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सर्दी-खांसी, बुखार के लक्षण छिपाकर न लगायें कोविड टीका-डा., Do not hide the symptoms of cold, cough, fever, and apply Kovid Vaccine-Dr.

भिलाई / कोविड से बचाव हेतु भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा टीकाकरण अभियान को बड़ी तेजी से चलाया जा रहा है। बीएसपी ने कार्मिकों व उनके परिजनों के जीवनरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए भिलाई बिरादरी को कोविड से बचाने के लिए कोविड टीकाकरण पर विशेष जोर दिया है। भिलाई बिरादरी ने इस टीकाकरण अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। बीएसपी प्रबंधन के कोविड टीकाकरण अभियान से अब तक लगभग 19,000 से अधिक लोग लाभान्वित हो चुके है। अब टीके का सेकंड डोज़ देने की तैयारी पूर्ण की जा चुकी है। जेएलएन अस्पताल की एसीएमओ व शिशु रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. संबिता पण्डा के कुशल नेतृत्व तथा डॉ. सुबोध साहा के कॉर्डिनेशन में सम्पूर्ण टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। इस संदर्भ में बीएसपी की टीकाकरण प्रभारी डॉ. संबिता पण्डा ने कहा कि टीका लगाने के पश्चात् कई व्यक्तियों में कोविड जैसे लक्षण दिखाई दिये है। चन्द लोगों को कोविड होने की पुष्टि भी हुई है। परंतु इस संदर्भ में मेरा यह मानना है कि टीका लगाने से कोविड नहीं होता। कई बार यह देखने में आया है कि लोगों को सर्दी-खांसी, जुकाम या बुखार होने के बावजूद वे टीका लगवा लेते है। इसलिए हम लोगों को सलाह देते हैं कि अगर आप बीमार है, आपको सर्दी-खांसी, जुकाम या बुखार है तो कृपया टीका न लगायें। कोविड टीका आपको तत्काल प्रोटेक्शन नहीं देता है। कई बार यह देखने में आया है कि लोग अपने लक्षणों को छिपाकर टीका लगा लेते है। अत: हम प्रत्येक टीका लगाने वाले व्यक्तियों से अपील करते हैं कि वे कृपया अपने लक्षणों को न छुपायें, अपना टेस्ट करायें। स्वस्थ होने की स्थिति में ही टीका लगवायें।
टीकाकरण से नहीं होता है कोविड अपनी बातचीत में डॉ. संबिता पण्डा बताती है कि टीका लगाने से कोविड होगा यह एक मिथक है। टीका लगाने के पश्चात् मात्र कुछ लोगों में सर्दी-खांसी, जुकाम, सिरदर्द या बुखार के हल्के लक्षण दिखाई देते है, जो कि एक-दो दिनों में ठीक हो जाते है। अत: इसमें घबराने की आवश्यकता नहीं है। परंतु अगर टीका लगाने से पूर्व आपको ये लक्षण है तो कृपया टीका न लगवायें। बीमार व्यक्ति की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम होती है अत: ऐसे वक्त पर टीका लगाना सही नहीं होता। ऐसी अवस्था में टीका लगाने से कोई फायदा नहीं है। यह याद रखें कि शरीर में टीका लगाते ही रोग-प्रतिरोधक क्षमता तत्काल पैदा नहीं होती। पूर्ण स्वस्थ होने के पश्चात् डॉक्टर की सलाह लेकर ही टीका लगवायें।
टीका लगाते ही नहीं आती इम्यूनिटी डॉ. संबिता पण्डा ने टीकाकरण के संबंध में सारगर्भित जानकारी देते हुए बताया कि लोग टीके का पहला डोज लेते ही सावधानी को तिलांजलि दे देते है। मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग जैसे उपायों को दर-किनार कर देते है। उन्हें यह लगता है कि वे पहला डोज ले चुके है इसलिए वे सुरक्षित है जो कि पूर्णत: गलत है। टीके के दूसरे डोज लेने के तीन हफ्ते के पश्चात् ही मानव शरीर में इम्यूनिटी डेवलप होती है। अत: टीका लेने के बाद भी हमें पूरी सावधानी बरतनी है। यह याद रखें कि टीका आपको 70 प्रतिशत सुरक्षा प्रदान कर रहा है। मास्क लगाने के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। साबुन से हाथ धोयें, जरूरत होने पर सेनेटाइज करें। कोविड के मरीज टीका हेतु करें 4 सप्ताह का इंतजार- डॉ सुबोध साहा बीएसपी टीकाकरण के समन्वयक डॉ. सुबोध साहा ने टीकाकरण के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए कहा कि कई बार लोग कोविड से संक्रमित होते ही जांच कराने के बजाय सीधे टीका लगाने चले आते है जो सही नहीं है। कोविड के संक्रमण के पश्चात् तत्काल टीका नहीं लगाया जाना चाहिए। कोविड रिपोर्ट पॉजीटिव आने के दिन से लगभग 4 सप्ताह के पश्चात् ही टीकाकरण हेतु आना चाहिए। कोविड के तत्काल बाद टीका लगाना सहीं नहीं है। अत: कोविड रिपोर्ट पॉजीटिव आने के दिन से 4 सप्ताह तक का इंतजार करें। 4 सप्ताह बाद टीका अवश्य लगाये। टीके के दोनों डोज लगाने के बाद भी सभी को सावधानी बरतना आवश्यक है। दोनों डोज लगने के बाद भी बिना मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग के इस संक्रमण को आप दूसरों में फैला सकते है। इसलिए टीका लेने के बाद भी मास्क पहने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें तथा नियमित रूप से हाथ धोयें। हमारी सावधानी ही हमें कोरोना से बचाने में मददगार साबित होगी।

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