छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

30 अगस्त को छत्तीसगढ़ भ्रात्रीसंघ के तत्वधान में सर छत्तीसगढ़ समाज का आयोजन

दुर्ग – डॉ खूबचंद बघेल द्वारा 1967 में स्थापित छत्तीसगढ़ भ्रात्रीसंघ को उन्ही के बताये पद चिन्हों पर चलते हुए पुनः संघठित और गतिशील कर पिछले 2 वर्षों से लगातार कार्यक्रम हो रहे है, तेज़ बहादुर बंछोर इस संगठन के अध्यक्ष चुने गए एवं बेनुराम परगनिया कार्यकारी अध्यक्ष तथा इंजीनियर महेंद्र देवांगन सचिव है तथा साहित्यकार डॉ परदेशीराम वर्मा वरिष्ठ सलाहकार है इस संगठन में 1967 से ही छत्तीसगढ़ की अस्मिता एवं आंतरिक विशेषता को स्थापित करने एवं प्रदेश निर्माण के लिए संघर्ष करने का कार्य किया, डॉ खूबचंद बघेल ने स्वालंबन स्वाभिमान एकता भाईचारा एवं समरसता का महत्त्व दिया सभी समाज को इस संगठन से जोड़ा गया आज भी उन्ही के नक़्शे कदम पर चलते हुए सभी समाज को जोड़ा गया है, डॉ बघेल ने संस्कृति एवं साहित्य के क्षेत्र पुरोदा कहलाने वाले दिग्गजों को संगठन में स्थान दिया, वह परंपरा यथावत है

2000 में जब छत्तीसगढ़ राज्य बना तब नए सिरे से डॉ खूबचंद बघेल के सपनों के छत्तीसगढ़ को बनाने और समृद्ध करने का काम हाथ में लिया गया, कुछ बीच के वर्षों में आई सरकार ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति एवं परंपरा को दरकिनार कर राजिम मेले को कुम्भ इत्यादि का स्थान बनाकर जनभावनाओं के साथ अन्याय किया

भूपेश बघेल नेत्रित्व में छत्तीसगढ़ियों की सरकार बनी और धड़ाधड़ छत्तीसगढ़ की गरिमा के अनुरूप घोषणा हुई और उनपर अमल हुआ दलित पिछड़ों एवं आदिवासियों को दिया गया आरक्षण उन्ही निर्णयों में से एक है यह एतेहासिक कदम है ! भूपेश बघेल जैसे छत्तीसगढ़िया मुख्यमंत्री ही यह करिश्मा कर सकते थे उनके इस एतेहासिक निर्णय के लिए कृतज्ञता एवं आभार व्यक्त करने के लिए मानस भवन दुर्ग में 30 अगस्त को संध्या 4 बजे वैचारिक समारोह रखा है ! इसी समारोह में मंडल आयोग की पहल को जमीनी आधार देने के प्रयास के लिए भूपेश बघेल को अभिनन्दन किया जाएगा !

सर्व छत्तीसगढ़िया समाज बहुत बड़ी संख्या में उपस्थित होगा ! विभिन्न समाजों के प्रमुखजन भूपेश बघेल का सम्मान करेंगे गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू समारोह के मुख्य अतिथि होंगे एवं मंत्री रविन्द्र चौबे अध्यक्षता करेंगे, व मोहम्मद अकबर मंत्री रुद्रकुमार गुरु मंत्री विशेष अतिथि होंगे !

इस अवसर पर डॉ नरेन्द्र देव वर्मा के द्वारा लिखित बहुचर्चित गीत जय हो जय हो छत्तीसगढ़ मैय्या का गायन प्रसिद्द गीतकार संगीतकार व गायक के के पाटिल के द्वारा होगा ! नारायण चंद्राकर द्वारा लिखित विभूतियों पर केन्द्रित आल्हा की किताब का विमोचन एवं कुछ अंशो की प्रस्तुति होगी ! सम्मान से पूर्व छत्तीसगढ़ कल आज और कल विषय पर परिचर्चा 3 से 4 बजे तक होगी जिसमे विद्वान चिन्तक प्रतिभागी होंगे !

प्रथम सत्र में दोपहर 3 बजे से होगा, मुख्यअतिथि माननीय रामाधर कश्यप पूर्व सांसद होंगे, अध्यक्षता इंजीनियर अर्जुन सिंह हिरवानी करेंगे, विशिष्ठ अतिथि रामकृष्ण जांगड़े ( मुख्य संयोजक एस.सी.एस.टी., ओ.बी.सी. , माईनिरितिस संयुक्त मोर्चा छत्तीसगढ़ ) होंगे ! इस वैचारिक सत्र के वक्ता रमेश पटेल महासचिव छत्तीसगढ़ लोधी समाज, अशोक आकाश वरिष्ठ साहित्यकार बालोद, रमेश ठाकुर ( संपादक गोंडवाना स्वदेश मासिक पत्रिका ) व अमित बघेल अध्यक्ष छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना विषयवस्तु पर अपना विचार व्यक्त करेंगे ! प्रतिवर्ष छत्तीसगढ़ भ्रात्रीसंघ द्वारा छत्तीसगढ़ी भाषा , संकृति, साहित्य एवं कला के क्षेत्र में विभूतियों को सम्मानित किये जाने की परंपरा है ! इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए इस वर्ष का सम्मान डॉ सुरेश देशमुख, शिक्षा विद, वरिष्ठ साहित्यकार एवं पूर्व संचालक चंदिनीगोंदा को किया जाएगा ! कार्यक्रम का संचालन इंजीनियर कौशल वर्मा करेंगे !

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