छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

बाल भोज कार्यक्रम में शामिल हुए महापौर, सुपोषण मित्र शांतियल का किया सम्मान

भिलाईतीन। महापौर निर्मल कोसरे ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में सर्वधर्म समभाव की भावना साकार हो रही है। इन केन्द्रों में अलग अलग धर्म और जाति के छोटे छोटे बच्चे एक साथ बैठकर प्रारंभिक शिक्षा के साथ ही भोजन ग्रहण करते हैं। ऐसे जगह में आकर बच्चों के साथ बैठकर भोजन करने से उन्हें जो आनंद की अनुभूति हुई उसे शब्दों में बखान नहीं किया जा सकता है।

यह बातें महापौर निर्मल कोसरे ने भिलाई – चरोदा नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 13 गांधी नगर स्थित आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक -2 में आयोजित बालभोज कार्यक्रम में कही।  कोसरे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। अध्यक्षता एमआईसी में महिला एवं बाल विकास विभाग प्रभारी  दीप्ति आशीष वर्मा ने की। विशेष अतिथि के रूप में वार्ड 13 की पार्षद  शारदा मदनकर, एमआईसी सदस्य एस. वेंकट रमना, पार्षद टेनेन्द्र ठाकरे, पूर्व पार्षद लावेश मदनकर, आशीष वर्मा, सुपोषण मित्र शांतियल कंवर एवं मसीही समाज के गणमान्य नागरिक निवास राव उपस्थित थे।

बालभोज कार्यक्रम का आयोजन गांधी नगर आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक- 2 के सुपोषण मित्र शांतियल कंवर द्वारा किया गया।  कंवर समय समय पर कुपोषण का दंश झेल रहे बच्चों को मौसमी फल व सूखे मेवे प्रदान करते हैं। इसके लिए महापौर  कोसरे ने महिला एवं बाल विकास विभाग की स्थानीय पर्यवेक्षक  शशि मानिकपुरी द्वारा प्रदत्त शाल, फल व डायरी से उनका सम्मान किया। कार्यक्रम को  दीप्ति आशीष वर्मा व लावेश मदनकर ने भी संबोधित किया। महापौर सहित सभी अतिथियों ने मंचीय कार्यक्रम उपरांत बच्चों के साथ भोजन ग्रहण किया।

 

महापौर सहित सभी अतिथियों के लिए छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बोरे बासी का भी इंतजाम किया गया था। प्रारंभ में पर्यवेक्षक  शशि मानिकपुरी के साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ममता देशमुख, रामेश्वरी यादव, रुपकुमारी सरसिंहा, ज्योति राउत, सहायिका पिंकी साहू, गौरी शिखा, गीता गजभिए व अल्पना सिंगारे ने सभी अतिथियों को पुष्प गुच्छ, फल, डायरी व पेन भेंटकर सम्मान किया। कार्यक्रम का संचालन पूर्व पार्षद डी. के. साहू व आभार प्रदर्शन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ममता देशमुख ने किया।

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