जागृति शिविर,प्रधानमंत्री मातृत्व योजना,नोनी सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान,सक्षम, योजना, छत्तीसगढ़ महिला कोष योजना, महिला एवं बालिका कानून/अधिकार की जानकारी स्वयंसेवक़ों व ग्रामीणों को दी . संयुक्त इकाई के कार्यक्रम अधिकारी हेमधर साहू ने बताया कि, सात दिवसीय विशेष शिविर के चौथे दिवस को पूरी तरह,सुबह ध्वजारोहण से लेकर ,दोपहर बौद्धिक चर्चा एवं संध्या कालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम में महिलाओं को मंच देकर-महिलाओं को मुख्य अतिथि व अन्य अतिथि बनायें गये थे.अर्थात् “नारी शक्ति” के नेतृत्व में कार्य किया गया,महिला एवं विकास विभाग-कबीरधाम के कार्यक्रम में महिलाओं ने बढ-चढकर सहभागिता की।

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