तखतपुर विधायक रश्मि-आशीष सिंह के विरुद्ध सर्व सहमति से छत्तीसगढ़ सतनाम महासंघ द्वारा निंदा प्रस्ताव पारित। पुलिस अधीक्षक को सौपा ज्ञापन। भविष्य में कभी समर्थन न करने का लिया निर्णय। कांग्रेस नेता बिहारी सिंह टोडर।
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तखतपुर विधायक रश्मि-आशीष सिंह के विरुद्ध सर्व सहमति से छत्तीसगढ़ सतनाम महासंघ द्वारा निंदा प्रस्ताव पारित। पुलिस अधीक्षक को सौपा ज्ञापन। भविष्य में कभी समर्थन न करने का लिया निर्णय। कांग्रेस नेता बिहारी सिंह टोडर।
भूपेंद्र साहू।
ब्यूरो चीफ बिलासपुर।
आज दिनांक 9-1-2023 को अनुसूचित जाति समाज के सैकड़ों लोग कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम, आई.जी. महोदय बिलासपुर, कलेक्टर महोदय बिलासपुर, पुलिस अधीक्षक महोदय बिलासपुर को सैकड़ों लोगो के साथ सैकड़ों लोगो की हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन देकर सामाजिक नेताओ की सुरक्षा और उन्हें संसदीय सचिव पद से इस्तीफा लेने की मांग किया है।
तखतपुर विधानसभा के अनुसूचित जाति समाज के नेताओ के साथ तखतपुर विधायक रश्मि आशीष सिंह द्वारा दुर्व्यवहार करने व अपमानित करने के कारण तखतपुर विधानसभा के सैकड़ों मुखियाओं ने दिनांक 5-1-2023 को तखतपुर सतनाम भवन में विशेष बैठक कर कड़ी निंदा करते हुए सर्व सहमति से निंदा प्रस्ताव पारित किया और भविष्य में रश्मि आशीष सिंह को किसी भी प्रकार से समर्थन नहीं करने का निर्णय लिया गया है।
विधायक के विरुद्ध निंदा प्रस्ताव पारित होने के बाद, अनुसूचित जाति समाज के नेताओ को किसी भी झूठे केस में फंसाने, व जान मॉल की हानि होने या फिर किसी अप्रिय घटना या दुर्घटना घटित होने की स्थिति में तखतपुर विधायक रश्मि आशीष सिंह होंगे। ऐसा प्रस्ताव और आवेदन मुख्यमंत्री जी और आज उच्च अधिकारियों दिया गया है।
मामला है तखतपुर विधानसभा के ग्राम काठाकोनी की है, 31 दिसंबर को तखतपुर विधानसभा के ग्राम कांठाकोनी में सतनामी समाज के द्वारा जयंती कार्यक्रम रखा गया था, जहां पर मंच में सामाजिक नेता- संजीव खांडे व अन्य पहले से बैठे हुए थे, तभी छेत्रीय विधायक रश्मि आशीष सिंह वहां पहुंची, जिसे देखकर सामाजिक नेता मंच से उतर कर किनारे से बाहर जा रहे थे, सामाजिक नेताओ की बाहर जाने का एक ही कारण था की तखतपुर विधायक की अनुसूचित जाति वर्ग के लोगो के साथ जातिवाद, भेदभाव, रवैया अपनाना है, जिसके कारण वे लोग जा रहे थे।
विधायक उनके पास चली गई और तेज आवाज में बोलने लगी, कहां मुंह छुपाके भाग रहे हो, यह अपमान जनक अव्यवहारिक शब्दो का इतमाल किया।
जनप्रतिनिधियों से रे, तू, तड़ाक से बाते करती रही, इसके साथ ही पहले भी उनके द्वारा कई जगह अनुसूचित जाति समाज के लोग मुझे वोट नही दिए करके दुर्व्यहार किया गया है।
मैं पूर्व विधायक ठाकुर बलराम सिंह की बहु और रोहणी कुमार बाजपेई की बेटी हुं कभी बर्दास्त नही करूंगी बोलना, जनप्रतिनिधियों और जनता से भी है। विधायक द्वारा इस प्रकार से दुर्व्यवहार व अपमानित करने के कारण पूरे विधानसभा में अनुसूचित जाति समाज के लोग आक्रोशित है। जिसके कारण दिनांक 5 जनवरी की पूरे तखतपुर विधानसभा से सामाजिक मुखियागण सतनाम भवन तखतपुर में आवश्यक बैठक कर विधायक रश्मि आशीष सिंह की कड़ी निंदा करते हुए सर्वसहमति से निंदा प्रस्ताव पारित किया गया है, और भविष्य में किसी प्रकार की समर्थन उन्हे नही देने क्या निर्णय लिया गया है।
निंदा प्रस्ताव पारित होने और ज्ञापन सौंपने के अवसर पर मुख्यरूप से, बिहारी सिंह टोडर- (जिलाध्यक्ष छत्तीसगढ़ सतनाम महासंघ व जिला सचिव कांग्रेस), संजीव खांडे (प्रदेश उपाध्यक्ष – छत्तीसगढ़ सतनाम महासंघ) धर्मेंद्र बघेल, वीरेंद्र कुमार, परमेश्वर, संतोष चंदेल, सुनील आनंद, राजू भारती, संजय अनंत, प्रमोद खंडे, रामप्रसाद सोंचे, विशेषण जांगड़े, अनिक कुर्रे, मनजीत कोसले, हरप्रसाद, दुर्गेश भार्गव, ओमप्रकाश सोनी, रामकुमार सोंचे, युवराज बंजारे, नवीन कुंवर सिंह, खोरबहरा, सागर बघेल, संतोष पाटले, रामकुमार, रामप्रकाश, गबरु भास्कर, धरमलाल, ओमप्रकाश बंजारे, राधेलाल भास्कर, देव सिंह बंजारे, प्रशांत अनंत, भागवत बंजारे पूसाराम, मनोज खंडेकर रविंद्र जांगड़े, परमेश खांडे, राजेश जांगड़े, अशोक, भूपेंद्र कुमार राहुल पाटिल, राजकुमार पहाड़ी, सुकृता सोनवानी, साधेलाल भारद्वाज, हेमचंद मिरी, जितेंद्र बंजारा, सागर बंजारे, संजीत बर्मन, विनोद बंजारा अजीत घृतलहरे पिंटू खांडे, भरत जांगड़े, राजेश खांडे, नोबल नवरंग, मनोज, इतवारी कुर्रे, अरविंद नवरंग, विनोद घृतलहारे, अमर दिनकर, जीतेंद्र कुमार, नरेश मिरि, योगेंद्र पात्रे, संतराम लहरे, लछमी खांडे, राजू खांडे, दिलीप पात्त्रे, अखिलेश कोसले, सलेंद्र आहूजा, ऋषि चतुर्वेदी, निर्मल कुमार,भानुप्रताप, कृष्णा जांगड़े, विवेकानंद दिनकर, संदीप खांडे, मनीष खांडे, रामचंद बंजारे, कोमल दिनकर, संदीप बर्मन, विकेश बंजारे, रामप्रसाद रात्रे, धनेश्वर भास्कर, गौतम बंजारे, गुलशन मेरसा, सूर्यकांत मेरसा, सुरेश अनंत, हिमालय राज मेरसा, काशीराम लहरे, ओमप्रकाश सोचें, दसरथ, मंगल लहरे, डेविड अनंत, रामझूल बंजारे, सोहर, रमेश कुमार, लव कुमार गेंदले, सूरज कुमार, कोमल टोडर, संत कुमार, कमल, नरेश सोनवानी, प्रियांसु डाहीरे, मोहित टांडे, मंगला सोंचे, आशीष नवरंग, सूर्यकांत खांडे, अनिल अनंत, दुर्गेश कुमार बंजारे, राजेश कुमार भारती, राहुल पतले, नरेश बघेल, संजीत अनंत, साहिल कुर्रे, बर्फी खुटे, रतिराम कोसले, श्याम लाल कोसले, अमर मिरी, अजोरदास नवरंग, रामसेवक बघेल, राजू, लखन, किशोर, सहित सैकड़ों की संख्या में अनुसूचित जाति वर्ग के लोग की उपस्थित थे।