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श्रीमद्भागवत कथा महापुराण मुक्तिग्रंथ हैं। श्रीमद्भागवत कथा सुनना और सुनाना दोनों ही मुक्तिदायिनी हैं : पंडित विजय शंकर मेहता, उज्जैन वाले

गोयल परिवार के व्दारा श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ जल कलशयात्रा निकलकर की गई ।

*श्रीमद्भागवत कथा स्थल तखतपुर से शशिभूषण सोनी की रिपोर्टिंग ।*

*श्रीमद्भागवत कथा महापुराण को मुक्तिग्रंथ कहा गया हैं। श्रीमद्भागवत कथा सुनना और सुनाना दोनों ही मुक्तिदायिनी हैं तथा इसके आयोजन से आत्मा की मुक्ति का मार्ग प्रशस्त होता हैं, उक्त बातें••••••*
पथरवा निवासी गोयल परिवार तखतपुर के द्वारा श्रद्धापूर्वक पित्त मोक्षार्थ श्रीमद्भागवत कथा महापुराण के दौरान प्रकांड विद्वान, ओजस्वी वक्ता, राष्ट्रीय संत पंडित विजय शंकर मेहता जी ने सप्त दिवसीय कथा के दौरान कहा । प्रभु बांकेबिहारी की हरि इच्छा और हरि की कृपा से जरेसी तखतपुर की पावन पुण्य धन्य पर श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा हैं।
व्यासपीठ पर परम श्रद्धेय आचार्य पंडित विजय शंकर मेहता जी के श्री मुखारविंद से श्रीकृष्ण चंन्द्र जी की अमृतमयी मोक्षदायिनी कथा के पूर्व भव्य जल कलशयात्रा निकाली गई। आगे आगे ध्वजा लेकर जय उद्घोष करते हुए गाजे बाजे के साथ श्रद्धालु भक्त और इसके पश्चात् बड़ी संख्या में महिलाएं जल कलशयात्रा के साथ चल रही थी । उसके ठीक पीछे सजे हुए रथ पर पंडित विजय शंकर मेहता बाके बिहारी के विग्रह को लेकर लोगों का अभिवादन स्वीकार करते हुए रथ पर आरूढ़ थे। पीछे-पीछे सैकड़ों की संख्या में श्रीकृष्ण भक्त पुण्य का लाभ लेते हुए प्रभु का गुणगान कर रहे थे । गोयल परिवार तखतपुर के द्धारा आयोजित अमृत मयी श्रीमद्भागवत कथा 29 अगस्त 2022 सोमवार को महामाया मंदिर से जल कलशयात्रा निकलकर भगवान् श्रीविग्रह को लेकर भव्य शोभायात्रा के रूप में निकाली गईं , जो नगर भ्रमण करते हुए अग्रसेन भवन होते-होते कथा स्थल रेयांश गोल्ड हांटल जरेसी तखतपुर तक पहुंची । प्रथम दिवस आचार्य श्री विजय शंकर मेहता जी ने श्रीमद्भागवत कथा के महात्म्य के बारे में विस्तार से जानकारी दी । उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा वेदो का सार हैं । श्रीमद्भगवत कथा सुनने से जन्म-जन्मांतर का पुण्य मिलता हैं । यह युगो-युगो से मानव जाति तक पहुँचता रहा हैं । भागवत महापुराण उसी सनातन ज्ञान की पयस्विनी हैं , जो वेदो से प्रवाहित होती चली आ रही हैं••• इसीलिए भागवत महापुराण को वेदों का सार कहा गया हैं । आज़ सुबह दस बजे कथा का शुभारंभ 29 अगस्त, 2022 दिन सोमवार को महामाया मंदिर से अग्रसेन भवन तखतपुर तक शोभायात्रा से शुरु होकर 04 सितम्बर , 2022 दिन सोमवार को गीता पाठ, तुलसी वर्षा, हवन, पूर्णाहुति एवं महाप्रसाद के पूर्ण होगी । आयोजक पथरवा निवासी विनोद कुमार गोयल और परम मित्र चांपा निवासी शशिभूषण सोनी ने इस पुण्य अवसर पर आयोजित कथा यात्रा में शामिल होने की अपील की हैं । कथा प्रतिदिन 03 बजे से 06 बजें तक होगा, विश्व प्रसिद्ध प्रवचन कर्ता और प्रकांड विद्वान श्रद्धेय विजय शंकर मेहता होने के कारण दूर-दूर से लोग पहुंच रहें हैं ।

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