*तिल्दा विकासखंड के विभिन्न योगा कार्यक्रम में सम्मीलित हुए माननीय प्रवक्ता एवम् वि. प्रभारी ज्योतिष साहू, छत्तीसगढ़ योग आयोग*

प्रदेश प्रवक्ता व प्रभारी ने प्रदेशवासियों को दी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की बधाई
रायपुर, धरसीव, तिल्दा ब्लॉक, खैरखूंट पूर्वमाध्यिमक शाला योग कार्यक्रम में भी हुए सामिल, प्रवक्ता ज्योतिष कुमार ने प्रदेशवासियों को आठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं दी हैं। कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि श्रीमान ज्योतिष कुमार छत्तीसगढ़ योग आयोग, विशिष्ट अतिथि, पुस्पलता साहू योग प्रशिक्षिका रायपुर,
श्रीमान रतनचंद निषाद जनपदसदस्य,
अध्यक्षता सरपंच शिवकुमार हनुमंता,
भरत वर्मा अध्यक्ष शाला समिति,
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी पूनम मैडम, आयुर्वेदिक चिकित्सा आधिकारी जांगड़े सर, प्राचार्या स्वरूपचंद लदेल, मोनिश, दामेश्वर, समस्त शिक्षक शिक्षिका एवम् विद्यार्थी उपास्थित हुए।
योग दिवस के अवसर पर आज प्रभारी ने कहा है कि योग स्वस्थ, तनावमुक्त और अनुशासित जीवन जीने की एक शैली है। इसकी साधना मूल रूप से शरीर, मन और आत्मा को शुद्ध करने की एक प्रक्रिया है। इससे शारीरिक शक्ति के साथ हमें आंतरिक और भावनात्मक मजबूती भी मिलती है।श्री बघेल ने कहा है कि योग भारत की प्राचीन परंपरा है। हमारे ऋषि-मुनियों ने इसके महत्व को बहुत पहले से ही जान लिया था। आज पूरा विश्व योग का महत्व समझ रहा है। संयुक्त राष्ट्र संघ के आव्हान पर अब हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम मानवता के लिए योग (योग फॉर ह्यूमनिटी) रखी गयी है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में योग की प्रासंगिकता को बड़े पैमाने पर लोगों ने पहचाना। शारीरिक ऊर्जा, प्रतिरोधक क्षमता के विकास और सामान्य स्वास्थ्य पर योग का काफी सकारात्मक प्रभाव देखने को मिला। सभी नागरिकों से योग को अपनाने का आह्वान करते हुए प्रभारी ने कहा कि इसे नियमित रूप से अपनी दिनचर्या में शामिल करें। इससे आपके जीवन में सकारात्मकता आएगी। तन और मन दोनो स्वस्थ्य रहेंगे तो किसी भी विपरीत परिस्थिति का सामना कर सकेंगे। तन-मन से चुस्त-दुरुस्त रहकर ही हम गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के सपने को तेजी से साकार कर सकते हैं। स्वस्थ्य रहें और लोगों को स्वस्थ जीवन शैली के लिए प्रेरित करें।
वही पुष्पलता साहू योग प्रशिक्षिका ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि योग हमारी प्राचीन जीवन पद्धति का हिस्सा रहा है। इसे निरोग और स्वस्थ जीवन शैली का आधार माना गया है। आधुनिक जीवन शैली में घटती शारीरिक प्रतिरोधकता, तनाव युक्त व्यस्त जीवन को व्यवस्थित करने के लिए योग का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। यह मनुष्य को शरीर, मन और प्रकृति के बीच सामंजस्य बनाने में सहायता करता है।
श्रीमती पुष्पलता साहू ने कहा कि ध्यान योग जहां हमें मानसिक मजबूती देता है, वहीं शारीरिक यौगिक क्रियाएं स्वस्थ्य और निरोगी शरीर का निर्माण करती हैं। कोरोना-19 जैसे संक्रमणों से बचाव के लिए शरीर में पर्याप्त प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखना जरूरी है। इसके लिए योग को दैनिक जीवन शैली में अपनाना आवश्यक है सभी योग को अपनाएं ताकि हम मजबूत और स्वस्थ प्रदेश और देश के निर्माण में सहयोगी बन सकें