छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ रायपुर के बैनर तले जिला कबीरधाम के समस्त वन कर्मचारी आज 22 वें दिन भी भरी दुपहरी में राजीव गांधी पार्क में हड़ताल में डटे रहे Under the banner of Chhattisgarh Forest Employees Union Raipur, all the forest workers of district Kabirdham remained on strike in Rajiv Gandhi Park in the afternoon even on 22nd day.

 

छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ रायपुर के बैनर तले जिला कबीरधाम के समस्त वन कर्मचारी आज 22 वें दिन भी भरी दुपहरी में राजीव गांधी पार्क में हड़ताल में डटे रहे। वन विभाग के मैदानी कर्मचारी सुबह 10 बजे से 5 बजे तक दिन भर धरनास्थल डटे रहे। मुख्य मांग के रूप में वनरक्षक को 2400 रूपए वनपाल को 2800, उप वन क्षेत्रपाल को 4200 और वन क्षेत्रपाल को 4800 ग्रेड पे दिया जाये। 2003 में भर्ती कर्मचारियों को 3050 वेतनमान का लाभ दिया जाए । 24 घंटे बिना कोई छुट्टी के ड्यूटी करने वाले वन विभाग के कर्मचारियों को पुलिस विभाग की तरह 1 माह अतिरिक्त वेतन दिया जाए। महाराष्ट्र सरकार की तरह 5000 रूपए पौष्टिक आहार भत्ता दिया जाए, 24 वर्षों से वन विभाग के मैदानी सेटअप का पुनरीक्षण नहीं किया गया है विभाग का सेटअप पुनरीक्षण किया जाए । भृत्य एवं चौकीदारों को वनरक्षक तथा सहायक ग्रेड 3 के पद पर नियमों को शिथिल करते हुए समायोजन किया जाए साथ ही दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित किया जाए। उपरोक्त मुख्य मांगो को लेकर छत्तीसगढ वन कर्मचारी संघ के बैनर तले यह हड़ताल 21 मार्च से जारी है। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक ग्रेड पे सहित अन्य मांगे पूरी नहीं हो जाती यह हड़ताल निरंतर जारी रहेगा। बता दें कि प्रांत स्तरीय नेतृत्व का शासन प्रशासन के साथ 3 दौर का बैठक हो चुका है शासन लिखित में आदेश जारी करने से मना कर रहा है। बार-बार वर्षों से छले गए कर्मचारी सरकार पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं। ज्ञात हो कि 31 मार्च के अपने पत्र में प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख ने 3050 वेतनमान की समस्या को सात दिवस में हल करने संबंधी पत्र जारी किया था। आज 11 अप्रैल है अर्थात 11 दिन पूरे हो गए फिर भी आदेश जारी नहीं किया गया है। कर्मचारी इसीलिए लिखित आदेश की मांग कर रहे हैं।
विभाग के कर्मचारियों ने लगातार आंदोलन को सकारात्मक रूप से कभी पौधा वितरण कर, कभी रक्षा सूत्र बांधकर, कभी आम जनता का समर्थन लेकर, तो कभी वन मंत्री और विधायक को निवेदन पूर्वक ज्ञापन सौंपते हुए आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं। एक बड़ी बात तो यह है कि वन विभाग के कर्मचारी छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ कवर्धा के जिलाध्यक्ष परसराम चंद्राकर ने बताया कि विभाग के कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन आंदोलन प्रांतीय नेतृत्व के निर्देशन में किसी भी हद तक अपना संघर्ष जारी रखेगा। श्री चंद्राकर ने कहा कि यह हमारे अधिकार की लड़ाई है और हम अपने अधिकार को शासन से शांति पूर्वक मांग रहे हैं क्योंकि हमारी मांगे जायज है और वर्षों से लंबित है। वन विभाग के कर्मचारी जंगल में रात दिन चौबीसों घंटे रहकर कार्य करने वाले वन योद्धा हैं। वन कर्मियों की पीड़ा को शासन सुने और गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए विभाग के कर्मचारियों की समस्याओं को पूरा करने का जल्द आदेश जारी करें। यदि आवश्यकता पड़ी तो कर्मचारी भूख हड़ताल में भी जा सकते हैं।

वन क्षेत्रपाल भी वन कर्मचारी संघ के बैनर तले हड़ताल में शामिल हो चुके हैं और अब इससे विभाग के आला अफसरों की परेशानी और बढ़ गई है। वन क्षेत्र में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के साथ केवल एसडीओ और डीएफओ ही मोर्चा संभाल रहे हैं। वन कर्मचारी संघ के धरनास्थल पर मुख्य रूप से जिला सचिव,गणेश ठाकुर, केशव भट्ट, दिलीप भट्ट कैलाश धुर्वे, विजय तिवारी, प्रकाश मरावी , भूपेश कौशिक, लालाराम देवहरी नरेंद्र राजपूत द्वारिका साहू लोकेश कोसरिया कुमेश्वार नेताम, सत्य कुमार भास्कर राजेंद्र नेताम गांव रमेश तिवारी, विजय चौधरी, आशिक अली, राजकुमार यादव रविंद्र राजपूत अंसारी दास मानिकपुरी रामजी कौशिक ,दमन तिवारी नागेंद्र पटेल, संजय शर्मा कन्हैया लाल यादव, संतोष ठाकुर, शिवकुमारी जोशी मीना धुर्वे, उमेश्वरी श्याम चंपा धुर्वे निर्मला बंजारे सीमा बाचकर सहित सैकड़ों कर्मचारी धरनास्थल राजीव गांधी पार्क धरने पर बैठ रहे ।

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