जी सुरेश बॉबे मामले में आया नया मोड़
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मिश्रा ने कहा नदीम व होरा जबरन कार्यालय में घूसकर किये दस्तावेजों से छेडख़ानी मिश्रा
0 हैदराबाद के आईटीपी एसएमएस विभाग को भी दी जानकारी
0 सीएम-राज्यपाल व आईजी से उच्च स्तरीय जांच की रखी मांग
भिलाई। एसीएन केबल नेटवर्क कंपनी के सदस्य मयंक मिश्रा एसएमएस का एडमिन पिता नदंलाल मिश्रा ने छत्तीसगढ़ के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक, पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस अधीक्षक एवं सुपेला थाना प्रभारी से मांग की है कि एसीएन के डारयेक्टर व अन्य लोग नदीम अहमद, पल्लव सोम, शमशुल खान, गुरुचरण सिंह होरा, सुखदेव सिंह, राजीव पंजारिया ने जान से मारने की धमकी देकर पासवर्ड को जबरन छेड़छाड़ किया है। श्री मिश्रा ने अपने जारी विज्ञप्ति में लिखा है कि मयंक मिश्रा पिता नंदलाल मिश्रा निवासी क्वार्टर नंबर-8 बी सड़क 35 सेक्टर-4 भिलाई नगर का निवासी हूं। एसीएन केबल नेटवर्क कंपनी स्थित प्रियदर्शनी परिसर के कार्यालय में विगत पांच वर्षों से एसएमएस का एडमिन पद पर कार्यरत हूं। मुझे वर्तमान में प्रतिमाह 14000 वेतन मिलता है।
बुधवार को शाम 5 बजे अपने कक्ष में कार्य कर रहा था। जो कि दूसरी मंजिल पर स्थित है। तब नीचे से किसी के बुलाने की आवाज आई। मैं नीचे दफ्तर पहुंचा वहां नदीम अहमद, पल्लव सोम, शमशुल खान, गुुरुचरण सिंह होरा, सुखदेव सिंह, राजीव पंजारिया तथा कुछ और लोग बैठे थे। उन्होंने कहा कि इस कंपनी का आईडी पासवर्ड हमें दो तब मैने कहा कि यह गोपनीय है मैं किसी को भी पासवर्ड नहीं दे सकता क्योंकि किसी को भी दे दूंगा तो उसका दुरुपयोग होगा तथा छेड़छाड़ होने की संभावना है। तब सभी लोग मुझे धमकाते हुए दबाव बनाए कि तुझको पुलिस केस में उल्टा लपेट देंगे, तेरे को नौकरी से भी निकाल देंगे। अधिक करेगा तो तुझे जान से मारकर फेंकवा देंगे और इस डर के मारे मैं बहुत डर गया और डर के मारे शाम 5 बजे कर 22 मिनट पर उन्हीं के सामने राजीव पंजारिया को वाट्सअप के माध्यम से पासवर्ड दे दिया। तब से मैं बहुत घबराया व डरा हुआ हूं।
एसीएन केबल नेटवर्क कंपनी ने कुल 46 शेयर होल्डर तथा 13 बोर्ड आफ डायरेक्टर वैधानिक रुप से हैं। इस कंपनी में जब 8 बोर्ड आफ डायरेक्टर एक साथ हस्ताक्षरयुक्त किसी चीज की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तभी कर्मचारी उनकी बात मानकर उनके द्वारा मांगी गई चीजों की जानकारी देते हैं। ऐसा कंपनी का प्रावधान है। मैंने उक्त लोगों को यह बात भी बताई तब उन लोगों ने कहा कि हम लोगों को नियम-कानून समझता है, ज्यादा बात करता है तुझे जेल में भी सड़वा देंगे।
राजीव पंजारिया, पल्लव सोम, सुखदेव सिंह, शमशुल खान यह चारों बोर्ड आफ डायरेक्टर हैं तथा नदीम अहमद, गुरुचरण सिंह होरा यह दोनों न तो बार्ड आफ डायरेक्टर हैं और न ही कंपनी के अधिकृत रुप से शेयर होल्डर हैं। आरओसी कार्यालय बिलासपुर के द्वारा वैधानिक पंजीयन सूची में इन दोनों के नाम का उल्लेख भी नहीं है। फिर हम कैसे इन्हें अपनी कंपनी का मालिक समझे? यह लोग फर्जी ढंग से मालिक बन कर सभी कर्मचारियों को धमकी-चमकी देते रहते हैं। कार्यालय के अंदर जबरन घुस जाते हैं और लोगों को भयभीत करते हैं, कार्यालय के गोपनीय दस्तावेजों की मांग करते हंै जो कि गलत है। इन सब लोगों की हरकतों से पूरे कार्यालय का स्टाफ दहशत में रहता है।
जब ये सभी शाम को कार्यालय से चले गए तब मैंने अपने पासवर्ड चेंज की जानकारी हैदराबाद स्थित आईटीपी एसएमएस के राजेश को टेलीफोन पर पूरी जानकारी दी कि कुछ लोग मुझे धमकी देकर मुझसे मेरा पासवर्ड ले गए हैं। साथ ही आपके कार्यालय में भी फर्जी लेटरपेड तथा अन्य माध्यमों से पासवर्ड चेंज करने का प्रयास कर सकते हैं। ऐसे में कंपनी के गोपनीयता भंग होगी और अनियमितताओं की भारी संभावनाएं बन जाएंगी। ऐसे डराने-धमकाने वाले लोगों से मेरी जान को बचाया जाए। गुरुचरण होरा और नदीम अहमद ने जिस प्रकार से कार्यालय में प्रवेश किया मुझे धमकी-चमकी देकर मेरा पासवर्ड प्राप्त किया और मुझे जान से मारने तक की धमकी दे डाली। पुलिस महानिरीक्षक से निवेदन है कि इन सभी के विरुद्ध शीघ्र एफआईआर दर्ज कर मुझे सुरक्षा प्रदान की जाए। साथ ही अवैधानिक रुप से कार्यालय में घूसने वाले लोगों पर रोक लगाए।