स्टेट वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन का रिर्पोट कार्ड देखकर अध्यक्ष वोरा की सीएम ने की सराहना मुख्यमंत्री बघेल से स्टेट वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन के चेयरमेन वोरा ने की सौजन्य भेंट
दुर्ग। स्टेट वेयर हाऊसिंग कार्पोरेशन के चेयरमेन अरुण वोरा ने मंगलवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सौजन्य भेंट की। वोरा ने कार्पोरेशन में दो साल के अध्यक्ष कार्यकाल के दौरान किये गए कार्यों और उपलब्धियों का ब्यौरा दिया। वोरा ने कार्पोरेशन के गोदामों में अनाज के सुरक्षित भंडारण की क्षमता बढ़ाने के साथ ही किये जा रहे आधुनिकीकरण की जानकारी दी। वोरा ने मध्य भारत के पहले फूड टेस्टिंग लैब की स्थापना रायपुर में करने की बड़ी योजना की प्रक्रिया जारी रहने की जानकारी भी दी। मुख्यमंत्री ने दो साल का कार्यकाल पूरा होने पर वोरा को बधाई दी
और कार्पोरेशन में किये गए कार्यों की सराहना की। वोरा ने मुख्यमंत्री को दो वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियों की रिपोर्ट सौंपते हुए मुख्यमंत्री को बताया कि 2020-21 और 2021-22 में कुल 2 लाख 15 हजार मीट्रिक टन और 3 लाख 88 हजार मीट्रिक टन भंडारण क्षमता बढ़ाने का निर्णय लेते हुए अलग अलग जिलों में गोदामों के निर्माण की स्वीकृति दी गई। गोदामों का निर्माण कार्य किया जा रहा है। कार्पोरेशन द्वारा प्रदेश के 135 शाखाओं में कुल 23 लाख 57 हजार 488 मीट्रिक टन अनाज का सुरक्षित भंडारण किया जा रहा है। वोरा ने एक बड़ी उपलब्धि का जिक्र करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की प्रेरणा और मार्गदर्शन से रायपुर में अत्याधुनिक फूड टेस्टिंग लैब की स्थापना के लिए भूखंड का आवंटन कराया गया है। लैब स्थापना की प्रक्रिया चल रही है। लैब की स्थापना के बाद खाद्य पदार्थों की टेस्टिंग के लिए दूसरे प्रदेश में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे समय और पैसों की बचत होगी।
वोरा ने दो वर्ष की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत सूरजपूर में ट्रसलेस गोडाऊन का निर्माण चल रहा है। एक और बड़ी उपलब्धि यह है कि प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली को सुदृढ़ बनाने के लिए पीडीएस दुकान सह गोदाम निर्माण के लिए कार्पोरेशन को नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है। वोरा ने कहा कि राज्य के सभी गोदामों में नए धर्मकांटे स्थापित किये गए हैं। सभी धर्मकांटों को रियल टाइम करने साफ्टवेयर से जोड़ा जा रहा है। इलेक्ट्रानिक वेइंग मशीनों की स्थापना की गई है। रिपोर्ट में वोरा ने गोदामों में अनाज के सुरक्षित भंडारण की व्यवस्था के लिए आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराने सहित अन्य कार्यों का विस्तार से जिक्र किया है।