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*गौठान ग्राम राखी में अक्ती तिहार का आयोजन किया गया*

बेमेतरा:- प्रदेश में अक्षय तृतीया को “माटी पूजन दिवस” के रूप में मनाया जाएगा। इस संबंध में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा का परिपालन करते हुए निर्देश जारी कर दिए गए हैं। साथ ही राज्यभर में कार्यक्रम आयोजित कर धरती माता की रक्षा की शपथ ली जाएगी। मंगलवार 3 मई को अक्षय तृतीया है, गौरतलब है कि अक्षय तृतीया को छत्तीसगढ़ में ‘‘अक्ती’’ के नाम से भी जाना जाता है। शासकीय कृषि महाविद्यालय ढोलिया बेमेतरा के डीन डॉ. के.पी.वर्मा ने बताया कि 3 मई को सवेरे 9 बजे से जिले के विकासखण्ड साजा के गौठान ग्राम राखी में अक्ती तिहार का आयोजन किया गया है। उन्होने किसानों एवं आम नागरिकों से इस कार्यक्रम में सम्मिलित होने की अपील की है।

नरवा, गरुवा, घुरवा, बारी अऊ गौठान।

कुंआ, तरिया, खेत-खार अऊ बीजहा धान।।

मिलजुल के गांव बनाये बर रहो तियार।

नवा बछर किसानी के आगे अक्ती तिहार।।

ज्ञातव्य हो कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए अनेक पहल कर रही है। इस कड़ी में मिट्टी की उर्वरा शक्ति के पुनर्जीवन के लिए रासायनिक खादों एवं कीटनाशकों के स्थान पर वर्मी कम्पोस्ट के उपयोग के साथ ही गौ-मूत्र एवं अन्य जैविक पदार्थों के उपयोग को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने के उद्देश्य से कार्य किया जा रहा है। इसी उद्देश्य को ही आगे बढ़ाते हुए इस वर्ष 3 मई 2022 को अक्षय तृतीया पर राज्य में ‘‘माटी पूजन दिवस’’ मनाने का महाभियान प्रारंभ किया जा रहा है। माटी पूजन कार्यक्रम में धरती माता की रक्षा की शपथ ली जाएगी और मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन किया जाएगा। पर्यावरण से जुड़े इस महत्वपूर्ण आयोजन में सामाजिक संगठनों तथा विद्यालय व महाविद्यालय के विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी रहेगी।

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