खैरागढ़ को जिला बनाने ही मतदाताओं ने दी वोंट की आहुति – नामदेव

खैरागढ़ को जिला बनाने ही मतदाताओं ने दी वोंट की आहुति – नामदेव
अतत: जीत कांग्रेस की तय – अन्तर सात से दस हजार वोंटो का
राजनांदगांव । खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव की बाजी कांग्रेस की झोली में डल गई । रिकार्ड मतदान बता रहा है, कि खैरागढ़ को जिला बनाने आम मतदाता दलगत राजनीति से ऊपर उठकर पहली बार एक ही लक्ष्य को निशाना साधते हुए अपने-अपने वोंट की आहुति खैरागढ़ को जिला बनाने के लिए आखिर कार कांग्रेस के पक्ष में अपने मतों का प्रयोग कर खैरागढ़ को जिला बनाने में हर एक मतदाता उत्साह के साथ अपने १९ माह के विधायक हेतु इस बार दलगत राजनीति से परे रखकर खैैरागढ़ के विकास, प्रगति के लिए वोंट देकर श्रीमति यशोदा निलांबर वर्मा को विजयी माला का तोहफा दे ही दिया इसे महिला प्रत्याशी का चयन समझे या फिर खैरागढ़ की राजनीति से राजपरिवार को बाहर करना । खैर अब जो बोले या कहे सब मंजूर आम जनता को खैरागढ़ को जिला घोषित करवाना ही एक सुत्रीय लक्ष्य रखा है । सो मतदाताओं ने बढ़-चढक़र अपनी भूमिका का योगदान वोंट रूपी मत से सिद्ध कर दिया एवं भारी कशमकश व कड़ी टक्कर होते हुए भी कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती यशोदा निलांबर वर्मा लगभग सात से दस हजार मतों के अंतर से जीत दर्ज कर रही है । इसी बार हुए मतदान से कांगे्रस को जालबांधा, साल्हेवारा, उदयपुर, पाड़ादाह क्षेत्र में कड़ी टक्कर संदेश मिल रहा है । वैसे स्थानीय स्तर पर खैरागढ़ से नारी शक्ति को भरपूर आर्शीवाद मिलता दिख रहा है । फिर भी कह सकते है, जीत तो जीत है, चाहे अंतर कम हो । दिनेश नामदेव (पत्रकार) ने आगे कहा कि चलो राजनांदगांव जिलें के चौथे भाग का नये शिरे से खाका खींचे । और खैरागढ़ + छुईखदान + गंडई नर्ई जिलें का स्वागत् सब मिल जुलकर करें और अपने जिलें का अलग हुए भाग को नव जीवन प्रदान करें । जैसे की पहले सिर कटा (कबीरधाम) फिर पैर कटा (मोहला मानपुर) फिर अब कमर वाला भाग रह गया याने (खैरागढ़+छुईखदान+गंडई) वाला भाग रह गया दिल हमारा राजनांदगांव तो कह सकते हैै-दिल के टुकड़े हुए चार, कोई इधर गया कोई उधर गया । आखिर कार मेरा साया ही मुझसे बिछुड़ गया । अब इंतजार है नये जिलों को अपने-अपने विधानसभा सीट के दायरे को लेकर एक जिले के चार टुकड़े हुए जैसे कि राजनांदगांव जिले से कबीरधाम (कर्वधा) उसके बाद मोहला मानपुर फिर अब खैरागढ़+छुईखदान+गंडई । राजनांदगांव जिले में पहले आठ विधानसभा सीटें थी जिसमें कबीरधाम जिला अलग होने से राजनांदगांव जिले में विधानसभा कि ६ सीटें हुई अब मोहला मानपुर जिले में केवल एक विधानसभा सीट व खैरागढ़+छुईखदान+गंडई नये जिले में एक-एक विधानसभा सीट हो गई । मतलब राजनांदगांव जिले में अब कुल चार विधानसभा सीटें शेष रह गई । जिसमें राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, डोंगरगढ़ विधानसभा सीट जिससे हम यह कह सकते है, कि जिले का दायरा छोटा होने से विकास को गति मिलेगा । अंत में प्रदेश के मुखिया से एक निवेदन है, कि जनपद पंचायतों के दायरे में आने वाले हिस्सों के हिसाब से विधानसभा सीट का दायरा घोषित कर दे तो प्रदेश में शीघ्र ही चहुँमुखी प्रगति व विकास की अपार संभावनाएं होगी । उक्त विचार एवं जानकारी दिनेश नामदेव (पत्रकार) ने विज्ञप्ति के माध्यम से दी ।
विनीत
दिनेश नामदेव (पत्रकार)
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राजनांदगांव (छ.ग.)
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