*पशुओं से हो रहे फसल नुकसान को रोकने ग्रामीणों ने की बैठक, लिए गए ये निर्णय*

गांवों में घर पीछे सौ-सौ रूपये लेकर रखवार रखें जाएंगे खुलेआम घूम रहे घुमन्तु पशुओं गौठान पर चारा पैरा उपलब्ध कराये जाऐगा।
साथ ही गांवों के पशुओं को सुरक्षित रखने का फैसला लिया गया।
साजा (बोरतरा) :- इन दिनों सड़कों एवं खेतों में आवारा पशुओं जमावड़ा लगना आम बात है। जिसके कारण सड़क में लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं, तो वही सड़कों में बैठे मवेशियों को बड़े वाहन चालकों के द्वारा रौंदा जा रहा है जिसके चलते आए दिन सड़कों में मृत गायों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हुई है।
जबकि दूसरी ओर देखें तो वर्तमान समय में गांव-गांव में घूम रहे आवारा पशुओं से किसानों को भी बहुत हद तक हानि हो रही है। वजह है आवारा घूम रहे गायों के द्वारा खेतों में लगे धान सहित अन्य फसलो को नुकसान पहुंचा रहे हैं। जिससे किसानों की फसल खराब हो रही है और लगभग क्षेत्र के सभी गांवो में यही हाल है। जहां पशुओं के मालिकों के द्वारा अपने-अपने गाय को घरों में बांधने की बजाय आवारा छोड़ दिए हैं, लेकिन इन आवारा घूम रहे पशुओं को चराने और अपनी फसल को बचाने के लिए जनपद पंचायत साजा के अनतर्गत ग्राम पंचायत बोरतरा के लोगों ने एक अलग ही मिसाल पेश की है।
फिलहाल यहां गांव के लोगों ने गांव पटेल सुशील यदु की पहल पर गांव में बैठक आयोजित कर निर्णय लिया गया कि गांव में घुमन्तु पशुओं को स्थानीय किसानों से घर पीछे सौ – सौ रूपये लेकर गांव के चार पांच व्यक्ति रखवाली के लिए जिम्मेदारी दिया गया जिससे घुमन्तु पशुओं को खेतों से लाकर गौठान पर रखा जाएगा जिससे फसलों को नुकसान होने से बचाया जा सकता है। साथ ही गांवों के पशुओं को काँजीहाउस पर रखा दिया जाएगा। जिससे गांवों के लोग आपना पशुओं को 200 रूपये अर्थदंड देकर छुड़ा सकते है। ताकि इन पशुओं के द्वारा किसी भी किसान की फसल को नुकसान होने से बचाया जा सके।
चूंकि गांव के लोगों के द्वारा लिए गए इस निर्णय को क्षेत्र के लोग सराहना कर रहे हैं। साथ ही अपने अपने गांव के सरपंचों को इस तरह निर्णय लेने के बात कर रहे है जिससे वहां भी धान सहित अन्य फसलो को बचाई जा सके।
दरअसल गांव के पटेल सुशील यदुएवं ग्रामवासीयों की निर्णय से गांव में अब आवारा पशु नहीं घूम रहे हैं, जो कि अच्छी बात है इससे फसलों को होने वाली नुकसान से बचाया जा सकता है।