छत्तीसगढ़

हाइटेक की सामाजिक पहल, ओपीडी फीस में भारी कटौती..सात बीमारियों का उपचार कराने आने वाले लोगों को मात्र 150 रूपये ही देनी होगी ओपीडी की फीस

भिलाई। हाइटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल ने अपनी एक सामाजिक पहल के तहत ओपीडी रेटों में भारी कटौती कर दी है। इसके तहत अधिकांश विशेषज्ञों की ओपीडी की फीस अब केवल 150 रुपए होगी। एक विशेष वर्ग के लिए अस्पताल ने आईपीडी को भी सीजीएचएस दरों पर करने की घोषणा की है। उक्त बातें हाईटेक हॉस्पिटल के निदेशक मनोज अग्रवाल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही।

हॉस्पिटल के निदेशक श्री अग्रवाल ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि जहां मेडिसिन, डयबिटीज, ऑथोपेडिक्स, ज्वाइंट रिप्लेसमेंट, जनरल तथा लैप सर्जरी, स्त्री एवं प्रसुति, शिशु रोग, कान-नाक-गला तथा त्वचा रोगों के लिए हाईटेक हॉस्पिटल में आने वाले मरीजों को अब मात्र 150 रूपये ही फीस देना पड़ेगा। वहीं डेन्टल से संबंधित बिमारियों के लिए ओपीडी फीस कम कर के मात्र 100 रूपये कर दिया गया है।

इस दौरान श्री अग्रवाल ने कहा कि आज आम आदमी बड़े अस्पतालों में जाने से इसलिए डरते हैं कि डाक्टर को दिखाना अफोर्ड नहीं कर पाते। ऐसे लोग अपनी मर्जी से या मोहल्ले के डाक्टर को दिखाकर दवाई ले लेते हैं और कभी कभी समस्या और बड़ी हो जाती है। ऐसे लोग भी योग्य विशेषज्ञों को दिखाकर दवा ले सकें, इसलिए हमने ओपीडी फीस में कटौती कर दी है।

् इसके साथ ही उन्होंने कहा कि समाज को समर्पित कुछ पेशेवरों के लिए भी अस्पताल कुछ करना चाहता है। फिलहाल इसकी शुरुआत मीडिया कर्मियों से की जा रही है। इनके या इनके परिवार के सदस्यों का इलाज अब सीजीएचएस रेट पर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अस्पताल को शुरू हुए अभी लगभग ढाई साल हुए हैं। हमारी कोशिश है कि भिलाई को एक ऐसा सुपरस्पेशालिटी अस्पताल दें जो उनके बाहर भागने की मजबूरी को कम कर सके।

इस अवसर पर एक सवाल के जवाब में इंटरवेंशन कार्डियोलॉजिस्ट डॉ आकाश बख्शी ने बताया कि कुछ विभागों को अत्यधिक व्यस्तता के चलते इससे अलग रखा गया है। मरीज को प्रारंभिक तौर पर जिन डाक्टरों की जरूरत होती है उन सभी की ओपीडी फीस कम कर दी गई है। इसका लाभ मरीजों को मिलेगा।

इस दौरान मंच पर निदेशक मनोज अग्रवाल, इंटरवेंशन कार्डियोलॉजिस्ट डॉ आकाश बख्शी के अलावा आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ रेखा रत्नानी, गैस्ट्रो सर्जन डॉ नवील शर्मा, न्यूरो सर्जन डॉ दीपक बंसल एवं मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ राजेश सिंघल भी मौजूद थे।

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