पाकिस्तान में पेट्रोल-डीजल हुआ महंगा, इमरान खान ने इस वजह से भारत सरकार को सराहा
इस्लामाबाद. पाकिस्तान में सियासी और आर्थिक संकट के बीच पेट्रोलियम उत्पादों में 30 रुपये का इजाफा किया गया है. पाकिस्तान में अब जनता को पेट्रोल के लिए 179.86 रुपये प्रति लीटर, जबकि डीजल 174.15 रुपये प्रति लीटर चुकाने होंगे. पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) की कीमतों में भारी बढ़ोत्तरी के बाद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने शहबाज शरीफ सरकार (Shehbaz Sharif Govt) को घेरा है. उन्होंने पाकिस्तान के शहबाज शरीफ सरकार असंवेदनशील बताया है. साथ ही भारत सरकार की तारीफ की.इमरान खान ने कहा कि अमेरिका के रणनीतिक सहयोगी रूस से सस्ता तेल खरीदकर ईंधन की कीमतों में 25 रुपये प्रति लीटर की कमी करने में कामयाब रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि भारत, अमेरिका का रणनीतिक सहयोगी रूस से सस्ता तेल खरीदकर ईंधन की कीमतों में 25 रुपये प्रति लीटर की कमी करने में कामयाब रहा है. अब हमारे देश को इस बदमाशों (मौजूदा सरकार) के हाथों मुद्रास्फीति की एक और भारी खुराक भुगतनी पड़ेगी.
कितनी है पेट्रोलियम उत्पादों की कीमत?
पेट्रोल की कीमत 179.86 पाकिस्तानी रुपये , डीजल 174.15 पाकिस्तानी रुपये , केरोसिन तेल 155.56 पाकिस्तानी रुपये और हल्के डीजल 148.31 पाकिस्तानी रुपये पर बिकने वाला है. इमरान खान ने एक ट्वीट में कहा कि देश के लोगों को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 30 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी के साथ विदेशी आकाओं के सामने आयातित सरकार की अधीनता के लिए कीमत चुकाना पड़ रहा है.
शरीफ सरकार एक असंवेदनशील सरकार
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने शहबाज शरीफ सरकार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 30 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी के बाद तीखा प्रहार किया है. सरकार की आलोचना करते हुए इमरान ने कहा कि इस “असंवेदनशील सरकार” ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी द्वारा रूस के साथ 30 फीसदी सस्ते तेल के लिए किए गए सौदे को आगे नहीं बढ़ाया.
पाकिस्तान सरकार असंवेदनशील- इमरान
पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने कहा कि एक बार में ये सबसे ज्यादा बढ़ोत्तरी है. अक्षम और असंवेदनशील सरकार ने रूस के साथ हमारे सौदे को आगे नहीं बढ़ाया है. बता दें कि पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल ने इस्लामाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन में कीमतों को लेकर घोषणा की थी, जहां उन्होंने कहा कि सरकार के पास कीमतें बढ़ाने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है. उन्होंने कहा था कि हमें आलोचना का सामना करना पड़ेगा लेकिन देश हित हमारे लिए अहम है और इसे बचाना हमारे लिए जरूरी है.