छेर-छेरा छत्तीसगढ़ लोकप्रिय त्यौहार हैं। छेर-छेरा त्यौहार की हार्दिक शुभकामनाएँ। लोकप्रिय कांग्रेस नेता त्रिलोकचंन्द्र श्रीवास
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छेर-छेरा छत्तीसगढ़ लोकप्रिय त्यौहार हैं। छेर-छेरा त्यौहार की हार्दिक शुभकामनाएँ। लोकप्रिय कांग्रेस नेता
त्रिलोकचंन्द्र श्रीवास।
भूपेंद्र साहू।
ब्यूरो चीफ बिलासपुर।
छेरछेरा तिहार छत्तीसगढ़ में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, पौष मास के पुर्णिमा के दिन ही त्यौहार मनाने की परमपरा लोक विदित है, जिसमे किसानों के धान कटाई, मिसाई के बाद छेरछेरा तिहार को अन्न का दान करते हैंऔर बच्चे, युवा टोली बना कर घरों में दस्तक देते है।
बच्चों, युवाओं ने टोली बना कर मांगा छेरीक छेरा।
ग्रामीण अंचल में सुबह से ही बच्चे युवा गीत गाकर, छेरीक छेरा, माई कोठी के धान ला हेर हेरा की आवाज लगाते हुए किसानों के घर में दस्तक देते हैं और वही किसान अपनी इच्छानुसार दान करते हैं।
छेर-छेरा पर्व मे किसानों ने भी किया जमकर दान।
छत्तीसगढ़ की पारम्परिक त्यौहार छेर-छेरा में किसानों की अच्छी फसल होने के बाद उसे कोठी में सुरक्षित रखते हैं, ताकि भविष्य में उपयोग कर सके, वहीं जब छेर-छेरा तिहार के आने के बाद धान करते हैं लेकिन इस बार बम्पर पैदावारी हुई है इसलिए किसानों ने अन्न का दान जमकर किया और बच्चों पर खुब प्यार लुटाते दिखे।