_वन कर्मचारी संघ का हड़ताल स्थगित: वन क्षेत्रों में कर्तव्य पर लौटे कर्मचारी_
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_वन कर्मचारी संघ का हड़ताल स्थगित: वन क्षेत्रों में कर्तव्य पर लौटे कर्मचारी_
*2 माह में मांग पूरी होने के लिखित आश्वासन पर हड़ताल हुआ स्थगित*
21 मार्च से चले आ रहे वन विभाग के कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन आंदोलन 24 दिन में 13 अप्रैल को स्थगित हो गया है। वित्त विभाग की सहमति के साथ प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मंडल प्रमुख रायपुर के द्वारा छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ को 2 माह के भीतर सभी मांग पूर्ण करने के लिखित आश्वासन के बाद यह हड़ताल 2 माह के लिए सशर्त स्थगित किया गया है। मांग नियत समय में पूरी नहीं होने की स्थिति में वन कर्मचारी संघ पुणे बिना किसी भी प्रकार के शासन को नोटिस दिए आंदोलन में वापस आ जाएगा। अरण्य भवन से निकलने के बाद कर्मचारी संघ के नेताओं में मांग पूरी होने के कगार पर पहुंचने से चेहरे पर अलग ही खुशी दिख रही थी। प्रांत अध्यक्ष श्री मूलचंद शर्मा ने रायपुर के धरना स्थल पहुंचकर विधिवत हड़ताल के स्थगन की घोषणा की। राज्य के सभी 28 जिलों में चल रहे धरना को कर्मचारियों ने आंदोलन 2 माह के लिए स्थगित कर दिया है।
कवर्धा जिला के जिला अध्यक्ष श्री परसराम चंद्राकर धरना स्थल पर ही शाम को 5:00 बजे उपस्थित सभी वन कर्मचारियों को बैठक लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल के स्थगन का घोषणा किया। साथ ही 2 माह में सारे मांगों के पूर्ण होने संबंधी प्रांत अध्यक्ष के संदेश को जो शासन द्वारा लिखित में दिया गया है सबको अवगत कराया गया। वन कर्मचारी संघ के जिला के कार्यकर्ताओं ने जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में विभाग प्रमुख वन मंडल अधिकारी से मिलकर हड़ताल के स्थगित हो जाने की सूचना दिए साथ ही पुलिस अधीक्षक एवं जिलाधीश महोदय को हड़ताल के स्थगित हो जाने का पत्र दिया। जिला अध्यक्ष श्री चंद्राकर ने लगातार 24 दिनों तक कड़ी धूप में समय देकर अधिकार की इस लड़ाई को सफल बनाने में योगदान देने के लिए विभाग के प्रत्येक वन कर्मचारियों के प्रति आभार जताया। आने वाले समय में यदि आवश्यकता पड़ती है तो ऐसे ही पूरे जोश के साथ पुनः साथ देने के लिए सबसे आह्वान किया।
मुख्य रूप से तहसील अध्यक्ष निर्मला बंजारे, शिव साहू, विनोद भास्कर, ललित यादव परिक्षेत्र अध्यक्ष महात्मा निषाद, संदीप साहू, राजेश राहंगडाले, श्रवण निर्मालकर, कैलाश ध्रुव, अजित पाल, दिलीप चंद्राकर, भोलाराम साहू, एवम् रवि टंडन का उनके परिक्षेत्र के कर्मचारियों के योगदान के लिए सराहना किया । इस अवसर पर संरक्षक कौशल साहू, सचिव गणेश ठाकुर, सचिन राजपूत, उपाध्यक्ष तारकेश यादव, ज्ञानेश्वर आनंद, सीमा बाचकर, अरूण दुबे, सत्यकुमार भास्कर, ठाकुर राम बारले, उमेश्वरी श्याम ,महेश नेताम , जय बंजारे, जीवनलाल देशमुख, गिरिजा प्रसाद मिश्रा, विजय तिवारी लालाराम देवहारी प्रेमलाल कुंजाम दानूराम कावरे, श्रवण मरकाम प्रकाश मरावी घनश्याम शर्मा अहिल्या ठाकुर मीरा कमरे जय श्री कौशल उदय मंडावी ललित दुबे एमके जोशी सहित विभाग के समस्त वन कर्मचारी गण उपस्थित रहे। 14 अप्रैल को सभी वन कर्मचारियों ने परीक्षेत्र में अपनी उपस्थिति देकर कर्तव्य पर लौट गए हैं।
वन कर्मचारियों के कर्तव्य में लौटने से वनों की सुरक्षा अग्नि सुरक्षा अब ठीक से हो सकेगी हड़ताल के दौरान कई जगह आगजनी की घटनाएं हुई हैं कर्मचारियों के वापस लौटने से अब इन सभी घटनाओं पर नियंत्रण पाया जा सकेगा।
जिला अध्यक्ष श्री परसराम चंद्राकर ने हड़ताली स्थगन के बाद वन मंडल अधिकारी कवर्धा से मिलकर कर्मचारियों के 24 दिन के हड़ताल अवधि को अर्जित अवकाश में परिवर्तित करके सभी कर्मचारियों का वेतन भुगतान करने के लिए भी बातचीत किया है। 14 अप्रैल को जिले के समस्त वन कर्मचारी अपने कर्तव्य पर लौट गए हैं।