आचार्य विशुद्ध सागर महाराज जी का 31वां मुनि दीक्षा दिवस पर मुनिगणों एवं हजारों भक्तों ने आचार्य श्री के समवशरण में पाद प्रच्छालन करते हुए त्रिवेणी जैन तीर्थ सेक्टर 6 में श्री जिनेन्द्र भगवान के महामस्तकाभिषेक के साथ आशीर्वाद ग्रहण किये
भिलाई। आज श्री त्रिवेणी जैन तीर्थ सेक्टर 6 में प्रात: 7.30 बजे श्री 1008 पाश्र्वनाथ भगवान के मंगल अभिषेक शांतिधारा परम पूज्य आचार्य 108 श्री विशुद्ध सागर महाराज जी के अमृतवचनों से भक्तों ने किया जहां आज सैकड़ों भक्तों ने परमपूज्य आचार्य 108श्री विशुद्ध सागर महाराज जी के 31वां मुनि दीक्षा दिवस पर आचार्य पूजन विधान पूजन करते हुए आशीर्वाद लिये। इस अवसर पर आज आचार्य श्री के अमृतवचनों से श्री पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में श्री 1008 आदिनाथ भगवान एवं 1008 मुनिश्रुवत नाथ भगवान के मंगल शांतिधारा मूर्ति प्रदाता प्रशांत जैन के साथ ज्ञानचंद बाकलीवाल, प्रदीप जैन बाकलीवाल, संजय चतुर, वरूण जैन आदि ने किया। आचार्यश्री विशुद्ध सागर महाराज जी का मंगल आहारचर्या के सी नाहर परिवार में हुई। दोपहर देश के अनेक प्रांतों से सैकड़ों भक्तों के साथ आज आचार्यश्री विशुद्ध सागर महाराज जी के 31वां मुनी दीक्षा दिवस पर परमपूज्य आर्यिका 105 सौभाग्यवति माताजी ने अपने अमृत वचन में आचार्यश्री विशुद्ध सागर महाराज जी को नमन करते हुए अपने मंगल आशीष धर्मसभा में दिये जहां आचार्यश्री को भिलाई-दुर्ग जैन समाज के साथ जैन महिला क्लब सेक्टर 6 जैन मिलन जैन ट्रस्ट श्री पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन सभा सेक्टर 6, वैशाली नगर, रूआबांधा, रिसाली, नेहरू नगर, दुर्ग, रायपुर के सैकड़ों महिलाओं ने बहुत ही आकर्षक साज सज्जा के साथ आचार्यश्री को पूजनअघ्र्य भक्ति भाव के साथ समर्पित किये।
इस अवसर पर आज आचार्य श्री के पाद प्रच्छालन सांसद विजय बघेल जी एवं दुर्ग महापौर धीरज बाकलीवाल के साथ सुयश सागर महाराज जी गृहस्थ जीवन के मंगलचंद बलदेव बाकलीवाल परिवार के इंदरचंद, प्रदीप, अशोक, अरूण बाकलीवाल ने प्राप्त करते हुए भागचंद जैन, प्रशांत जैन, मुकेश जैन, ज्ञानचंद बाकलीवाल,प्रभात जैन,अरविंद जैन, निशांत जैन रायपुर के पारसमल पापड़ीवाल, प्रदीप जैन, महावीर पाटनी, ज्ञानचंद इंदर पाटनी, कजोड़मल जैन, प्रवीण छाबड़ा, डॉ. आर के जैन, अनिल जैन, संजीव कासलीवाल, धीरज बाकलीवाल, प्रतीक नाहर आदि ने श्रीफल के साथ पाद प्रच्छालन किया जहां सांसद विजय बघेल को आचार्यश्री के जिनवाणी जैन समाज ने भेंट किया। इस अवसर पर जैन मिलन, पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन महासभा के भक्तों ने जिनवाणी…. एवं सत्यबोध ग्रंथ का विमोचन किया।
जानकारी देते हुए प्रचार प्रसार प्रभारी प्रदीप जैन बाकलीवाल ने बताया कि आज अपने धर्मसभा में आचार्यश्री विशुद्ध सागर महाराज जी ने अपने अमृत वचन में 31वें मुनी दीक्षा पर अपने गुरू श्री विराग सागर महाराज जी को नमन करते हुए आचार्यश्री ने सभी को अपने मंगल आशीर्वाद दिया। जहां हजारों भक्तों ने आचार्यश्री विशुद्ध सागर महाराज जी की धर्मसभा जयकारा लगाये। इस दौरान आचार्यश्री ने कहा कि आज इस त्रिवेणी जेैन तीर्थ में आप सभी जिनेन्द्र भगवान के मंगल दर्शन करते हुए इस आयेाजन में शामिल हुए हो सभी को मेरा मंगल आशीर्वाद। आप सभी अपने जीवन मेें अहंकार को त्याग कर अपने क्रोध और भौतिकता के जीवन से बचकर कितने भी ऊंचे पद पर पहुंच जाये तो भी अपनी अतीत और अपनी जमीन को कभी मत भूलना और जैसे विद्युत जल से पैदा करने के लिए आवृत्ति के नियमानुसार विद्युत का प्रवाह उत्पन्न करने के लिए घर्षण करना पड़ता है, उसी तरह यह जो मुनि है, ये अपनी चर्या और त्याग तपस्या में अपने मुक्ति के मार्ग की ओर अनुशासन के साथ अग्रसर रहते हुए अपनी आत्मसाधना में लगे हुए हैं। आप सभी प्रेम के साथ जीवन यापन करें।
आचार्यश्री विशुद्ध सागर महाराज जी ने कहा कि आप सभी मुझसे 1998 से जुड़े हुए है। इस दौरान उज्ज्वल पाटनी के प्रश्र का प्रतिउत्तर देते हुए आचार्यश्री विशुद्ध सागर महाराज जी एवं मुनिश्री सुयश सागर महाराज जी ने कहा कि आचार्यश्री की चर्या को आप सभी अनेक वर्षोँ से देखते आ रहे हैं। जैसे आप ने ग्रेनाईट पत्थर को देखा होगा इसमें इतनी चमक क्यो ंआ रही है? क्योंकि उसे इतना रगड़ा गया है कि पाषाण से वह चमक के साथ ग्रेनाइट बन गया है वैसे ही हमारे आचार्यश्री को धर्म से इतना प्रेम है, कि जिन शासन पर कभी ना आंच आये उनको धर्म से अनुराग है, इसलिए वह अपने शिष्यों को तराश रहे हैं। हम अपने आचार्य गुरूवर की चर्या, चारित्र, गुण, अनुशासन की कड़ी शिक्षा और इनकी वीतरागता को प्रणाम करते हुए अपने गुरूवर को प्रणाम करते हैं क्योंकि गुरूवर अपने शिष्यों में इतना वात्सल्य देते हुए धर्म की शिक्षा को दे रहे हैं और हम सभी भावना भाते हैं कि एक दिन आपका दीक्षा कल्याण दिवस पर शामिल होकर आपके समोशरण में शामिल हो। हे गुरूवर हम आपको 31वें मुनि दीक्षा दिवस पर प्रणाम करते हंै। मंच संलानकर्ता प्रशांत जैन के साथ सभा मेें उपस्थित सभी धर्मप्रेमी बंधुओं ने आचार्यश्री को नमोस्त करते हुए 31वें मुनि दीक्षा की बधाई देते हुए आशीर्वाद ग्रहण किये।