छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

भ्रष्टाचार के कारण अमीर और अमीर व गरीब और गरीब होते जा रहे है-बीएसपी सीईओ दास

भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र के सतर्कता विभाग द्वारा सतर्कता जागरूकता सप्ताह-2022 के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे निबंध, स्लोगन, क्विज, तात्कालिक वाद-विवाद, भाषण और ड्राइंग और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। संयंत्र के कर्मचारियों, उनके परिवार के सदस्यों और भिलाई के आसपास के स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों को भ्रष्टाचार के दुष्प्रभाव, सत्यनिष्ठा का महत्व, पारदर्शिता तथा व्यक्तिगत और सार्वजनिक जीवन में जवाबदेही का महत्व के प्रति जागरूक करने हेतु इन कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं के साथ-साथ और निर्णायकों को सम्मानित करने के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र के सतर्कता विभाग ने 05 नवम्बर को कला मंदिर, भिलाई में पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया।

इस समारोह में भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में राउरकेला स्टील प्लांट के पूर्व सीईओ जी एस प्रसाद उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त संयंत्र के कार्यपालक निदेशक खदान, तपन सूत्रधार, कार्यपालक निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन, एम एम गद्रे, कार्यपालक निदेशक परियोजनाएं, एस मुखोपाध्याय, कार्यपालक निदेशक वित्त एवं लेखा, डॉ ए के पंडा, तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ एम रविन्द्रनाथ, पूर्व एसीवीओ बीएसपी ए सी राठी तथा संयंत्र के मुख्य महाप्रबंधक, महाप्रबंधक, अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे। इसके साथ-साथ पुरस्कार विजेता स्कूल और कॉलेज के छात्र व विभिन्न कार्यक्रमों के प्रतिभागी भी मौजूद थे। समारोह के दौरान स्वागत गीत, पीआईडीपीआई/सतर्कता पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।

समारोह में वाद-विवाद प्रतियोगिता के प्रथम पुरस्कार विजेताओं ने सभा के समक्ष अपने वाद-विवाद विषय पर प्रस्तुति दी। तत्पश्चात सभी विजेताओं, निर्णायकों एवं प्रतिभागियों को गणमान्य व्यक्तियों द्वारा पुरस्कार प्रदान किया गया।

मुख्य अतिथि भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता ने इस दौरान संबोधित करते हुए कहा कि अपने भाषण में श्री दासगुप्ता ने उच्च स्तर पर भ्रष्ट आचरण के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की तथा धन के असमान वितरण के बारे में भी अपनी चिंताओं से अवगत कराया। उन्होंने भ्रष्टाचार के कारण नागरिकों के बीच दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही असमानता का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के कारण अमीर लोग अमीर होते जा रहे हैं और गरीब लोग गरीब होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार गरीब लोगों में असंतोष और अवसाद को बढ़ा देती है, पैसे की कमी और अन्य घरेलू जरूरतों और आराम के कारण, वे सामाजिक मुद्दों के प्रति उदासीन हो जाते हैं और कभी-कभी अपने व्यवहार में अनैतिक हो जाते हैं।

 

इसलिए, भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाना आवश्यक है, ताकि समाज में असमानता को कम किया जा सके और हमारे देश को सही मायने में एक विकसित राष्ट्र बनाया जा सके। इसके लिए सभी का योगदान आवश्यक है।

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