श्रावण पूर्णिमा” रक्षा बंधन” का त्योहार 11 अगस्त गुरुवार को मनाया जाना प्रशस्त है
भद्रा वास के कारण जनमानस ने भ्रम की स्तिथि बनी हुई है।
11 अगस्त 2022 की पूर्णिमा को संपूर्ण दिन चंद्रमा मकर राशि में रहेगा तथा चंद्रमा के मकर राशि में स्थित होने के कारण भद्रा का वास इस दिन पाताल लोक में रहेगा। पाताल लोक में भद्रा के रहने से यह शुभ फलदायी रहेगी।। अतः 11 अगस्त को प्रातः 9:35 पूर्णिमा तिथि लगने के पश्चात पूरे दिन सभी लोग अपनी सुविधा के अनुसार राखी बांधकर त्यौहार मना सकते हैं।
मुहुर्त्त चिन्तामणि के अनुसार जब चंद्रमा कर्क, सिंह, कुंभ या मीन राशि में होता है तब भद्रा का वास पृथ्वी पर होता है और चंद्रमा जब मेष, वृष, मिथुन या वृश्चिक में रहता है तब भद्रा का वास स्वर्गलोक में रहता है तथा कन्या, तुला, धनु या मकर राशि में चंद्रमा के स्थित होने पर भद्रा का वास पाताल लोक में होता है।
भद्रा जिस लोक में रहती है वही प्रभावी रहती है।
अतः जब जब चंद्रमा कर्क, सिंह, कुंभ या मीन राशि में होगा तभी भद्रा पृथ्वी पर अशुभ फल देगा अन्यथा नही!
जब भद्रा स्वर्ग या पाताल लोक में होती है तब वह शुभ फलदायी होती है
11 अगस्त को पूर्णिमा प्रातः 09:35 में लग रही है अतः पूर्णिमा तिथि लगने के उपरांत रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा। शास्त्रों के अनुसार, जिनमें मुहूर्त चिंतामणि आदि के अनुसार भद्रा का वास पाताल लोक (नागलोक) में होने पर शुभ फलदायी होता है।
अतः आप सभी से आग्रह है कि आप रक्षा बंधन पर्व मनाने के विषय आधी अधूरी जानकारी से आप भ्रमित ना हो! 11 अगस्त 2022 गुरुवार को रक्षा बंधन का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाएं!