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*रक्षा बंधन पर दुकानों व बाजार में उमड़ी भीड़*

देवकर-: ग्रामीण क्षेत्रों में भाई-बहनों के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व इस वर्ष 11 अगस्त 2022 गुरुवार को मनाया जाएगा। वही त्योहार की खरीदी को लेकर बाजार गुलजार हो उठे हैं। बहने भाई के लिए राखी खरीदने के लिए ग्रामीण अंचल के दुकान व बाजारों में साथ ही शहरों में भी राखी व मिठाई की खरीददारी जोर शोर से चल रही है। बता दें

इस वर्ष कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन और चीनी सामान का बहिष्कार के कारण राखी पर्व पर महंगाई का असर नजर आया है।

महंगाई का असर बाजारों में दिखाई दे रहा है। इस बार राखियों से लेकर मिठाई के भावों में भी आसमान छू रहे है। फिर भी बाजारों में बड़ी संख्या में बहनें भाई की कलाई पर बांधने के लिए रक्षासूत्र खरीदने कर लिए पहुंचे।

 

*रक्षा बंधन के लिए बाजार में लगा तांता, सुरक्षित शारीरिक दूरी भूले लोग*

 

विगत पिछले 2 वर्ष तक कोरोना वायरस जैसे महामारी बीमारी के चलते लोग रक्षाबंधन पर बाजार व दुकान सुना सुना हो गया था। जिनके कारण से राखी खरीदने के लिए बहने बाजार व दुकान जाने के लिए असमर्थ रह रहे थे। बहनों को राखी खरीदने के लिए बाजार जाना मुश्किल हो गया था। इस बार जमकर राखियों की खरीददारी जोर शोर पर हो रहा है। कोरोना वायरस जैसे महामारी बीमारी में सुधार आने के बाद बाजारों में सामाजिक दूरी व सुरक्षित शारीरिक दूरी का नियम का पालन करना भूल ही गया है।

 

*बहन अपने भाई के लिए स्पीड पोस्ट से भेज रहे राखी व मिठाई*

रक्षा बंधन के इस पावन त्यौहार पर बहन अपने भाई के लिए राखी व मिठाई खरीद रहे है। लेकिन भाई जो है कि काम, सर्विस, अन्य राज्यों में पलायन जैसे दूरियों में बसे है। इस तरह के कारण से कई बहन अपने भाई के लिए स्पीड पोस्ट के माध्यम से राखी व मिठाई भेज रहे है।

 

*अलग अलग प्रकार के राखियों की खरीददारी*

बाजार में स्टोन वर्क, चंदन, चांदी, गोल्डन, एंटिक, जरदोजी, कुंदन, नाइस बारिक, रेशम, बुटिक वर्क आदि राखियां उपलब्ध हैं। बच्चों में टेडीबियर, म्युजिकल, हनुमान, गणेशा, कृष्णा, झिलमिल, भीम, कार्टून राखियां और फैंसी डोरियों की मांग अधिक है।

*सड़क किनारों में लगे राखियों की दुकान*

 

रक्षाबंधन के त्यौहार आते ही दुकानदार सड़क के किनारों में जगह जगह पर राखियों व मिठाई का दुकान लगाकर सुंदर सुंदर राखी भेंच रहे है।

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