छत्तीसगढ़

मुंगेली कलेक्टर से हुई शिकायत ,निर्माण कार्य हेतु राशि निकाल कर डकार गए नेता v अफसर Complaint made to Mungeli collector, leader v officer stifled by withdrawing money for construction work

मुंगेली छत्तीसगढ़

मिली जानकारी के मुताबिक जनपद पंचायत पथरिया अंतर्गत निर्माण एजेंसी अधिकारियों से मिलिभगत कर,बिना कार्य कराये राशि आहरण कर बंदरबांट करने संबंधी मामले लगातार सामने आ रहें हैं। इसके बाद भी सुधार होते नहीं दिख रहा,हाल ही में ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत गोईन्द्रा से निकल सामने आया है,जहाँ आश्रित ग्राम टेंगनागढ़ में बनने वाली सीसी रोड़ निर्माण राशि सरपंच,सचिव इंजिनियर एसडीओ सहित अन्य अधिकारी मिलिभगत कर डकार गए हैं। जिसकी शिकायत कलेक्टर जनदर्शन में की गई है,जिसकी जांच जारी है।

👉ये है पुरा मामला-

ग्राम पंचायत गोईन्द्रा जनपद पंचायत पथरिया के आश्रित ग्राम टेंगनागढ़ में वर्ष 2018-19 में सी.सी. रोड निर्माण ( मेन रोड से चिन्ता के खेत तक एवं मेन रोड से स्कूल तक 439 मीटर ) कार्य का प्रशासकीय स्वी . राशि 10 लाख अनु जाति विकास प्राधिकरण अनाबद्ध से प्राप्त हुआ था , जिसकी प्राक्कलन एवं तकनीकी स्वीकृति प्राप्त कर निर्माण कार्य करने हेतु प्रथम किश्त की राशि दिनांक 21.02.2019 को राशि रूपये 5 लाख एवं द्वितीय किश्त की राशि दिनांक 10.05.2019 को 3 लाख रु . एवं 05.03.2022 को अंतिम किश्त की रूप में 198750 रू,इस प्रकार तीन किश्तो में प्रशासकीय स्वीकृति 10 लाख के विरूद्ध 998750 रू.मूल्यांकन / सत्यापन कर तत्कालीन सरपंच भागचंद बंजारे,सचिव ललित कुमार अनंत एवं वर्तमान सरपंच श्रीमती झमका बाई बंजारे,सचिव धनलाल बघेल एवं उपयंत्री व अ.वि.अ. ( ग्रा.या.से. ) द्वारा मिलीभगत कर राशि आहरण कर लिया गया है । किन्तु भौतिक रूप से प्रस्तावित स्थल पर ( तकनीकी प्रतिवेदन के आधार पर ) केवल 150 मीटर ही सी.सी. रोड बना हुआ है। शेष 289 मीटर सी.सी.रोड नहीं बना है। जिसकी शिकायत शिकायत दिनांक 09/06/2022 को मुंगेली कलेक्टर जनदर्शन में किया गया है। वहीं तत्कालिक सरपंच व वर्तमान सरपंच प्रतिनिधि भागचंद बंजारे के अनुसार,शिकायतकर्ता सत्या लहरे(जनपद सदस्य) द्वारा उक्त शेष कार्य को न कराने व राशि को स्वयं व संबंधित अधिकारी कर्मचारियों से मिल बांटकर गबन करने का दबाव बनाया गया था।
जिसमें जनपद सीईओ से लेकर संबंधित इंजिनियर भी शामिल रहें हैं। उक्त कार्य का मूल्यांकन सत्यापन भी किया गया है,जिसके लिए बकायदा पंचनामा भी बनाया गया था,जिसमें सत्या लहरे स्वयं व उपसरपंच सहित मैं और दो अन्य लोगों की उपस्थिति में मूल्यांकन सत्यापन होना बताया गया है। इससे यह साबित होता है कि उक्त मामले में सत्या लहरे का हस्तक्षेप रहा है। साथ ही उक्त कार्य की शिकायत करने की बात को लेकर बीच बीच में राशि की मांग करते रहें हैं व तत्कालिक सीईओ से मिलिभगत कर पंचायत के अन्य कार्यों में दखल देते रहें हैं। वहीं उनके मंशानुसार मेरी सहमति नहीं बनी तो उक्त कार्य की शिकायत कलेक्टर के समक्ष की गई है।
सत्या लहरे(जनपद सदस्य) द्वारा उक्त शेष कार्य को न कराने व राशि को स्वयं व संबंधित अधिकारी कर्मचारियों से मिल बांटकर गबन करने का दबाव बनाया गया था। साथ ही उक्त कार्य की शिकायत करने की बात को लेकर बीच बीच में राशि की मांग करते रहें हैं व तत्कालिक सीईओ से मिलिभगत कर पंचायत के अन्य कार्यों में दखल देते रहें हैं।

 

👉सत्या लहरे,जनपद सदस्य(शिकायतकर्ता)का कहना है

उक्त मामले में मेरा कोई हस्तक्षेप नहीं है,मैं स्वयं उक्त मामले को लेकर कलेक्टर से शिकायत किया हूँ। वहीं मेरी उपस्थिति में पंचनामा होने सहित अन्य आरोप लगाया जा रहा ओ गलत है। सरपंच/सचिव द्वारा स्वयं इंजिनियर,एसडीओ को भ्रमित कर मुल्यांकन सत्यापन कराया गया है।

 

👉श्री गौरव सिंह,कलेक्टर मुंगेली ने हमे बताया

संबंधित मामले में विभागीय अधिकारी को मार्किंग किया गया है। उक्त मामले की पूरी जानकारी जिला सीईओ दे पायेंगे

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