महापौर नीरज पाल ने गमी को देखते हुए पेयजल व्यवस्था की मॉनिटरिंग हेतु अधिकारियों को दिए निर्देश शिवनाथ इंटकवेल का आयुक्त प्रकाश सर्वे ने किया निरीक्षण,
भिलाई। महापौर नीरज पाल ने पेयजल व्यवस्था सुचारू रूप से जारी रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं वहीं ग्रीष्म ऋतु में पेयजल की समस्या न हो इसके भी निर्देश जल विभाग के अधिकारियों को महापौर ने दिए हैं। निर्देश के परिपालन में अधिकारी फील्ड में भी चौकस नजर आ रहे हैं। इधर शिवनाथ इंटक वेल का निरीक्षण आज प्रात: आयुक्त प्रकाश सर्वे ने किया और उपस्थित अधिकारियों को जल प्रदाय निरंतर बनाए रखने के निर्देश दिए। जल विभाग के कार्यपालन अभियंता संजय शर्मा एवं सहायक अभियंता बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि साइफन फोर्ट के आसपास नदी में बहकर आने वाली जलकुंभी, झिल्ली, पन्नी, बोरी इत्यादि न फसे इसके लिए गोताखोर के माध्यम से सफाई कराई जा रही है,
वर्तमान में मोटर पंप निरंतर चालू है और ओवरहेड टैंक को भरने का कार्य किया जा रहा है। साइफन फोर्ट नदी के पानी को अंदर करके इंटक वेल के वेल में ले जाने का कार्य करती है, पानी के बहाव के साथ कचरा जमा हो जाना लाजमी है, जिसे गोताखोरों के माध्यम से सफाई कराई जाती है। आयुक्त सर्वे ने भिलाई के शिवनाथ इंटक वेल का आज निरीक्षण करते हुए जल प्रदाय सुचारू रूप से जारी रखने के निर्देश दिए हैं इसके साथ ही जल प्रदाय के लिए किसी भी प्रकार की व्यवस्था के लिए अधिकारियों को तैयार रहने कहा हैं, उन्होंने कहा कि साइफन फोर्ट के आसपास की सफाई निरंतर होते रहनी चाहिए।
उन्होंने वेल, साइफन फोर्ट, ट्रांसफार्मर, मोटर पंप इत्यादि की जानकारी अधिकारियों से प्राप्त की और आवश्यक निर्देश दिए। शिवनाथ नदी में पानी के स्टॉक की मात्रा की भी जानकारी आयुक्त ने ली। जल विभाग के उप अभियंता बसंत साहू ने बताया कि खरखारा जलाशय से शिवनाथ नदी में पानी छोड़ा जाता है। आयुक्त ने ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए इंटक वेल में जरूरी व्यवस्थाएं बनाए रखने के निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि शिवनाथ इंटक वेल के माध्यम से 77 एमएलडी एवं 66 एमएलडी जल शोधन संयंत्र में पानी सप्लाई की जाती है, वर्तमान में शिवनाथ नदी के तट पर बनाया गया इंटक वेल की क्षमता 143 एमएलडी की है। जल शोधन संयंत्र में पानी को शुद्ध करके उच्चस्तरीय जलागार के माध्यम से वार्ड क्षेत्रों में पानी पहुंचाई जाती है। शिवनाथ इंटक वेल में 6 मोटर पंप स्थापित है जिसमें से चार मोटर पंप निरंतर चालू रहते हैं
तथा दो मोटर पंप स्टैंडबाई मॉड में है। यदि कोई भी मोटर पंप खराब होने की स्थिति में होता है तो दूसरे मोटर पंप का उपयोग पानी सप्लाई के लिए किया जाता है, इस प्रकार जलापूर्ति निरंतरता में बनी हुई है। शिवनाथ इंटक वेल के मोटर पंप को अपडेट किया गया है, ताकि ग्रीष्म ऋतु में पानी सप्लाई में दिक्कत न हो।