आदिवासी सेना कोटा क़े पहल से 10 वर्षो से बहिस्कृत करका क़े आदिवासी परिवार को मिला न्याय!
कोटा तहसील क़े ग्राम पंचायत करका क़े भानु नेटी 10 वर्षो से सामाजिक बहिष्कार का दंश झेल रहे थे हद तो तब हो गई ज़ब गांव क़े 3 सियानो ने मिलकर भानु नेटी क़े खेत पास अपनी विधवा बहन क़े लिए घर बना दिया तब से गांव क़े 3 सियान भानु नेटी एवं परिवार से रंजीस रखते थे भानु भानु नेटी ने सामाजिक बहिष्कार को वापस लेने क़े लिए गांव मे बैठक की तो गांव क़े कोई भी व्यक्ति शामिल नहीं हुवा उल्टा गांव क़े 3 सियानो क़े दबाव ये फैसला हुवा की भानु नेटी और उनके परिवार से जो लेनदेन करेगा सहयोग देगा उसको 10000 रूपये जुर्माना और बताने वाले को 5000 रूपये जुर्माना आज से हुक्कापानी बंद , गांव मे हुक्कापानी बंद होने भानु नेटी एवं परिवार का जीना मुश्किल हो गया था सब तरफ अंधकार छा गया था भानु नेटी ने हिम्मत नहीं हारी और समस्या से निजात पाने की सोची,भानु नेटी को उनको ईस्ट मित्र को किसी ने ये बताया था की आदिवासी सेना कोटा सामाजिक मामलो को लेकर आदिवासी सेना कोटा न्याय दिलवाती है इससे पहले भी आदिवासी सेना कोटा क़े पहल पर सल्का ( कोटा ) क़े आदिवासी महिला को न्याय दिलवा गया है इस बात को मिडिया मे देखे थे उनके दोस्त लोग और इसी आशा मे भानु नेटी ने अपने दोस्तों क़े साथ मिलकर आदिवासी सेना ब्लॉक अध्यक्ष गिरीश राज क़े पास आये गिरीश राज ने भानु नेटी एवं उनके दोस्तों को अनुविभागिय अधिकारी कोटा तुलाराम भारद्वाज,तहसीलदार ,और टी.आई चंद्रा से मिलाया मामले की पूरी जानकारी दिया गया तत्काल मामले की गंभीरता को देखते हुए संज्ञान लिया गया और दोनों पक्षों को बात को सुना गया और दोनों पक्षों मे मामले को सुलह कराया गया ब्लॉक प्रशासन क़े सामने 3 सियानो क़े द्वारा गांव वाले मिलकर जो सामाजिक बहिष्कार भानु नेटी क़े परिवार को किया था उस फैसले को वापस लिया भानु नेटी एवं उनके परिवार ने आदिवासी सेना कोटा और sdm साहब,तहसीलदार,एवं टी आई कोटा को धन्यवाद प्रेषित किया है!