छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

सीएम भूपेश बघेल ने जो कहा वो किया, 8 माह में हुआ 8 साल का काम: अरुण सिंह

भिलाई । छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद प्रदेश में दूसरी बार सत्ता संभाल रही कांग्रेस की सरकार के लिए बीते 8 माह किसी उपलब्धि से कम नहीं रहे। सरकार के गठन के तुरंत बाद से ही प्रदेश सरकार ने जनहित के निर्णय लेना शुरू कर दिया। चाहे वह किसानों की कर्जमाफी हो या धान के समर्थन मूल्य की बात हर क्षेत्र में प्रदेश सरकार ने गांव गरीब व सामान्य जनमानस का हित देखा। प्रदेश के हर एक व्यक्ति के लिए बिजली बिल में 50 फीसदी की रियायत देकर कांग्रेस सरकार ने दिखा दिया है कि सही मायनों में सरकार का क्या काम होता है। सरकार की इन उपलब्धियों को लेकर प्रदेश भर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू सहित पूरे मंत्रीमंडल की सराहना हो रही है। प्रदेश कांग्रेस के सचिव सव वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अरुण सिंह सिसोदिया ने सरकार की इन तमाम उपलब्धियों के लिए उनका आभार जताया है।

प्रदेश सचिव छत्तीसगढ़ कांग्रेस अरुण सिंह सिसोदिया का कहना है कि 15 वर्षों का सूखा खत्म कर कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में सरकार बनाई है। यह ऐसे समय में हुआ जब पूरे देश में भाजपा के लहर की बात हो रही थी। कांग्रेस की सरकार बनते ही सीएम भूपेश बघेल ने वह सभी काम करना शुरू कर दिया जिसकी उन्होंने घोषणा की थी। छत्तीसगढ़ को पहचान दिलाने के लिए नरवा, घुरवा, गरवा और बाड़ी योजना शुरू की। इस योजना के कारण प्रदेश भर में गौठानों का निर्माण हो रहा है। नहरों का संचय हो रहा है। लोग अपने घरों में खाली पड़ी जमीन पर बाड़ी विकसित कर रहे हैं। यह सब कुछ महज 8 माह के कार्यकाल में दिख रहा है। प्रदेश की भूपेश सरकार ने वाकई 8 माह में 8 वर्षों का काम कर दिखाया है। इसके लिए सीएम भूपेश बघेल सहित पूरा मंत्री मंडल बधाई का पात्र है।

नरवा, गरुवा, घुरवा, बाड़ी योजना बनी प्रदेश की पहचान

श्री सिसोदिया ने कहना है कि प्रदेश सरकार का एक और महत्वपूर्ण कार्य नरवा, गरुवा, घुरवा, बाड़ी योजना को शुरू करना है। इस योजना के माध्यम से गावों में पशुधन विकास, जल संवर्धन, हरा पोषण आहार आदि क्षेत्रों के विकास से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की पहल की गई। सरकार ने हर गांव में गौठान निर्माण के लिए 3 एकड़ जमीन सुरक्षित रखने का निर्देश जारी किया। यही नहीं 1646 ग्राम पंचायतों में गोठान का निर्माण भी शुरू हो गया। गांवों के साथ ही शहरी क्षेत्रों में भी बायो गैस प्लांट व कंपोस्ट इकाइयां लगाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। हर गांव के 10 युवाओं को प्रशिक्षण व रोजगार की गारंटी मिल गई है।

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