धर्म

कथाकार, कलाकार और पत्रकार सत्यं शिवम के प्रतिनिधि-हिमान्शु महाराज

लोरमी- नवरात्रि का पर्व समाज मे नवजागरण, आनंदवर्धन, तथा शक्ति संचय कर समाज सेवा करने का महापर्व है।इन महापर्वो के माध्यम से व्यक्ति को अपने कर्तव्यो तथा उत्तर दायित्वबोध होता है।नवरात्रि पर्व हमे समाज के लिए अर्पण,पितरो के लिए तर्पण तथा हमे राष्ट्र के लिए समर्पण की शिक्षा देता है।कथाकार, कलाकार और पत्रकार क्रमशः सत्यं शिवम तथा सुन्दरम के प्रतिनिधि है।यह विचार गान्धीडीह लोरमी मे रामप्रसाद राजपूत के निवास पर आयोजित देवीभागवत पुराण कथा के सातवे दिन कथावाचक व्यास डाक्टर सत्यनारायण तिवारी हिमांशु महाराज ने प्रवचन के दौरान व्यक्त किए। उन्होने नशा को नाश का जड बताते हुए इससे स्वयं बचने तथा समाज को इससे बचाने का आग्रह किया। डाक्टर तिवारी ने कहा कि दो वर्ष से दस वर्ष तक की कन्या भगवती दुर्गा के विभिन्न रूप है।इसका मतलब यह है कि हमारे धर्म शास्त्रो मे बहुत पहले से ही बेटियो के सम्मान की व्यवस्था की गई है।उन्होने आत्म कल्याण, जनकल्याण तथा विश्व कल्याण के कार्य प्रत्येक व्यक्ति को निरंतर करने का आग्रह किया। इस अवसर पर भागवताचार्य पंडित बलदाऊ प्रसाद त्रिपाठी, पंडित नीरज तिवारी,नगर पंचायत पूर्व अध्यक्ष मनीष त्रिपाठी, बलराम सिंह, घनश्याम सिंह, रामकुमार सिंह सहित अनेक श्रद्धालु नर नारी उपस्थित थे।

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