छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

पुराने जल स्रोतों को मिलेगा पुनर्जीवन, सबसे पुराने कुएं की सफाई से हुई शुरुआत महापौर नीरज पाल खुद पहुंचे स्पॉट पर और दिया निर्देश तो तत्काल शुरू हुआ संधारण

भिलाई। भिलाई के महापौर नीरज पाल के निर्देश पर नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत पुराने जल स्रोतों को पुनर्जीवन प्रदान करना प्रारंभ कर दिया गया है। इसकी सबसे पहले शुरुआत जयंती स्टेडियम के पास स्थित कुआं से की गई है। महापौर नीरज पाल एवं अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी ने इस कुआं का निरीक्षण सन एंड साइल कंपनी के टेक्निकल टीम के साथ किया। महापौर ने इसके सफाई के निर्देश अधिकारियों को दिए और सफाई कार्य टेक्निकल टीम ने प्रारंभ कर दिया है। महापौर ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी की मंशा अनुरूप पुराने जल स्रोतों को संवारने का काम भिलाई निगम ने प्रारंभ कर दिया है इसी कड़ी में भिलाई के सबसे पुराने कुएं से इसकी शुरुआत की गई है, उन्होंने कहा कि इसकी सौंदर्यकरण की दिशा में भी काम किया जाएगा, पेंटिंग, आकर्षक लाइटिंग और फाउंटेन के कार्य को लेकर भी प्लानिंग की जा रही है लेकिन सर्वप्रथम सफाई और जलस्रोत को संवारने का काम किया जा रहा है जिससे शुद्ध पानी मिल सके और पुराने जलश्रोतो को नवजीवन मिल सके। आसपास के रहवासियों ने बताया कि लगभग 100 साल से भी पुराना कुआं है।

काफी समय से इस कुएं को लोग देखते आ रहे है। लगभग 50 फीट गहरा कुआं की सफाई प्रारंभ कर दी गई है। असामाजिक तत्वों के जमवाड़ा के चलते कुएं में डिस्पोजल, बोतल इत्यादि के कचरे से कुआं प्रदूषित हो गया है। इस कुएं का सफाई कार्य क्लीनिकल रोबोट के माध्यम से किया जा रहा है। सन एंड साइल कंपनी के एक्सपर्ट इंजीनियर ने बताया कि क्लिनिकल रोबोट एक मेकेनिकल पद्धति है जिसमें केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है, यह कीचड़ इत्यादि को महीन करने का काम करता है, यहां तक की कुएं के अंदर प्रदूषित ठोस पदार्थ को भी यह महीन कर सकता है, कीचड़ को निकलने में यह बेहद उपयोगी है।

टेक्निकल एक्सपर्ट ने बताया कि कई दफा कुएं के भीतर हानिकारक गैस होते हैं जिसके चलते क्लीनिकल रोबोट पद्धति कुआं की सफाई के लिए काफी कारगर है, यह सेमी ऑटोमेटिक पद्धति की तरह काम करता है और हार्मफुल जीवाणुओं को भी नष्ट करता है। 2000 आरपीएम की क्षमता से घूमने वाला क्लिनिकल रोबोट रिमोट कंट्रोल से जुड़ा हुआ है इसके रोबोट को नीचे, ऊपर, बाएं, दाएं सभी तरफ की सफाई के लिए उपयोग किया जा सकता है। कीचड़, लद्दी आदि इसकी सहायता से महीन हो जाने पर मठ मोटर पंप की सहायता से आसानी से सफाई हो जाती है। निगम आयुक्त प्रकाश सर्वे के निर्देश पर निगम क्षेत्र के कुआं का सर्वे किया जा रहा है।

कुआं वाटर रिचार्ज का एक बेहतर माध्यम है, गर्मी के दिनों में जहां यह शुद्ध एवं ठंडा पानी उपलब्ध कराता है वही आसपास के जल स्रोत को वाटर रिचार्ज करने का काम भी करता है। शहीद वीर नारायण सिंह नगर में रहवासी अधिकतर कुआं का उपयोग निस्तारी एवं अन्य उपयोगी कार्यों के लिए कर रहे हैं और इस वार्ड का वाटर लेवल भी बना हुआ है। आज ऐसे ही जल स्रोतों को बनाए रखने की आवश्यकता को देखते हुए कुआं को पुनर्जीवन प्रदान करने के लिए महापौर के निर्देश पर निगम ने काम करना प्रारंभ कर दिया है।

Related Articles

Back to top button