शकुन्तला विद्यालय में बाल दिवस पर नई पहल
भिलाई। शकुंतला विद्यालय में चाचा नेहरू का जन्मोत्सव बाल संसार बने खुशहाल के उद्देश्य से बड़े ही उत्साह के साथ मनाया गया। विद्यालय कैम्पस को स्थाई खेल-खिलौनों, झूले के रचे-बसे संसार को कुछ बाहरी झूलों-खिलौनों और क्रियाकलाप से रोचक बनाया गया । शाला किड्स व प्रायमरी के छात्रों ने झुक झुक रेल, चमचमाती गेंद, कृत्रिक वन जीव, प्राकृतिक झुरमुट, रसीले व्यंजन, चॉकलेट, चिप्स के रैपर के बीच कविता-पहेलियों नाच गाने और संगीत की धुन पर बाल जगत मस्त में चहकते दिखे ।
इसी बीच विद्यालय की नई पहल ‘किशारों की मानसिकता को समझते हुए उनकी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए स्कूल प्रबंधन ने उच्च कक्षाओं के कुछ विद्यार्थियों को वैशाली नगर थाना में शैक्षिक भ्रमण हेतु ले जाया गया।
वही थाना प्रमुख ने विद्यार्थी समूह के जिज्ञासु प्रश्नों को सुगम्यता से उत्तर दिया, साथ ही न्याय-कानून व्यवस्था से जुड़े प्रश्नों को बड़ी सावधान से समझा । छात्रों को थाना क्षेत्र के सभी विभागों- बंदीग्रह, अपराधियों के रख-रखाव की व्यवस्था, उनके नियंत्रण के उपकरण हथकड़ी बेड़ी, अपराधी अनुशासन नियमावली आदि से भली-भॉति अवगत कराया ।
थाना अधिकारी ने किशोरों की सुरक्षित जीवन के लिए आवश्यक निर्देश देते हुए कहा-आज के जीवन में अपराधी घटनाओं में मोबाइल और चलचित्र बड़ी भूमिका अदा कर रहे है, कच्ची उम्र और बढ़ती आकांक्षा में कई बार बिना आये-पीछे सोचे बच्चे ऐसे काण्ड कर देते है जिससे उनका भविष्य सदा के लिए घोर संकट में पड़ जाता है । कई बार अपराधी ही नही पूरा परिवार उस दण्ड का भोक्ता बनता है। उन्होने अपने निर्देशन में कहा-बड़े की सीख और कार्य परिणित को ध्यान में रखकर ही किसी कार्य को करें ।
शाला के डायरेक्टर संजय ओझा ने इस शैक्षिक भ्रमण के संदर्भ में कहा कि विद्यार्थी जीवन में निरन्तर उत्पन्न उदण्डता व संकट को रोकने के लिए यह भ्रमण आज के किशोरों की नैतिक मांग थी । इस भ्रमण के दौरान विद्यार्थी समूह के साथ शिक्षक-शिक्षिकायें भी उपस्थित थे ।
इस अवसर पर स्कूल्स के प्राचार्य, एजुकेशन एडवाइजर, मैनेजर, उपप्राचार्य, हेड मिस्ट्रेस, सीनियर मिस्ट्रेस, प्रभारीगण एवं शिक्षक शिक्षिकाओं ने इस नैतिक एवं शैक्षणिक भ्रमण की सराहना की ।