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ज्योतिर्मठ शंकराचार्य की प्रतीक्षा में प्रज्ज्वलित हुई अखण्ड ज्योति

ज्योतिर्मठ शंकराचार्य की प्रतीक्षा में प्रज्ज्वलित हुई अखण्ड ज्योति

स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती महाराज के काशी आगमन तक जागेश्वर महादेव मन्दिर में अनवरत जलेगी ज्योति

भारत धर्म महामण्डल से निकाली गयी अखण्ड ज्योति यात्रा

वाराणसी।
5 अक्टूबर 2022

आज भारत धर्म महामण्डल के माता गायत्री देवी मन्दिर में पं श्री सत्यनारायण पाण्डेय जी की अध्यक्षता में महामण्डल के सभी सदस्यों की उपस्थिति में वैदिक मन्त्रोच्चार के साथ अखण्ड ज्योति प्रज्ज्वलित की गयी और इस ज्योति को अधिवक्ता पं रमेश उपाध्याय जी एवं श्री सतीश अग्रहरि जी ने जागेश्वर महादेव मन्दिर में महन्थ श्री मधुर कृष्ण दास जी के सान्निध्य में स्थापित किया।

श्री उपाध्याय जी ने बताया कि जब तक ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती महाराज का काशी आगमन नही होता तब तक उनकी प्रतीक्षा में यह अखण्ड दीप इसी प्रकार से जलता रहेगा। इस अखण्ड ज्योति को लेकर चलते समय सभी लोग ज्योतिष्पीठाधीश्वर की जय हो एवं धर्म की जय हो आदि नारा लगाते हुए चलते रहे।

उन्होंने कहा कि स्कन्द पुराण के काशी खण्ड में यह कथा आती है कि एक बार जैगीषव्य ऋषि ने भगवान् शंकर को काशी बुलाने के लिए अन्न-जल त्याग कर कठिन तपस्या की थी और उन पर प्रसन्न होकर ही भगवान शंकर जैगीषव्येश्वर के रूप में स्थापित हुए थे।

आज काशी की आस्तिक जनता अपने ज्योतिर्मठ के नये शंकराचार्य की प्रतीक्षा में आँख बिछाए बैठी है और उनके नगर आगमन पर भव्य स्वागत किया जाएगा।

इस अवसर पर प्रमुख रूप से श्री शम्भू चतुर्वेदी जी, श्रीप्रकाश पाण्डेय जी, बबलू जी, देवेन्द्र दुबे, रामेश्वर पाण्डेय जी, श्री सत्यप्रकाश श्रीवास्तव जी, सुनीता श्रीवास्तव जी, श्री दिवाकर पाण्डेय जी, श्री आशीष कुमार पाण्डेय जी, श्री दीपक अग्रहरि जी, श्री मखन्चू मौर्या जी आदि जन उपस्थित रहे।

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