सर्व आदिवासी समाज ने जनजाति सलाहकार दीपक बैज से1932 के खतियान रिकॉर्ड के आधार पर स्थाई डोमिसाइल नीति की मांग की जगदलपुर:- सर्व आदिवासी समाज जिला बस्तर के द्वारा जनजाति सलाहकार परिषद के सदस्य एवं बस्तर सांसद दीपक बैज से स्थानीय आरक्षण को लेकर ज्ञापन दिया गया। सर्व आदिवासी समाज अध्यक्ष गंगा नाग ने अवगत कराया कि जनजाति सलाहकार परिषद के बैठक में एक जनवरी 1932 के मिसल रिकॉर्ड / खतियान रिकार्ड के आधार पर छत्तीसगढ़ राज्य की स्थाई डोमिसाइल नीति को कानून बनाया जाए ।महाराष्ट्र के जनजाति सलाहकार परिषद के द्वारा वर्ष 2014 में अनुच्छेद 46 के तहत प्रस्ताव पारित कर जनजातियों को अनुसूचित क्षेत्रो के तृतीय और चतुर्थ श्रेणियों भर्ती पदों में शत प्रतिशत आरक्षण प्रदाय किया जाए। सर्व आदिवासी समाज द्वारा तीन बिंदुओं पर ज्ञापन सौंपा गया जिसमें विधानसभा में छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति अधिनियम 2022 को स्वतंत्र अधिनियम के रूप में पारित करें और इसे अन्य वर्गों के आरक्षण से पृथक रखें।पांचवी अनुसूची क्षेत्रों में तृतीय और चतुर्थ वर्ग के पदों का 100% स्थानीय उम्मीदवारों से ही भर्ती किए जाने हेतु छत्तीसगढ़ विधानसभा के विशेष सत्र छत्तीसगढ़ के अनुसूचित क्षेत्र में भर्ती अधिनियम 2022 पारित किया जावे ।छत्तीसगढ़ राज्य में अन्य प्रदेशों के प्रवासी व्यक्तियों की संख्या में उत्तरोत्तर वृद्धि पर रोक लगाने के लिए छत्तीसगढ़ शासन में भी झारखंड राज्य की तर्ज पर एक जनवरी 1932 के मिसल रिकॉर्ड / खतियान रिकार्ड के आधार पर छत्तीसगढ़ राज्य की स्थाई डोमिसाइल नीति को कानून रूप देते हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा में अधिनियम के रूप में पारित करें ।सांसद दीपक बैज ने समाज समाज प्रमुखों एवं पदाधिकारियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि समाज के माँगो को मुख्यमंत्री के पास रखूँगा एवं जनजातीय सलाहकार परिषद के बैठक मे भी इस मुद्दा को रखूँगा। समाज से बड़ा कोई नहीं हम सब समाज के व्यक्ति है। सब मिलकर लड़ाई लड़ेंगे। इस दौरान सर्व आदिवासी समाज अध्यक्ष गंगा नाग , कोया समाज संभागीय अध्यक्ष हिड़मो मड़ावी , मुरिया समाज अध्यक्ष बलदेव मौर्य, मुंडा समाज बाबु लाल बघेल , सन्तु मौर्य , बंसन्त कश्यप , लखेश्वर कश्यप ,डमरु कश्यप , सोमारू बघेल , लक्ष्मीनाथ कश्यप, हिदमो वट्टी , एवं सर्व आदिवासी समाज मीडिया प्रभारी भुनेश्वर बघेल आदि समाज प्रमुख उपस्थित थे।