पीएम आवास के लिए किराएदार होने का सबूत देना हो रहा है बड़ा मुश्किल अनेक जरुरतमंद पिता के छोटे से मकान में करते हैं गुजारा
भिलाई। मोर मकान मोर चिन्हारी योजना के तहत प्रधानमंत्री आवास हासिल करने में अनेक जरुरतमंदों के लिए खुद को किराएदार साबित करने में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। माता-पिता के छोटे से मकान में किसी तरह आवासीय गुजारा करने वालों को नियम पालन के लिए किराया नामा बनाने में असमंजस हो रहा है। वहीं सचमुच किराए पर रहने के बावजूद अनेक परिवारों के लिए किराया नामा बनाने के प्रति बरती गई उदासीनता से योजना विशेष में आवास सुविधा प्राप्त करने पर प्रश्न चिन्ह उभर आया है।
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने मकानों के आबंटन की प्रक्रिया भिलाई नगर निगम ने शुरू कर दिया है। भिलाई में इस योजना के तहत कुल 3097 आवासों का निर्माण किया जाना है। जिसमें से आम्रपाली वनांचल सिटी में 312, शांति नगर कोहका में 36 और कुरूद में 32 आवास बनाए जा चुके हैं। नगर निगम द्वारा इन आवासों को जरुरतमंदों के लिए आबंटित करने आवेदन आमंत्रित किया है। इसके लिए जो नियम व शर्तें लागू की गई है उसमें आवेदक परिवार के लिए खुद को किराएदार साबित करना काफी मुश्किल भरा साबित हो रहा है।
दरअसल, आवास प्राप्त करने के लिए आवेदक को देश में कहीं पर भी स्वयं का पक्का मकान नहीं होने, 31 अगस्त 2015 के पूर्व संबंधित निकाय क्षेत्र में निवास करने के प्रमाण स्वरूप मतदाता परिचय पत्र और इस अवधि में किराए के मकान में रहने का सबूत किराया नामा के रूप में प्रस्तुत करना है। खुद का पक्का मकान नहीं होने और मतदाता परिचय पत्र की जानकारी देने में आवेदकों को खास दिक्कत नहीं हो रही है। लेकिन कालातीत अवधि का किराया नामा प्रस्तुत करने में अनेक जरुरतमंदों का पसीना छूट रहा है।
गौरतलब रहे कि स्वयं का पक्का मकान चाहने वाले कईं परिवार अपने माता पिता के छोटे से मकान में किसी तरह गुजर बसर कर रहे हैं। ऐसे परिवार की वार्षिक आय नियमों के तहत 3 लाख रुपए से कम है। लेकिन माता पिता के मकान में निवासरत होने की वजह से ऐसे आवेदक के पास किराया नामा नहीं है। वहीं जो वास्तविक रूप से बरसों से किराए के मकान में रह रहे हैं उन्होंने किराया नामा बनाने में कभी दिलचस्पी नहीं दिखाई। अब जब प्रधानमंत्री आवास के लिए किराया नामा की पुराने दस्तावेज मांगा जा रहा है तो ऐसे परिवार को मोर मकान मोर चिन्हारी योजना का लाभ मिलने पर प्रश्न चिन्ह उभर आया है।
भिलाई-चरोदा में आज आवेदन का आखिरी दिन
भिलाई-चरोदा नगर निगम में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान के लिए किराए पर रहने वालों से आवेदन लेने का आखिरी दिन था। यहां पर भी आवेदकों में पूर्व वर्षों का किराया नामा जमा करने को लेकर उहापोह बनी रही। पार्षदों के सलाह पर अनेक आवेदकों ने आवेदन के साथ तत्काल बनाए गए किराया नामा संलग्न किया है। जबकि नियम पुरानी किराया नामा जमा करने का है। लिहाजा आवेदन के साथ ताजातरीन किराया नामा जमा करने वाले परिवारों में योजना के तहत मकान मिलने को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है। नियम व शर्तों को देखते हुए माता पिता के मकान में रहने वाले अनेक आवेदकों ने भी आस पड़ोस के लोगों को विश्वास में लेकर किराया नामा बनाकर आवेदन प्रस्तुत कर दिया है। जबकि जिनके पास पुराना किराया नामा नहीं है ऐसे कईं परिवार जरुरतमंद होने के बावजूद आवेदन प्रस्तुत नहीं कर सके हैं।