बच्चों की शिक्षा के लिए पालकों और एसएमसी सदस्यों की जागृति आवश्यक : दिनेश टांक
दुर्ग / बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में एसएमसी सदस्यों की भूमिका को रेखांकित करने तथा पालकों को श्रेष्ठ बनाने की दृष्टि से समग्र शिक्षा राज्य परियोजना कार्यालय रायपुर व राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण रायपुर के संयुक्त प्रयास से जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा दुर्ग द्वारा चार चरणों में दो-दो दिवसीय मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण फरीदनगर सुपेला भिलाई के सांदीपनी बालक छात्रावास में संपन्न किया गया ।
प्रथम चरण में धमधा, द्वितीय व तृतीय चरण में क्रमशः दुर्ग शहरी व ग्रामीण और चौथे व अंतिम चरण में पाटन विकासखंड के शिक्षकों को श्रेष्ठ पालकत्व और एसएमसी प्रशिक्षण सदस्यों के उन्मुखीकरण के संबंध में दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हुआ है । सत्र के प्रारंभ में सरस्वती वंदना व राज गीत अरपा पैरी के धार का सामूहिक वाचन के साथ ही पालकत्व पर रचित जन गीत दाई के मया अऊ ददा के दुलार का उत्साहपूर्वक गायन कराया गया, ताकि पालकों में इसे प्रसारित कर उनके पालकत्व को जागृत किया जा सके ।
मिशन समन्वयक सुरेंद्र पांडेय ने सत्र में प्रतिभागियों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे सदैव अपने शिक्षा जगत में हो रहे परिवर्तनों से भिज्ञ रहें तथा अपनी सक्रियता से बच्चों व पालकों को प्रेरित करते रहें । बच्चों की शिक्षा में पालकों व शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों को साथ लेकर शाला का बेहतर विकास करें ।
एपीसी वह प्रशिक्षण प्रभारी विवेक शर्मा ने राष्ट्रीय उपलब्धि परीक्षा व असर शैक्षिक सर्वेक्षण की समीक्षात्मक जानकारी प्रस्तुत करते हुए प्रतिभागियों को प्रेरित किया, कि वे इसकी उपलब्धियां जिले में बढ़ाने की प्रेरणा दी, ताकि राज्य का स्थान देश में औसत से अच्छा हो सके ।
स्रोत व्यक्ति राम कुमार वर्मा ने श्रेष्ठ पालकत्व की विभिन्न स्थितियों से अवगत कराते हुए उसके क्षेत्र, विपरीत परिस्थितियों में भी पालकत्व संभव है,आदि बातों को सत्य घटनाओं पर आधारित कहानियों के माध्यम से स्पष्ट किया। साथ ही एसएमसी सदस्यों का सक्रिय सहयोग लेने संबंधी मार्गदर्शिका की उपयोगिता की चर्चा की। मास्टर ट्रेनर्स शुभ्रा वर्मा ने एसएमसी सदस्यों का बच्चों की प्रतिभा को विकसित करने, आगे बढ़ाने में सहयोग करने की अपील की।सत्र में उषा वर्मा ने आखर अंजोर के तहत प्रकाशित श्रेष्ठ पालकत्व कैलेंडर, चित्र कार्ड आदि का प्रदर्शन कर ज़मीनी स्तर पर बच्चों की शिक्षा के प्रति उदासीनता पूर्ण विभिन्न स्थितियों का अवलोकन कराते हुए पालकों को अपने बच्चों की शिक्षा के लिए समय देने की प्रेरणा दी।
राज्य साक्षरता मिशन के उप संचालक ,योजना व वित्त दिनेश टाक ने प्रतिभागियों से सीधी बातचीत करते हुए अपने लोकप्रिय शैली में जन गीतों के साथ ही जमीनी स्तर पर पालकों को अपने बच्चों की शिक्षा के लिए हर परिस्थिति में सक्रिय करने, उनके पालकत्व को जगाने, एसएमसी सदस्यों के सहयोग से स्कूलों को स्वच्छ, प्रेरक व बाल केंद्रित बनाने की प्रेरणा दी।
इसमें नरेश पटेल, चंद्र प्रकाश यादव, विजय यादव, धर्मजीत साहू, रवि दुबे, शत्रुहन सिन्हा, मनीष ठाकुर, पोषण कुमार, मनजीत कौर भाटिया आदि ने सक्रियता से सहयोग दिया।